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Reliance: स्टॉक एक्सचेंज पर बड़ा फैसला, अब राइट्स इश्यू शेयर को लेकर होगा ये
रिलायंस के राइट्स इश्यू शेयर सोमवार से शेयर बाजारों मे लिस्टिंग के लिए तैयार है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, सेबी के अनुसार 15 जून 2020 को रिलायंस राइट्स इश्यू शेयरों का कारोबार शुरू हो जाएगा।
नई दिल्ली: रिलायंस के राइट्स इश्यू शेयर सोमवार से शेयर बाजारों मे लिस्टिंग के लिए तैयार है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, सेबी के अनुसार 15 जून 2020 को रिलायंस राइट्स इश्यू शेयरों का कारोबार शुरू हो जाएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों से अलग यह शेयर RELIANCEPP के नाम से शेयर बाजारों में लिस्ट होगा। इसके लिए एक अलग आईएसआईएन नंबर - IN9002A01024 जारी किया गया है।
राइट्स एंटाइटेलमेंट इश्यू ने शेयर बाजारों में ट्रेडिंग के दौरान निवेशकों की जेबें भर दी थी। आशिंक रूप से भुगतान किए गए राइट्स इश्यू शेयरों में भी सोमावार को तेजी की उम्मीद है।
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राइट्स इश्यू में रिलायंस ने पहली किश्त में केवल 25 फीसदी पैसा ही मांगा था। इस हिसाब से अगर आंशिक भुगतान किए गए शेयर का बाजार भाव, पूर्ण भुगतान वाले शेयर के 25 फीसदी से ज्यादा है तो इसका मतलब एक ही है कि निवेशक आंशिक भुगतान शेयरों पर अधिक प्रीमियम चुकाने को तैयार है। कुछ एक्सपर्ट्स और मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आंशिक भुगतान शेयर के 630 से 750 रु के बीच ट्रेड करने का अनुमान है।
रिलायंस ने 15 शेयरों पर 1 शेयर जारी किया था
राइट्स इश्यू के तहत शेयरधारकों को रिलायंस ने 15 शेयरों पर 1 शेयर जारी किया था। जिसकी प्रति शेयर कीमत 1257 रु लगाई गई थी। आवेदन पत्र के साथ शेयरधारकों को 25 फीसदी यानी 314.25 रु चुकाने थे। और बाकी बची रकम दो किश्तों में दी जानी थी। मई 2021, पहली किश्त में 314.25 रु यानी 25 फीसदी रकम का भुगतान शेयरधारक को करना था। और बाकी बची 50 फीसदी रकम यानी 628.5 रु नंवबर 2021 तक चुकाई जानी है।
पिछले 10 वर्षों में दुनिया के सबसे बड़े गैर वित्तिय राइट्स इश्यू से रिलायंस ने 53,124 करोड़ रु इक्ट्ठा करने की योजना बनाई थी। रिलायंस के राइट्स इश्यू को चौतरफा समर्थन मिला और यह इश्यू 159% सब्सक्राइब हो गया। कोरोना काल में भी कंपनी को 84 हजार करोड़ रु की बिड मिली। इश्यू 20 मई से 3 जून तक खुला था। और अब 15 जून को इसे बाजारों में ट्रेडिंग के लिए लिस्ट किया जा रहा है।
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कोविड के कारण उपजी आर्थिक मंदी के बावजूद विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स (FPI) ने रिलायंस में खासी दिलचस्पी दिखाई। 31 मार्च 2020 को एफपीआई की संख्या जहां 1318 थी वहीं 11 जून, 2020 को यह बढ़कर 1395 हो गई। एफपीआई का निवेश भी 23.48% से बढ़कर 24.15% हो गया।
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