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Real Estate: त्योहारों की बहार, एक माह में रेरा में 3600 करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स पंजीकृत

Real Estate: उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण (उ. प्र. रेरा) में सितम्बर माह में प्रदेश भर से सर्वाधिक 36 नई रियल एस्टेट परियोजनाएं पंजीकृत की गई हैं।

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Published on: 15 Oct 2022 8:24 AM GMT
Festivals are out, projects worth more than 3600 crores registered in RERA in a month
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एक माह में रेरा में 3600 करोड़ से ज्याद के प्रोजेक्ट्स पंजीकृत: Photo- Social Media

Lucknow/Gautam Buddha Nagar: उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण (उ. प्र. रेरा) में सितम्बर माह में प्रदेश भर से सर्वाधिक 36 नई रियल एस्टेट परियोजनाएं पंजीकृत की गई हैं। एक माह में पंजीकृत होने वाली यह सबसे अधिक परियोनाएं है जो स्वयं में एक नया रिकार्ड है। इन परियोजनाओं में 32 आवासीय तथा 4 व्यवसायिक परियोजनाएं हैं जिनकी अनुमानित लागत रु. 3648.35 करोड़ है। इन परियोजनाओं से कुल 8116 इकाइयों/ यूनिटस का निर्माण किया जाएगा जिसमे 6931 नई आवासीय तथा 1185 व्यवसायिक यूनिटस प्रस्तावित है।

नॉन-एनसीआर जनपदों में 24 परियोजनाएं पंजीकृत हुई है जो नए उभरते हुए ट्रेंड को दर्शाता है। एनसीआर के जनपदों में 12 परियोजनाएं पंजीकृत हुई हैं और इस प्रकार नई परियोजनाओं के पंजीकरण में नॉन-एनसीआर और एनसीआर का अनुपात 70:30 का है। वर्तमान में नॉन-एनसीआर जिलों में ज्यादा परियोजनाए पंजीकृत हो रही है जबकि 2017 में यह आंकड़ा 50:50 का था। यह परियोजनाएं प्रदेश के 14 जिलों में पजीकृत की गई है जिसमे से एनसीआर के 3 तथा नॉन-एनसीआर के 11 जिले शामिल है।

सबसे ज्यादा 7 परियोजनाएं गाजियाबाद में पंजीकृत की गई

एनसीआर में सबसे ज्यादा 7 परियोजनाएं गाजियाबाद में पंजीकृत की गई है। इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर और मेरठ में 2-2 परियोजनाएं पंजीकृत की गई है। जबकि नॉन-एनसीआर में सबसे ज्यादा 4-4 परियोजनाएं आगरा व लखनऊ में पंजीकृत की गई है। इसके अलावा कानपुर, वृंदावन और मुरादाबाद में 3-3, और गोरखपुर में 2 परियोजनाएं पंजीकृत की गई है। झांसी, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर जिलों में एकल परियोजनाएं पंजीकृत हुई हैं।


इस बार के त्योहारी माहौल में एक और ट्रेंड सामने आया है जब प्रोमोटरों ने गोण्डा और बदायूं जैसे नए जिलों में भी रियल एस्टेट परियोजनाओं का पंजीकरण कराया जहाँ अभी तक ग्रुप हाउज़िंग या रियल एस्टेट प्रचलन नहीं दिखा था। नॉन-एनसीआर जिलों से रियल एस्टेट परियोजनाओं का पंजीकरण होना पूरे प्रदेश में घरों की बढ़ती मांग तथा उ. प्र. रेरा के बढ़ते नियामक या रेगुलेशन को भी दर्शाता है ।

उत्तर प्रदेश का रियल एस्टेट क्षेत्र नए रिकॉर्ड बना रहा

वर्ष 2020 और 2021 में कोविड-19 की महामारी से उबरने के बाद त्योहारों के इस सीजन में सभी क्षेत्रों में प्रगति दिख रही है और रियल एस्टेट इसमे अपवाद नहीं है। विशेषकर उत्तर प्रदेश का रियल एस्टेट क्षेत्र इस मामले में नए रिकॉर्ड बना रहा है और यह रियल एस्टेट सेक्टर के लिए महामारी से तेजी से उबरने के संकेत है।

उत्तर प्रदेश में कई विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं जैसे; इंटरनेशनल एयरपोर्ट, रैपिड रेल, मेट्रो रेल, एक्स्प्रेसवे व हाई वे, ट्रांसपोर्ट हब, डाटा सेंटर, लॉजिस्टिक पार्क, व फ्रेट कॉरीडोर के निर्माण तथा सामान्य बुनियादी ढांचा के सुदृढ़ विकास एवं बहुआयामी औद्योगिक निवेश के अनुकूल माहौल आदि से रियल एस्टेट सेक्टर को बढ़ावा मिला है। वर्तमान में यूपी रेरा में 3300 से ज्यादा परियोजनाएं पंजीकृत है और इनसे जुडी सभी आवश्यक सूचनाएं सार्वजनिक तौर पर सबके लिए वेबसाईट - https://www.up-rera.in/projects पर उपलब्ध है।

Shashi kant gautam

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