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Tata Group New Semicondutor Plant: टाटा ग्रुप और असम सरकार के बीच हुआ साझा अनुबंध, सेमीकंडक्टर प्लांट पर मिलकर करेंगे काम
Tata Group New Semicondutor Plant: इस प्लांट पर टाटा ग्रुप लगभग 27000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहा है।इससे असम में बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।
Tata Group New Semicondutor Plant: असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए टाटा ग्रुप और असम सरकार के बीच हुआ साझा अनुबंध कई बड़ी सौगात लेकर आने वाला है। असल में टाटा ग्रुप ने अपने सेमीकंडक्टर प्लांट पर काम की शुरुआत के साथ ही टाटा कंपनी ने सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए असम सरकार के साथ 60 साल के लीज एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर भी किए जा चुके हैं। इस प्लांट पर टाटा ग्रुप लगभग 27000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहा है।इससे असम में बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है। यह प्लांट मोरीगांव जिले के जागीरोड में बनने वाला है।
30 हजार जॉब पैदा होने की संभावना
टाटा ग्रुप इस प्लांट पर लगभग 27 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा। साथ ही एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोलकर नॉर्थ ईस्ट के युवाओं को बेहतर जॉब्स के लिए तैयार करेगा। इस नए प्रोजेक्ट को लेकर उम्मीद की।जा रही है कि सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए टाटा ग्रुप और असम सरकार में एग्रीमेंट के बाद इससे 30 हजार से भी कहीं ज्यादा रोजगार जनरेट होने की उम्मीद है।
स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी खोलेगा टाटा ग्रुप
सेमीकंडक्टर प्लांट के लिए टाटा ग्रुप और असम सरकार के बीच हुए एग्रीमेंट के संबंध में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा का कहना है कि, सेमीकंडक्टर प्लांट के नजदीक ही टाटा ग्रुप लोगों को रोजगार परक बनाने की दिशा में स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी खोलने की योजना पर काम कर रहा है। इस सेंटर की मदद से नॉर्थ ईस्ट के युवा एआई, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर के लिए खुद को तैयार कर सकेंगे। उन्होंने बताया था कि असम के लगभग 1500 युवा इस समय बेंगलुरु स्थित टाटा प्लांट में ट्रेनिंग ले रहे हैं। यह सेमीकंडक्टर प्लांट शुरू होने के बाद ट्रेनिंग सेंटर पर प्रशिक्षण ले रहे युवा ही आगे चलकर इस फील्ड में नेतृत्व संभालेंगे। असम में बनने जा रहा यह सेमी कंडक्टर प्लांट रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस प्लांट के जरिए टाटा ग्रुप इन टेक्नोलॉजीस पर करेगी काम
टाटा ग्रुप इस प्लांट का पहला चरण साल 2025 के मध्य तक शुरू करने जा रही है। यह प्लांट जिस जगह पर बनेगा, वहां पहले हिंदुस्तान पेपर कॉर्पोरेशन लिमिटेड का प्लांट था। इस प्लांट के जरिए टाटा ग्रुप वायर बॉन्ड, फ्लिप चिप और इंटीग्रेटेड सिस्टम्स पैकेजिंग टेक्नोलॉजीस पर काम करेगा। टाटा ग्रुप ने कहा कि यह प्लांट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंडस्ट्रियल और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स की डिमांड को पूरा करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस साझा एग्रीमेंट पर हुई बैठक के दौरान टाटा ग्रुप के बोर्ड मेंबर रंजन बंदोपाध्याय और असम इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन मैनेजर एवं प्रोजेक्ट इंचार्ज धीरज पेगु ने सब रजिस्ट्रार ऑफिस में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए. इस मौके पर डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर देवाशीष शर्मा और टाटा ग्रुप के अन्य अधिकारी कणिनिका ठाकुर, आशीष मिश्रा, अविनाश धाबड़े भी मौजूद थे। टाटा ग्रुप द्वारा फ्रेम में लाई गई योजना सेमीकंडक्टर सेक्टर में भारत को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए एक बड़ी भूमिका तय करेगी।