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Wipro Share Price: आईटी फर्म विप्रो के शेयर में हुई तगड़ी गिरावट, कंपनी के शेयर खरीदने का है यह सही समय!
Wipro Share Price: आईटी शेयरों और विप्रो में आई गिरावट रूस-यूक्रेन युद्ध, आर्थिक मंदी और दुनिया भर में कोविड-19 लॉकडाउन की वजह से हुए है। इससे इन कंपनियों का अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रभावित हुआ है।
Wipro Share Price: शुक्रवार को बंद हुए शेयर बाजार के कारोबार में आईटी प्रमुख कंपनी विप्रो के शेयर इस साल अब तक 45 फीसदी तक टूटे चुके हैं। 31 दिसंबर को विप्रो के प्रति शेयर 715.20 रुपये पर बंद हुआ था और 09 दिसंबर 2022 तक यह गिरते हुए 396.40 रुपए पर कारोबार करता हुआ दिखाई दे रहा है। ऐसा नहीं हैं कि केवल आईटी देश आईटी कंपनियों में केवल विप्रो में ही गिरावट है, अधिकांश आईटी कंपनियों के शेयर शेयर बाजार में गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं। इस साल कई दिग्गज आईटी कंपनी के शेयरों में गिरावट रही है। प्रमुख आईटी कंपनियों में इंफोसिस के शेयर में 18% की गिरावट आई है,जबकि टीसीएस के शेयर इस साल अब तक 11.17 फीसदी तक टूटे हैं। अब शेयर बाजार निवेशकों को मन के सवाल यह उठा रहा है कि अभी तक विप्रो कंपनी के शेयरों में अच्छी खासी गिरावट आ गई है तो क्या यह समय सही रहेगा शेयर खरीदने के लिए या फिर अभी और इंतजार करना सही रहेगा? इन्हीं सवालों पर मार्केट एक्सपर्ट का जानिए क्या है मत?
निफ्टी पर आईटी इंडेक्सों की रही रैली
वैसे तो शेयर बाजार का सेंसेक्स इस साल अब तक 5.37% या 3,178 अंकों की बढ़ोतरी आई है,जबकि निफ्टी निफ्टी 5.28% या 930 अंक बढ़त पर गया है। वहीं, इसके उलट बीएसई आईटी इंडेक्स इस साल 22.15% या 8,383 अंक गिरकर 29,461 पर आ गया है,जोकि इससे पहले यह 16.60% या 5863 अंक की गिरावट पर था। हालांकि निफ्टी के आईटी इंडेक्स में इस साल 24.14% या 9,343 अंक की वृद्धि की, जबकि इससे पहले पिछले यह 18.43% या 6623 अंक की गिरावट पर था।
इतना बचा कंपनी का मार्केट कैप
17 अक्टूबर, 2022 को विप्रो के स्टॉक ने अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर 372.40 रुपये तक टच किया। यह अपने वार्षिक निम्न स्तर से 24 रुपये की वसूली कर चुका है। मौजूदा कारोबारी सत्र में, विप्रो 403.70 रुपये के पिछले बंद के मुकाबले 1.66% कम होकर 397 रुपये पर बंद हुआ। पिछले एक साल में विप्रो के शेयरों में 38.31% की गिरावट आई है। बीएसई पर मौजूदा कारोबारी सत्र में विप्रो का मार्केट कैप गिरकर 2.17 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
इन वजहों से गिरावट आईटी कारोबार
उधर, बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि आईटी शेयरों और विप्रो में आई गिरावट रूस-यूक्रेन युद्ध, आर्थिक मंदी और दुनिया भर में कोविड-19 लॉकडाउन के चलते इन कंपनियों का अंतरराष्ट्रीय व्यापार को प्रभावित हुआ है।
विप्रो के शेयर की खरीदारी पर बाजार विशेषज्ञ की राय
Tips2trade के अभिजीत ने कहा, "मुद्रास्फीति के माहौल के कारण वैश्विक आईटी शेयरों में मजबूत बिकवाली, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी पैदा हुई है, जिसके चलते विप्रो सहित भारतीय आईटी शेयरों में भी तेज गिरावट आई है। फिलहाल अभी निवेशकों को विप्रो के शेयर की खरीदने के लिए 380-385 रुपये के निचले स्तर के लिए इंतजार करना चाहिए।
दूसरी तिमाही की कमाई पर विचार करते हुए हेम सिक्योरिटीज ने विप्रो के शेयर को खरीदारी की सलाह दी है। हेम सिक्योरिटीज ने कंपनी के शेयर का 467 रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया है, जो मौजूदा बाजार मूल्य 406 रुपये से 15% अधिक है।
वहीं, प्रोफिसिएंट इक्विटीज के संस्थापक मनोज डालमिया ने कहा कि विप्रो बिकवाली के दबाव में है। वैश्विक स्तर पर कंपनियों द्वारा आईटी खर्च में कमी के कारण हम आईटी शेयरों में समान व्यवहार देख सकते हैं। निवेशक मौजूदा स्तरों पर जमा करने से बच सकते हैं और 374 रुपये के स्तर तक इंतजार करना चाहिए।