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Subrata Roy Business: सुब्रत राय, बिजनेस तो सभी किये लेकिन सिक्का जमा सिर्फ फाइनेंस में

Subrata Roy Business: एयरलाइन, शॉप, रियल एस्टेट प्रोजेक्ट, टीवी चैनल, अखबार, इंस्टिट्यूट वगैरह किसी भी तरह सफल नहीं कहे जा सके। फिर भी सुब्रत रॉय की दूरदर्शिता और उद्यमशीलता को आने वाले वर्षों में याद रखा जाएगा।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 15 Nov 2023 3:37 AM GMT (Updated on: 15 Nov 2023 3:42 AM GMT)
Subrata Roy Business: सुब्रत राय, बिजनेस तो सभी किये लेकिन सिक्का जमा सिर्फ फाइनेंस में
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Subrata Roy Business: सुब्रत रॉय भारत के कारोबारी जगत के सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में से एक थे जिनका विशाल व्यापारिक साम्राज्य देश भर में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करता था। शायद ही कोई बिजनेस होगा जिसमें सुब्रत रॉय ने हाथ न डाला हो। लेकिन ये भी हैरत की बात है कि चिटफंड छोड़ कर कोई भी बिजनेस बुलंदियां न छू सका। उनकी एयरलाइन, शॉप, रियल एस्टेट प्रोजेक्ट, टीवी चैनल, अखबार, इंस्टिट्यूट वगैरह किसी भी तरह सफल नहीं कहे जा सके। फिर भी सुब्रत रॉय की दूरदर्शिता और उद्यमशीलता को आने वाले वर्षों में याद रखा जाएगा।

दो हजार से दो लाख करोड़ तक

सहारा मीडिया से लेकर रियल एस्टेट तक विभिन्न उद्योगों के जरिये लगभग हर क्षेत्र में सुब्रत राय का हस्तक्षेप था। वे न्यूयॉर्क प्लाजा होटल के साथ-साथ लंदन ग्रोसवेनर हाउस होटल के मालिक थे। उन्होंने 10 वर्षों तक भारतीय क्रिकेट टीम को प्रायोजित करने के अलावा, सहारा की फॉर्मूला वन रेसिंग टीम भी तैयार की थी। सुब्रत रॉय का विशाल साम्राज्य फाइनेंस, रियल एस्टेट, मीडिया और हॉस्पिटैलिटी सहित विभिन्न क्षेत्रों तक फैला हुआ था। 1978 में राय ने सिर्फ दो हजार रुपये से सुब्रत रॉय ने अपना काम शुरु किया था और एक समय में उनकी कुल शुद्ध संपति 2,59,900 करोड़ तक पहुँच गई थी।



सहारा श्री का टाइटल

'सहाराश्री' कहलाने वाले देश के सबसे चर्चित कारोबारी सुब्रत रॉय के नाम में सहारा भी जुड़ा हुआ था। वह सहारा इंडिया परिवार के मैनेजिंग वर्कर और चेयरमैन थे। सुब्रत रॉय ने वर्ष 1978 में सहारा की स्थापना की, और 2004 तक, उन्होंने अपनी कंपनी को देश के सबसे सफल समूहों में से एक बना दिया था।

सबसे बड़ा नियोक्ता

यहां तक कहा जाने लगा था कि भारतीय रेलवे के बाद सहारा 'भारत में दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता' है। उनके सहारा साम्राज्य में 15 लाख लोग काम करते थे। वे संभवतः भारत के कॉर्पोरेट जगत के इतिहास की सबसे अनूठी शख्सियतों में से एक थे।



सम्राज्य की कहानी

- सुब्रत रॉय 1976 में गोरखपुर में एक लड़खड़ाती चिटफंड कंपनी, सहारा फाइनेंस में शामिल हुए थे और इसे अपने कंट्रोल में ले लिया था।

- 1978 में सुब्रत रॉय ने कम्पनी का बिजनेस मॉडल बदल दिया। और बहुत पुराने पीयरलेस ग्रुप के वित्तीय मॉडल का इस्तेमाल किया। उन्हें रेसिड्यू गैर-बैंकिंग कंपनी (आरएनबीसी) कहा जाता है जो बहुत छोटी छोटी जमा स्वीकार करती हैं।

- 1990 के दशक में सुब्रत रॉय लखनऊ चले गये और वहां अपना बेस बना लिया। 92 में उन्होंने लखनऊ से एक हिंदी अखबार राष्ट्रीय सहारा शुरू किया।

- 1990 के दशक के अंत में सहारा ने पुणे के पास महत्वाकांक्षी एम्बी वैली सिटी परियोजना शुरू की।

- 2000 में सहारा टीवी लॉन्च किया गया जिसे बाद में सहारा वन नाम दिया गया।

- 2003 में, सहारा ने तीन साप्ताहिक शुरू किए: सहारा समय (अंग्रेजी), सहारा समय (हिंदी) और सहारा आलमी (उर्दू)।

- 2010 में सहारा ने लंदन में प्रतिष्ठित ग्रोसवेनर हाउस होटल और 2012 में न्यूयॉर्क शहर में ऐतिहासिक प्लाजा होटल और ड्रीम डाउनटाउन होटल खरीदा।

- जून 2019 मेंसुब्रत रॉय ने 'सहारा इवोल्स' ब्रांड नाम के तहत ऑटोमोबाइल क्षेत्र में अपने प्रवेश की घोषणा की।

- 2010 में आईपीएल फ्रेंचाइजी नीलामी में सहारा समूह ने पुणे आईपीएल टीम को 1,702 करोड़ रुपये में खरीदा और इसका नाम "पुणे वॉरियर्स इंडिया" रखा।

- सहारा ने हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं न्यूज और एंटरटेनमेंट चैनल लॉन्च किए।

- मुंबई में छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सहारा स्टार होटल खोला।

- 90 के दशक के अंत में रिटेल सेक्टर में क्यू शॉप की शुरुआत की। इस बिजनेस में सहारा हर तरह के प्रोडक्ट बेचता था।

- सुब्रत रॉय ने उड़ीसा, झारखंड और छत्तीसगढ़ में बिजली उत्पादन के क्षेत्र में भी निवेश किया।

- भारत में एयरलाइन्स के बूम के दौरान एयर सहारा की भी शुरुआत की जिसे बाद में जेट एयरवेज़ को बेच दिया गया।

- एजूकेशन के क्षेत्र में सहारा ने हाथ जमाए और सहारा कालेज ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेंज तथा इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की शुरुआत की।

- लंबे समय तक भारतीय क्रिकट टीम का स्पॉन्सर रहा सहारा ग्रुप हॉकी टीम को भी स्पॉन्सर कर चुका है।

- सहारा ने लखनऊ में भी खूब निवेश किया। उन्होंने सहारा सिटी, सहारा एस्टेट, सहारा होम्स बनाए। गोमती नगर में 350 बेड का सहारा हॉस्पिटल भी बनाया। मॉल कल्चर की शुरुआत में ही हजरतगंज इलाके में सहारा मॉल बनवाया।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During her career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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