Raksha Bandhan 2024: 'धन वर्षा' से सरोबार राखी का कारोबार, 12 हजार करोड़ के व्यापार का अनुमान

Raksha Bandhan 2024: कैट की वैदिक कमेटी के अध्यक्ष तथा उज्जैन के प्रसिद्ध वेद मर्मज्ञ आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया कि कल 19 अगस्त को दोपहर 1.30 मिनट तक भद्रा काल है, जिसमें कोई भी मंगल कार्य निषेध है, इसलिए देश भर में रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार दोपहर 1.31 मिनट से ही मनाया जाएगा।

Viren Singh
Published on: 19 Aug 2024 5:48 AM GMT (Updated on: 19 Aug 2024 6:12 AM GMT)
Raksha Bandhan 2024
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Raksha Bandhan 2024 (सोशल मीडिया) 

Raksha Bandhan 2024: रक्षाबंधन पर्व को लेकर लखनऊ सहित देश भर का बाजार सजा हुआ है। रक्षाबंधन की पूर्व संध्या से लेकर आज पर्व मनाए जा रहे के दौरान लोग बाजार से राखी और मिठाई की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। त्यौहार की खरीदारी से बाजार गुलजार बना हुआ है। राखी और मिठाइयों की दुकानों को आज भी लोगों को भीड़ दिखाई पड़ रही है, जिससे दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। हालांकि ज्वेलरी, गिफ्ट- हैंपर और कपड़ों की दुकानों को कल की तुलना में सोमवार को रक्षाबंधन पर्व के दिन कम भीड़ है। बाजार में हर प्रकार की रंग-बिरंगी राखियां को मौजूद है। बच्चों के कार्टून वाली राखी से लेकर बड़ों को सोने और चांदी की वाली राखियां सभी खूब लुभा रही हैं। इस लखनऊ के ज्वेलरी बाजार से बहनों ने अपने भाईयों के लिए सोने और चांदी की राखी की खरीदारी की तो वहीं जिन के छोटे भाई हैं, उनकी बहनों से बाजार से कार्टून वाली राखी की खरीदारी करते हुए दिखाई हैं। बाजार में एक रुपए से लेकर एक हजार रुपये तक राखी मौजूद हैं, जबकि सोने और चांदी से बनी राखी पांच सौ रुपये लेकर लाखों रुपये तक मौजूद हैं। लोग अपनी इच्छा के मुताबित बाजार से राखी की लेते हुए दिखाई पड़ रहा है। बाजार में शाम तक खरीदारी का अनुमान लगाया जा रहा है।

राखी के बाजार में धनवर्षा

बीते तीन साल के राखी कारोबार की बात करें तो लोगों की त्यौहार के प्रति उत्सुकता बढ़ने की वजह से यह साल दर साल बढ़ा हुआ दिखाई दिया है। साल 2024 के रक्षाबंधन में भी भारी कारोबार का अनुमान लगया गया है, जो सफल होता दिखाई पड़ रहा है। भारत के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) ने कहा है कि इस वर्ष राखी के त्यौहार पर देश भर में 12 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का त्यौहारी व्यापार होने का अनुमान लगाया है। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री तथा दिल्ली के चांदनी चौक के भाजपा सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि जिस प्रकार से पिछले दिनों में राखियों की मांग में वृद्धि हुई है, उसको देखते हुए इस वर्ष 12 हज़ार करोड़ रुपये के राखी त्यौहार पर व्यापार होने की उम्मीद है। पिछले वर्ष यह व्यापार लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपये का था।

स्वदेशी राखियों की मांग

वर्ष 2022 में राखी का कारोबार लगभग 7 हज़ार करोड़ रुपये, 2021 यह व्यापार 6 हज़ार करोड़ रुपये का था। वर्ष 2020 में 5 हज़ार करोड़ , वर्ष 2019 में 3500 करोड़ और वर्ष 2018 में 3 हज़ार करोड़ था। इस बार बाज़ारों में राखी की ख़रीददारी की ज़बरदस्त भीड़ है और लोगों में त्यौहार के प्रति बहुत उत्साह भी है। पिछले कई वर्षों से देश में स्वदेशी राखियों ही बिक रही हैं और इस वर्ष भी चीन की बनी राखियों की न तो कोई मांग थी और न ही दिखाई दे रही हैं।

मशहूर उत्पादों की विशेष राखियां की धूम

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने बताया की इस वर्ष राखियों में एक विशेषता है। देश के विभिन्न शहरों के मशहूर उत्पादों से विशेष प्रकार की राखियां बनाई गईं है। इसमें नागपुर में खादी राखी, जयपुर में सांगानेरी कला राखी, पुणे में बीज राखी, मध्य प्रदेश के सतना में ऊनी राखी, आदिवासी वस्तुओं से बांस की राखी, असम में चाय पत्ती राखी, कोलकाता में जूट राखी, मुंबई में रेशम राखी, केरल में खजूर राखी, कानपुर में मोती राखी, बिहार में मधुबनी और मैथिली कला राखी, पांडिचेरी में सॉफ्ट पत्थर की राखी, बैंगलोर में फूल राखी आदि शामिल हैं। इसके अलावा देश का गर्व प्रदर्शित करने वाली तिरंगा राखी, वसुधैव कुटुंबकम की राखी और भारत माता की राखी मौजूद हैं। बाजार में इन राखियों की भी मांग काफी है। डिज़ाइनर और चाँदी की राखियां भी बाज़ार में खूब बिक रही है

1.30 तक है भद्रा काल

कैट की वैदिक कमेटी के अध्यक्ष तथा उज्जैन के प्रसिद्ध वेद मर्मज्ञ आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया कि कल 19 अगस्त को दोपहर 1.30 मिनट तक भद्रा काल है, जिसमें कोई भी मंगल कार्य निषेध है, इसलिए देश भर में रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार दोपहर 1.31 मिनट से ही मनाया जाएगा। कैट ने एडवाइजरी आज देश के सभी व्यापारी संगठनों को भेजी है और कहा है कि सभी व्यापारी शुभ समय में ही रक्षा बंधन का पर्व मनाए। भद्रा 19 अगस्त यानी आज रात 2 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो चुकी है। आज सुबह 09 बजकर 51 मिनट से 10 बजकर 53 मिनट तक भद्रा पूंछ रहेगी। फिर सुबह 10 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक भद्रा मुख रहेगा। इसके बाद भद्रा काल का समापन आज दोपहर 1 बजकर 30 पर होगा।

राखी बंधाने का सबसे शुभ मुहूर्त

आज दोपहर 1 बजकर 30 मिनट के बाद ही राखी बांधी जा सकती है। आज राखी बांधने का सबसे खास मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। राखी बांधने के लिए कुल आपको 2 घंटे 37 मिनट का समय मिलेगा, जो कि सबसे शुभ समय माना जा रहा है। इसके अलावा आप शाम के समय प्रदोष काल में भी राखी बांध सकते हैं। आज प्रदोष काल शाम 06 बजकर 56 मिनट से रात 09 बजकर 07 मिनट तक रहेगा।

Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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