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RBI का दावा: कोरोना के बुरे दौर से उबर चुकी भारतीय अर्थव्यवस्था, अमेरिका-यूरोप के विपरीत हर मोर्चे पर बढ़ रहा भारत
कोरोना महामारी (COVID-19) की वजह से दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था (Economy) बहुत तेजी से नीचे गई। जिसके उबरने को लेकर विशेषज्ञों का मानना रहा है कि इसमें समय लगेगा। साफ शब्दों में कहें तो आने वाले कुछ साल।
कोरोना महामारी (COVID-19) की वजह से दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था (Economy) बहुत तेजी से नीचे गई। जिसके उबरने को लेकर विशेषज्ञों का मानना रहा है कि इसमें समय लगेगा। साफ शब्दों में कहें तो आने वाले कुछ साल। लेकिन वहीं, भारतीय अर्थव्यवस्था सकारात्मक रुख के साथ आगे बढ़ रहा है। इंडियन इकॉनमी (Indian Economy) कोविड- 19 ((COVID-19) महामारी के दबाव से पूरी तरह बाहर निकलता दिख रहा है। बाजार के जानकर बताते हैं, कि घरेलू खपत और बढ़ते रोजगार ने अर्थव्यवस्था को सुधारने में बड़ी भूमिका अदा की है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि, भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा सोमवार को जारी मासिक बुलेटिन में यह दावा किया गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India) ने अपने बुलेटिन के हवाले से कहा, कि अमेरिका और यूरोप सहित दुनिया के कई अन्य देश महामारी के दौर में अब भी आर्थिक दबावों से जूझ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर भारत हर मोर्चे पर सम्मानजनक कहीं-कहीं तो दमदार प्रदर्शन कर रहा है। RBI ने बताया, कर्ज की मांग ने आर्थिक तथा औद्योगिक गतिविधियों को पटरी पर ला दिया है। बुलेटिन में यह भी कहा गया, कि कंपनियां उत्पादन बढ़ाकर लोगों के लिए नौकरियां मुहैया करवा रही है। रोजगार मिलने से लोगों की कमाई दोबारा बढ़नी शुरू हुई है। प्रकार अर्थव्यवस्था का पहिया एक बार फिर अपनी रफ्तार में घूमने लगा है।
अगर संक्रमण नहीं लौटा, तो पकड़ेंगे रफ्तार
भारतीय रिज़र्व बैंक ने चीन, रूस और यूरोप में कोरोना संक्रमण के एक बार फिर बढ़ने पर चिंता जताई है। साथ ही आरबीआई ने कहा, कि हमने (भारत) तेज रफ्तार में कोरोना की रोकथाम का टीकाकरण कर फिलहाल इस महामारी पर काबू तो पा लिया है, लेकिन अभी खतरा टला नहीं है। अगर, संक्रमण वापस नहीं लौटता है तो अर्थव्यवस्था की रफ्तार और बढ़ेगी। हालांकि, वैश्विक अर्थव्यवस्था में दोबारा अनिश्चितता बढ़ने का असर भारत पर भी देखने को मिल सकता है। इससे बचाव के लिए सरकार तथा केंद्रीय बैंक लगातार कदम उठा रहे हैं।
'साल 2040 तक बन जाएंगे दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था'
वहीं, भारतीय रिज़र्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल डी. पात्रा ने उम्मीद जताई है, कि भारत साल 2040 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। पात्रा ने इसे समझाते हुए कहा, अन्य देशों के मुकाबले भारत में भू राजनीतिक तनावों तथा बाहरी झटकों को झेलने की क्षमता अधिक है। उन्होंने कहा, इसमें कोई शक नहीं, कि हम दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। अगले एक 10 वर्षों में हमारी औसत विकास दर 8 प्रतिशत के आसपास रहेगी।