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PMAY-G Yojana Kya Hai: जानिए क्या है पीएमएवाई-जी योजना, जो पूरा कर रही अपना पक्का घर होने का सपना
PMAY-G Yojana Scheme Kya Hai: पीएमएवाई-जी योजना के अस्तित्व में आने के बाद से आज ग्रामीण इलाकों का स्वरूप बदल चुका है। 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 72.66 लाख घर महिलाओं के नाम पर रजिस्टर किए गए हैं। जानें इस योजना के बारे में विस्तार से।
Pradhan Mantri Awas Yojana Kya Hai: सर पर एक पक्की छत न सिर्फ महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करती है बल्कि उनके भीतर सम्मान से जीने का एक आत्म विश्वास भी भरती है। हर औरत का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो। वह अपने जन्म से पिता के साथ रहती है। शादी के बाद पति के घर में। लेकिन अक्सर जीवन में उन्हें कई वजहों से खुद के दम पर भी जीना पड़ता है। अगर किसी महिला की अपनी एक छत न हो तो जिंदगी में तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में पीएमएवाई-जी योजना (PMAY-G Yojana) महिलाओं का भाग्य बदलने का काम कर रही है। आइए जानते हैं पीएमएवाई-जी योजना से जुड़े तथ्यों के बारे में विस्तार से।
पीएमएवाई-जी से जुड़े चौंकाने वाले हैं आंकड़े
पीएमएवाई-जी योजना के अस्तित्व में आने के बाद से आज ग्रामीण इलाकों का स्वरूप बदल चुका है। 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 72.66 लाख घर महिलाओं के नाम पर रजिस्टर किए गए हैं। संबंधित रिपोर्ट के मुताबिक, 13 दिसंबर, 2024 तक 2.68 करोड़ घर पूरे हो चुके हैं, जिनमें से 72.66 लाख घर पूरी तरह महिलाओं के नाम पर हैं और 1.22 करोड़ घर पत्नी और पति के नाम पर संयुक्त रूप से हैं। पीएमएवाई-जी को जो बात अलग बनाती है, वह यह है कि इसमें समाज में कमजोर वर्ग को मजबूती प्रदान करने के साथ महिलाएं को आवास प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है। पीएमएवाई-जी योजना ग्रामीण भारत में लोगों के सामाजिक और आर्थिक जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने का दायित्व बखूबी निभा रही है।
प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण क्या है (Pradhan Mantri Awas Yojana Gramin)
पीएमएवाई-जी में 2024 तक ’सभी के लिए आवास’ की कल्पना की गई थी। इस योजना का लक्ष्य बेघर परिवारों और ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को पक्का मकान देना है। इसके साथ ही, यह स्कीम सुनिश्चित करती है कि उनके पास बिजली, खाना पकाने के ईंधन और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाएं हों।
पीएम आवास योजना के जरिए सरकार जरूरतमंद और गरीब वर्ग की आर्थिक रूप से सहायता कर उनके लिए पक्के मकान की व्यवस्था करती है। इस योजना के अंतर्गत पात्र लोगों को घर बनाने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक मदद की जाती है। चाहे वो शहर हो या गांव, इस योजना के पात्र लोगों को पक्का घर मुहैया कराने के लिए सरकारी मदद की जाती है।
पीएमएवाई-जी योजना से समाज में हो रहा बड़ा बदलाव
महिलाओं का अपना घर होने का मतलब है कि उन्हें परिवार के पुरुष सदस्यों पर कम निर्भर रहने के साथ ही समाज में सम्मान से रहने का अधिकार हासिल होता है। महिलाओं को घरेलू मुद्दों के खिलाफ एक सुरक्षित वातावरण मिलता है।पीएमएवाई-जी के तहत महिलाओं को घर खरीदने के लिए प्रेरित करना ग्रामीण भारत में पुराने सामाजिक मानदंडों को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जब महिलाओं के पास अपना घर होता है, तो इससे उन्हें सामाजिक सुरक्षा का एहसास होता है।
पीएमएवाई-जी योजना से मिलता है यह फायदा (Pradhan Mantri Awas Yojana Ke Fayde)
