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नहीं मिली नौकरी तो पालना शुरू किया कड़कनाथ मुर्गा...बदल गई किस्मत? जानें कैसे शुरू करें व्यवसाय
Business Idea: सरकार पोल्ट्री फॉर्म पर लोगों को ऋण की सुविधा भी दे रही है। 1 लाख के ऊपर के बजट पर सरकार सब्सिडी की मुहैया करवाती है। जानें कहां से मिलती है सब्सिडी।
Business Idea: देश में कई शिक्षित लोग घूम रहे हैं, लेकिन उनको एक अच्छी नौकरी नहीं मिल पा रही है। इसके चलते या तो वे कहीं छोटी मोटी नौकरी कर रहे हैं या फिर परेशान होकर नौकरी ढूंढने में लगे हुए हैं। अगर आप भी इनमें से हैं तो परेशान मत हो, ऐसे कई लोगों हैं, जिन्होंने नौकरी को छोड़कर अपना कोई व्यापार शुरू किया और आज उससे महीनों में लाखों रुपये कमा रहे हैं। ऐसे कई उदाहरण भरे पड़े हैं। अगर आप कोई व्यवसाय शुरू करने का मना बना हैं तो आपके लिए एक अच्छा व्यवसाय आइडिया लेकर आए हैं, जो आपको महीने में लाखों रुपये तक कमवा सकता है। यह व्यवसाय है पोल्ट्री फार्मिंग का।
कड़कनाथ मुर्गा की यह होती खासियत
दरअसल, लोगों के बीच चिकन की बढ़ती मांग के चलते पोल्ट्री फार्मिंग (Poultry Farming) का व्यवसाय काफी फल फूल रहा है। इस व्यवसाय के माध्यम से लोग काफी आय अर्जित कर रहा हैं। पोल्ट्री फार्मिंग में कई मुर्गों की प्रजातियां को पाल कर महीनों में लाखों रुपये की आय कमा सकते हैं। मुर्गे के प्रजातियां में सबसे अधिक मांग बाजार में कड़कनाथ मुर्गे की होती है, क्योंकि इसका मांस सेहत के लिए काफी अच्छा होता हैं। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक, इस मुर्गे में औषधीय गुणों पाए जाते हैं।
पोल्ट्री फार्मिंग के लिए जगह होती महत्वपूर्ण
पोल्ट्री फार्मिंग की शुरुआत चाहें तो छोटे स्तर से शुरू कर सकते हैं या फिर एक अच्छा निवेश कर बड़े स्तर पर शुरू कर सकते हैं। इस व्यवस्या के लिए जमीन की आवश्यकता मुर्गियों की संख्या पर निर्भर होती है कि आप कितना पालन जा रहे हैं। अगर आप बड़े पैमाने में पोल्ट्री फार्मिंग के साथ कड़कनाथ मुर्गे का पालन करने जा रहे हैं तो लंबी और चौड़ी जमीन की जरूरत होगी, ताकि मुर्गियों को पालने में कोई समस्या ना हो और वह आसानी से चल फिर सकें। पोल्ट्री फार्मिंग पर वातावरण भी काफी महत्वपूर्ण कार्य करता है। पोल्ट्री फार्मिंग वहां पर लगाएं जहां पर वाहन की आवाजाही कम हो। इसके अलावा पानी की पर्याप्त व्यवस्था जगह पर हो, जहां पर यह फार्मिंग लगा हो और ट्रांसपोर्टेशन की भी व्यवस्था ठीक ठाक होनी चाहिए। अगर आपके पास यह सब व्यवस्था उपलब्ध है तो Poultry farming सबसे सटीक बिजनेस है।
मुर्गी पालन पर सरकार देती है ऋण
पोल्ट्री फार्मिंग के लिए वैसे तो काफी धन की जरूरत होती है। छोटे स्तर पर कम आय की जरूरत होती है। सरकार पोल्ट्री फॉर्म पर लोगों को ऋण की सुविधा भी दे रही है। 1 लाख के ऊपर के बजट पर सरकार सब्सिडी की मुहैया करवाती है। यह सब्सिडी जाति के आधार पर होती है। 1 लाख रुपये पर जनरल कैटेगरी 25% प्रतिशत यानी 25000 रूपए की सब्सिडी और एसटी/ एससी कैटेगरी 35% प्रतिशत यानी 35000 रुपये की सब्सिडी प्रदान करती है। लोगों को यह सब्सिडी NABARD और एमएएमसई ने मिलती है।
यह किसान कमा रहा कड़कनाथ मुर्गा से लाखों रुपये
ऐसे ही एक किसान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के सत्यपाल सिंह हैं। सिंह पोल्ट्री फार्मिंग (Poulty Farming) और उसमें कड़कनाथ मुर्गा पाल कर लाखों रुपये महीने की आय कमा रहे हैं। उन्होंने इस व्यवसाय की शुरुआत 10 लाख रुपये से की थी। इसके लिए उन्होंने पीएनबी से लोन लिया। उसके बाद 5000 बॉयलर बर्ड की यूनिट लगाई। उनका कहना है कि पोल्ट्री फार्म पर समय पर वैक्सीनेशन, पानी की व्यवस्था और धूप और हवा की अच्छी सुविधा होनी चाहिए, ताकि पलने वाले मुर्गों की अच्छी ग्रोथ के साथ उनका वजन बढ़ सके। आप जब बाजार में इसको बेचें तो इसका अच्छा दाम मिले।
कड़कनाथ मुर्गा की यह होती असली पहचान
कड़कनाथ मुर्गा की मांग भारत सहित विदेशों में भी होती है। भारत में इसका सबसे अधिक कारोबार मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ होता है। इस मुर्गे की असली पहचान यह होती है कि इसका रंग, मांस और खून काला होता है।