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RBI Governor: FIBAC 2023 में शामिल हुए आरबीआई गवर्नर दास, अनसिक्योर्ड लोन की कढ़ाई पर दिया लोगों को ये जबाव

RBI Governor Shaktikant Das: FIBAC 2023 वार्षिक बैंकिंग सम्मेलन को संबोधित करते हुए दास ने कहा कि हमने हाल ही में स्थिरता के समग्र हित में कुछ व्यापक विवेकपूर्ण उपायों की भी घोषणा की है। ये उपाय प्रकृति में प्रीमेप्टिव हैं।

Viren Singh
Published on: 22 Nov 2023 2:19 PM IST (Updated on: 22 Nov 2023 2:21 PM IST)
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RBI Governor (सोशल मीडिया) 

RBI Governor Shaktikant Das: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि हाल ही में असुरक्षित ऋण यानी अनसिक्योर्ड लोन देने पर मानदंडों को कड़ा करना स्थिरता के हित में एक पूर्वव्यापी और लक्षित कदम है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई ने घर और वाहन खरीद के लिए ऋण और छोटे व्यवसायों द्वारा लिए जाने वाले ऋण जैसे कुछ वर्गों को बाहर रखा है, क्योंकि उन्हें विकास के मोर्चे पर लाभ मिल रहा है। RBI गवर्नर दास ने ये बातें फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) संयुक्त रूप से मुंबई में आयोजित किये जा रहे FIBAC कार्यक्रम में शामिल होते हुए कहीं।

बैंकिंग प्रणाली पर दास ने कही यह बात

FIBAC 2023 वार्षिक बैंकिंग सम्मेलन को संबोधित करते हुए दास ने कहा कि हमने हाल ही में स्थिरता के समग्र हित में कुछ व्यापक विवेकपूर्ण उपायों की भी घोषणा की है। ये उपाय प्रकृति में प्रीमेप्टिव हैं। इन्हें अंशांकित और लक्षित किया गया है। दास ने कहा कि उन्हें फिलहाल बैंकिंग प्रणाली में कोई नया तनाव पैदा होता नहीं दिख रहा है, लेकिन वे चाहते हैं कि ऋणदाता तनाव परीक्षण जारी रखें।

उन्होंने कहा कि कुछ गैर-बैंक वित्तीय कंपनियां-माइक्रोफाइनेंस संस्थान (एनबीएफसी-एमएफआई) उच्च ब्याज मार्जिन की रिपोर्ट कर रहे हैं और उनसे आरबीआई द्वारा दरों को निर्धारित करने में लचीलेपन का उपयोग "विवेकपूर्ण तरीके से" करने के लिए कहा गया है। मुद्रास्फीति में इस बीच गिरावट के संकेत दिखाई दे रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा कि आरबीआई पूरी तरह से मूल्य वृद्धि पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

इन वजहों से अक्टूबर में महंगाई पहुंची इस दर पर

दास ने कहा कि स्थानीय मुद्रा में कुछ मूल्यह्रास के नए निचले स्तर पर पहुंची है। अमेरिकी ट्रेजरी पैदावार में वृद्धि के बावजूद भारतीय रुपये ने "कम अस्थिरता और व्यवस्थित उतार-चढ़ाव" का प्रदर्शन किया है। दास ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों में रिज़र्व बैंक की मौद्रिक नीति कार्रवाई में विकास से पहले मुद्रास्फीति को प्राथमिकता देना, मुद्रास्फीति को कम करना शामिल है। तरलता समायोजन सुविधा, नीति रेपो दर में संचयी रूप से 250 आधार अंकों की वृद्धि, अतिरिक्त तरलता को खत्म करना, और सरकार द्वारा उठाए गए कुछ आपूर्ति पक्ष उपायों ने अक्टूबर 2023 में हेडलाइन मुद्रास्फीति को 4.9% तक कम करने में मदद की है।

दास बोले, बैंकों और एनबीएफसी को अपनानी चाहिए टेक्नोलॉजी

कार्यक्रम से बाहर निकलते वक्त मीडिया से बात करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि बैंकों और एनबीएफसी को प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहिए। हमारी ज़िम्मेदारी उन्हें यह बताना है कि संभावित जोखिम पैदा हो सकता है और आपको इस पर ध्यान देना चाहिए। उन्होने कहा कि मैं किसी को वैल्यू संबंधी निर्णय नहीं दे रहा हूं। बैंकों और एनबीएफसी को प्रौद्योगिकी अपनानी चाहिए... लेकिन जब हम कोई संभावित तनाव देखते हैं, जहां भविष्य में जोखिम हो सकता है, तो हम उन्हें पहले से चेतावनी देते हैं।

Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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