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Nirav Modi: भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की इन संपत्तियों की होगी कुर्की, जानें कब शुरू हो रही नीलामी?
Nirav Modi: नीरव मोदी द्वारा 8,526.20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से बैंक को काफी नकुसान हुआ है। अब तक संपत्तियों की कुर्की के माध्मय से 1,066.41 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है।
Nirav Modi: बैंक से हजारों करोडों रुपए की धोखाधड़ी कर विदेश भागे भगोड़े हारी व्यापारी नीरव मोदी की दो संपत्ति की पीएनबी नीलामी करने जा रहा है। मुंबई स्थित डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल-1 ने 2,348 करोड़ रुपये की वसूली के प्रयास में भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी से संबंधित एक सौर ऊर्जा संयंत्र को बिक्री के लिए रखा है। इसके अलावा दक्षिण मुंबई के पेडर रोड इलाके में नीरव मोदी का आलीशान फ्लैट भी नीलामी के लिए रखा गया है। यह नीलामी 8,526.20 करोड़ रुपये की कुल धोखाधड़ी राशि का एक छोटा सा हिस्सा है।
सौर ऊर्जा संयंत्र की इतनी है कीमत
महाराष्ट्र के खंडाले गांव में स्थित मोदी के सौर ऊर्जा संयंत्र की क्षमता 5.247 मेगावाट है। प्लांट और मशीनरी को मिलाकर सोलर प्लांट की कीमत 12.40 करोड़ रुपये आंकी गई है। दूसरी ओर मोदी का पेडर रोड फ्लैट ग्रोसवेनर बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर है और इसे दो पार्किंग स्थल के साथ पूरी तरह सुसज्जित आवास की कुल कीमत 11.70 करोड़ रुपये बताई गईहै।
25 अक्टूबर होगी संपत्तियों की नीलामी
डीआरटी-आई की अधिसूचना के अनुसार, सभी सूचीबद्ध संपत्तियों के लिए ऑनलाइन नीलामी 25 अक्टूबर को दोपहर 2-4 बजे के बीच ही आयोजित होगी। इसके अलावा डीआरटी-आई ने मोदी और उनकी समूह कंपनी फायरस्टोन ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित दो बड़े भूमि पार्सल की नीलामी करने की भी योजना बनाई है। लिमिटेड दोनों भूमि पार्सल वर्तमान में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के पास गिरवी हैं, संभवतः उस ऋण के बदले में जो उसने हीरा व्यापारी और उसकी समूह कंपनियों को दिया था।
PNB बैंक को लगाया इतने का चूना
आपको बता दें कि भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में वांछित हैं। उस पर फर्जी लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) का इस्तेमाल कर पंजाब नेशनल बैंक से 2 अरब डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी करने का आरोप है। मोदी को मार्च 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था और तब से वह भारत में प्रत्यर्पण की लड़ाई लड़ रहे हैं। हालांकि नीरव ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।
2019 में घोषित हुआ नीरव भगोड़ा
भारत सरकार ने साल 2019 में नीरव मोदी कोआर्थिक अपराधी अधिनियम के तहत भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया गया था और अधिनियम के हिस्से के रूप में उनकी संपत्तियों की एक सूची संलग्न करने का आदेश दिया गया था। दिसंबर 2022 में यूके सुप्रीम कोर्ट ने प्रत्यर्पण के खिलाफ मोदी की अंतिम अपील को खारिज कर दिया था। अदालत ने फैसला सुनाया कि मोदी के प्रत्यर्पण पर कोई रोक नहीं है और उसे मुकदमे का सामना करने के लिए भारत भेजा जाना चाहिए।
अब तक इतने की हुई वसूली
पीएनबी ने कहा कि नीरव मोदी द्वारा 8,526.20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से बैंक को काफी नकुसान हुआ है। इस राशि की अब तक संपत्तियों की कुर्की के माध्मय से 1,066.41 करोड़ रुपये की वसूली की जा चुकी है, जो कि घाटे को पूरा करने के लिए बेहद अपर्याप्त है।