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RBI Decision: त्योहारी सीजन में भी EMI पर कोई राहत नहीं, लेकिन अब मोबाइल से भेज सकेंगे 5 लाख रुपए तक
RBI Decision: लोगों को उम्मीद थी कि इस त्योहारी सीजन में रिजर्व बैंक रेपो रेट में बदलाव करते हुए इसे कुछ कम करेगा। ताकि बढ़ी हुई महंगाई के बीच लोगों पर ईएमआई का बोझ कुछ कम हो।
RBI Decision: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति (monetary policy) समिति (एमपीसी) की बैठक शुक्रवार (08 अक्टूबर) को समाप्त हो गई। आरबीआई ने रेपो रेट (Repo Rate) और रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बैठक समाप्त होने के बाद समिति के फैसले की जानकारी देश को दी। दास ने बताया कि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 4 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट को 3.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। बता दें कि यह लगातार आठवीं बार है, जब रिजर्व बैंक ने अपने रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है।
कोरोना की दूसरी लहर (corona second wave) की वजह से अप्रैल-मई के दौरान देश के कई हिस्सों में लगाई गई पाबंदियों से अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ा था (economy impact) । लेकिन जैसे-जैसे पाबंदियों में ढील दी गई है, वैसे में यह बैठक अहम मानी जा रही है। बता दें कि हर दो महीने में भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक होती है। जिसमें अर्थव्यवस्था में सुधार पर चर्चा की जाती है। साथ ही ब्याज दरों को लेकर फैसले लिए जाते हैं। रिजर्व बैंक ने आखिरी बार पिछले साल 22 मई को नीतिगत दरों में संशोधन किया था।
लोगों की उम्मीदों को झटका
लोगों को उम्मीद थी कि इस त्योहारी सीजन में रिजर्व बैंक रेपो रेट में बदलाव करते हुए इसे कुछ कम करेगा। ताकि बढ़ी हुई महंगाई के बीच लोगों पर ईएमआई का बोझ कुछ कम हो। वहीं विशेषज्ञों की राय थी कि रेपो रेट पहले ही सबसे निचली दरों पर है, साथ ही बैंक भी सबसे निचली दरों पर लोन दे रहे हैं। ऐसे में रिजर्व बैंक रेपो रेट को अपरिवर्तित रख सकता है। रिजर्व बैंक के रेपो रेट में बदलाव नहीं करने से लोगों की ईएमआई कम होने की उम्मीदों को फिलहाल झटका लगा है।
मोबाइल से अब भेज सकते हैं 5 लाख रुपए तक
देश में ऑनलाइन लेन-देन (Online lenden )के बढ़ते चलन के बीच रिजर्व बैंक ने आईएमपीएस की सीमा दो लाख रुपए से बढ़ाकर अब 5 लाख रुपए करने की घोषणा की है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक समीक्षा नीति की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी। बता दें, कि आईएमपीएस के जरिए किसी भी खाता धारक को कहीं भी और कभी भी पैसे भेजे जा सकते हैं। अब तक इसकी सीमा दो लाख रुपए थी, जिसे बढ़ाकर अब पांच लाख रुपए कर दी गई है।
नतीजों से पहले ही सेंसेक्स में उछाल
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों से पहले ही इंफोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस के शेयरों में तेजी के बीच सेंसेक्स शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 200 अंकों से अधिक उछला। शुरुआती दौर में सेंसेक्स 0.37 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,901.62 पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 0.44 प्रतिशत बढ़कर 17,868.10 पर पहुंच गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरबीआई गवर्नर ने बताई खास बातें:
-रिजर्व बैंक ने लगातार आठवीं बार रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। यह चार फीसदी पर बरकरार है।
-ग्राहकों को ईएमआई या लोन की ब्याज दरों पर किसी तरह की नई राहत नहीं मिली है।
-आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने जानकारी दी कि समिति के सभी सदस्य दरें बरकरार रखने के पक्ष में हैं।
-साथ ही, बैंक रेट में भी कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है। यह 4.25 प्रतिशत पर है।
-केंद्रीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक रुख को 'उदार' बनाए रखा है।
-मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) रेट भी 4.25 प्रतिशत पर स्थिर है।
-शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है।
-उन्होंने बताया अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं। अगस्त और सितंबर में मांग में रिकवरी दिखी।
-खाद्य महंगाई दर में भी कमी आई है। शुरुआती दौर में निवेश में सुधार देखने को मिल रहा है।
-दास ने बताया, कि रिजर्व बैंक महंगाई को नियंत्रण में करने की कोशिशों में जुटी है।
-आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में देश की वास्तविक जीडीपी में 9.5 प्रतिशत की तेजी का अनुमान लगाया है।
-शक्तिकांत दास ने कहा, कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में देश की वास्तविक जीडीपी 17.1 फीसदी रह सकती है।
-वहीं, मुद्रास्फीति पर दास बोले, वित्त वर्ष 2021-2022 में सीपीआई मुद्रास्फीति 5.3 फीसदी रह सकती है। पिछली बैठक में 5.7 प्रतिशत का अनुमान लगाया गया था।
-दूसरी तिमाही में महंगाई दर 5.1 प्रतिशत रह सकती है,जबकि तीसरी तिमाही में 4.5 और चौथी तिमाही में यह 5.8 फीसदी हो सकती है।
-वहीं, केंद्रीय रिजर्व बैंक ने कहा, कि वित्त वर्ष 2022-2023 की पहली तिमाही में सीपीआई मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत का अनुमान लगाया गया है।
-दास ने ये भी बताया, कि कृषि उत्पादन से ग्रामीण मांग में तेजी आएगी।
-उन्होंने त्योहारों में शहरी मांग बढ़ने की उम्मीद जताई है।