TRENDING TAGS :
सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला को मिला ये बड़ा अवार्ड
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडन कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोविड-19 के टीके 'कोविशिल्ड' को विकसित करने का काम कर रहा है
नई दिल्ली कोरोना पूरी दुनिया में कहर ढा रही महामारी के खिलाफ लड़ाई में अदार पूनावाला का अहम रोल रहा है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला को 'एशियन ऑफ द ईयर' चुना गया है। सिंगापुर के प्रमुख अखबार 'द स्ट्रेट्स टाइम्स' (The Straits Times)ने पूनावाला सहित 6 लोगों को इसके लिए चुना है। इन सभी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लीड रोल प्ले किया है।
एशियन ऑफ द ईयर' सम्मान
'द स्ट्रेट्स टाइम्स' ने अदार पूनावाला समेत 6 लोगों का नाम 'एशियन ऑफ द ईयर' सम्मान के लिए चुना है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडन कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोविड-19 के टीके 'कोविशिल्ड' को विकसित करने का काम कर रहा है और इसके लिए भारत में टीके के ट्रायल किए जा रहे हैं।
यह पढ़ें...गुजरात की इस मुस्लिम लड़की ने किया ऐसा काम, पूरी दुनिया में हो रही तारीफ
वायरस के खिलाफ टीका बनाने में आगे
इस लिस्ट में पूनावाला के अतिरिक्त जो 5 अन्य लोग शामिल हैं, वे हैं चीन के अनुसंधानकर्ता झांग योंगझेन जिन्होंने महामारी के जिम्मेदार सार्स-सीओवी-2 के पहले पूरे जिनोम का पता लगाने वाले दल का नेतृत्व किया, चीन के मेजर जनरल चेन वई, जापान के डॉ. युईची मोरिशिता और सिंगापुर के प्रोफेसर आई इंग आंग। ये सभी वे लोग हैं जो वायरस के खिलाफ टीका बनाने में आगे हैं। लिस्ट में दक्षिण कोरिया के व्यवसायी सिओ जंग-जिन का भी नाम है, उनकी कंपनी भी टीके के निर्माण और उसे उपलब्ध करवाने का काम करेगी।
यह पढ़ें...Barabanki: 580 ट्राली धान खड़े-खड़े खराब, CM Yogi Adityanath के आदेश के बाद भी नहीं हुई तौलाई….
महामारी को खत्म करने के प्रयास
'द स्ट्रेट्स टाइम्स' के मुताबिक इन सभी लोगों को 'द वायरस बस्टर्स' का विशेषण दिया गया है जो अपनी क्षमतानुसार कोरोना वायरस महामारी को खत्म करने के प्रयास में जुटे हैं। अदार पूनावाला के पिता सायरस पूनावाला ने एसआईआई की स्थापना 1966 में की थी। 39 वर्षीय आदर ने संस्थान की कमान पूरी तरह से 2011 में संभाली। पूनावाला ने कहा कि उनका संस्थान गरीब देशों की टीके तक पहुंच बनाने में मदद कर रहा है।