पीएमएवाई-जी योजना के तहत आप मकान के निर्माण के लिए सस्टेनेबल और लोकली-सोर्स मटेरियल पा सकते हैं। इस योजना के लाभार्थी शौचालयों के लिए स्वच्छ भारत मिशन और एलपीजी कनेक्शन के लिए उज्ज्वला योजना जैसे अन्य प्रोग्राम को भी साथ शामिल कर सकते हैं। इस योजना के तहत लाभार्थियों के लिए चयन प्रक्रिया सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) 2011 के डेटा का उपयोग करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि इस योजना से जुड़ी पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी है। योग्य परिवारों को मैदानी इलाकों में घर के लिए ₹1.20 लाख और पूर्वोत्तर सहित पहाड़ी या दुर्गम इलाकों में ₹1.30 लाख मिलते हैं।
महिलाओं को सशक्त बनाना है पीएमएवाई-जी का उद्देश्य (PMAY-G Yojana Ka Uddeshya)
पीएमएवाई-जी योजना का मुख्य उद्देश्य हाउस-ओनरशिप को बढ़ावा देकर या व्यक्तिगत रूप से घर पाने का लाभ देकर महिलाओं को सशक्त करना है। इससे महिलाओं को एक मजबूत सामाजिक-आर्थिक स्थिति हासिल करने में मदद मिलती है। पीएमएवाई-जी योजना के तहत अब तक करीब 68 करोड़ घरों में से, 73 प्रतिशत महिलाओं के स्वामित्व में या सह-स्वामित्व में हैं। इस पहल से संपत्ति के स्वामित्व में लैंगिक असमानता को कम करने में भी मदद मिलती है। साथ ही महिलाओं के नाम पर घर होने से उन्हें निर्णय लेने की शक्ति, सुरक्षा और समाज में उच्च दर्जा हासिल है।
ग्रामीण इलाकों के जीवन स्तर में आया है सुधार
पीएमएवाई-जी योजना की मदद से ग्रामीण परिवारों के लिए रहने की स्थिति में तेजी से सुधार आया है, उनके जीवन के रहन सहन के स्तर में बदलाव के साथ आर्थिक स्थिति में भी उन्नति हुई है। बिजली के लिए सौभाग्य योजना और स्वच्छ पेयजल के लिए हर घर जल जैसे प्रोग्राम के कारण, पीएमएवाई-जी आवश्यक सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करता है, जिससे जीवन स्तर में सुधार होता है।कच्चे घरों में अक्सर महिलाओं को अनगिनत चुनौतियों का सामना करना पड़ता था वहीं अब पीएमएवाई-जी योजना के चलते सुरक्षित आवास उन्हें प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के साथ ही एक सुरक्षित जीवन शैली सुनिश्चित करते हैं।
बढ़ रहे रोजगार के अवसर
पीएमएवाई-जी योजना के चलते रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। इस योजना की मदद से ग्रामीण श्रमिकों, राजमिस्त्री और निर्माण मजदूरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो रहें है। कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करने से श्रमिकों को मजबूत, पर्यावरण के अनुकूल घर बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण बिहार में गरीब ग्रामीण परिवारों को पक्के मकान प्रदान करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। इसका लक्ष्य 2024 तक ‘सभी के लिए आवास’ सुनिश्चित करना था, खासकर उन परिवारों के लिए जो कच्चे मकानों में रह रहे हैं या जिनके पास घर नहीं है।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की पात्रता क्या है (PMAY-G Ke Liye Kon Kon Apply Kar Sakta Hai)
एप्लीकेशन में आवेदन करने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष से ऊपर की हो। आवेदक की मासिक आय ₹15000 या उससे नीचे होनी चाहिए। जिन व्यक्तियों के पास रहने हेतु पक्का मकान नहीं है वह इसमें आवेदन कर सकते हैं। आवेदक के नाम पर किसी भी प्रकार की जमीन नहीं होनी चाहिए।
ग्रामीण आवास योजना में कौन-कौन से डॉक्यूमेंट लगता है (PMAY-G Ke Liye Kya Kya Document Chahiye)
पीएम आवास योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
बीपीएल कार्ड
पहचान पत्र
मोबाइल नंबर
बैंक खाता
आधार कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो
पैन कार्ड इत्यादि।
ऑनलाइन आवेदन की शुरुआत (PM Awas Gramin New App 2025)
प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का लाभ उन परिवारों को दिया जाता है, जिनके पास रहने के लिए पक्का मकान नहीं है। सरकार ने 2024-25 से 2028-29 तक 2 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को इस योजना के तहत घर प्रदान करने का लक्ष्य रखा है। योजना के तहत आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2025 तय की गई है। आवेदन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए सरकार ने एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से लाभार्थी अपना आवेदन स्वयं कर सकते हैं।