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Top Chai Startups In India: चाय के बिजनेस से जो बन गए करोड़पति, कभी एक छोटे से ठेले से की थी शुरूआत
Tea Startups in India:इतने बड़े चाय बाजार के साथ भारत निश्चित रूप से चाय उद्योग में एक शानदार करियर पेश करता है। हाल ही में इस चाय उद्योग के इर्द-गिर्द कई मिलियन डॉलर के व्यवसाय फले-फूले हैं।
Top Chai Startups In India: भारत में चाय हर दूसरे शख्स की पहली पसंद होती है। ऐसे में शायद इसी वजह से भारत दुनिया में चाय का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत में चाय का बिजनेस बहुत ही ज्यादा चलन में है। देखा जाए तो देश भर में चाय की वजह से डायरेक्ट-इनडायरेक्ट रोजगार के कई अवसर प्रदान करता है।
ऐसे में सिर्फ भारत की बात करें तो बेरोजगारी का आलम इस कदर बढ़ गया है कि जहां चाय के नुक्कड़ पर दोस्त यार बैठकर चुस्की मारते थे और गप्पे लड़ाते थे, अब उन्होंने इसी चाय को अपना करियर बना लिया। जिसकी बदौलत वो करोड़ों के मालिक बने बैठे हैं।
इतने बड़े चाय बाजार के साथ भारत में चाय उद्योग भी एक शानदार करियर पेश करता है। हाल ही में इस चाय उद्योग के इर्द-गिर्द कई मिलियन डॉलर के व्यवसाय फले-फूले हैं। आइए आपको बताते हैं चाय के उन बिजनेस के बारे में जिन्होंने छोटे से चाय के बिजनेस से बड़ा स्टार्टअप बना लिया।
कुंग फू चाय
कुंग फू चाय 2010 में स्थापित एक अमेरिकी ड्रिंक फ्रैंचाइज़ी है। ये फ्रैंचाइज़ी पूरे संयुक्त राज्य में 290 से अधिक आउटलेट संचालित करती है। इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क संयुक्त राज्य अमेरिका में है। इसने हाल ही में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और कंबोडिया में अपना बिजनेस शुरू किया है।
अपनी बबल टी के लिए जानी जाने वाली कुंग फू चाय बेजोड़ गुणवत्ता, स्वास्थ्यवर्धक होने की वजह से प्रसिद्ध है। कुंग फू टी को बबल टी के स्टारबक्स के रूप में भी जाना जाता है। कुंग फू टी मेनू में क्लासिक, मिल्क टी, पंच, मिल्क कैप, योगर्ट, स्लश, मिल्क स्ट्राइक, एस्प्रेसो, सीजनल और कई अन्य नाम के ड्रिंक्स शामिल हैं।
डिंग चाय
डिंग टी 2004 में मिस्टर जू वेई-जियांग द्वारा स्थापित एक प्रसिद्ध ड्रिंक फ्रैंचाइज़ी है। ताइवानी ब्रांड का उद्देश्य अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाली प्रामाणिक ताइवानी चाय प्रदान करना है। और इसलिए ताइवानी चाय संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं।
एमबीए चाय वाला
MBA चाय वाला 2017 में प्रफुल्ल बिलोर द्वारा स्थापित एक अखिल भारतीय चाय स्टार्टअप है। एमबीए करने के इच्छुक प्रफुल का प्रतिष्ठित भारतीय बिजनेस स्कूल (आईआईएम) में प्रवेश न हो पाने की वजह से वे बहुत टूट गए थे। जिसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में 8000 रुपये के निवेश के साथ अपना चाय व्यवसाय शुरू किया।
आज उनके पास करोड़ों डॉलर की एक कंपनी है, जिसका कारोबार 4 करोड़ रुपये का कारोबार है और पूरे भारत में 50 आउटलेट हैं। प्रफुल्ल मिट्टी के बर्तनों में टोस्ट और टिश्यू के साथ चाय बेचता है जो कई ग्राहकों को काफी आकर्षित करता है। प्रफुल्ल कहते हैं, ब्रांड के नाम में एमबीए का मतलब मिस्टर बिलोर अहमदाबाद है, न कि मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन।
चाय सुट्टा बार
अनुभव दुबे और आनंद नायक ने महसूस किया कि चाय पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पिए जाने वाली ड्रिंक्स में से एक है। उनका मानना है कि एक भारतीय परिवार में चाय का एक विशिष्ट स्थान होता है। जिसके बाद दोनों ने 2016 में इंदौर में 30 लाख रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ एक चाय कैफे शुरू करने का फैसला किया।
चाय सुट्टा बार में चाय 10 रुपये से शुरू होती है, जो इसे काफी किफायती बनाती है। ब्रांड के 100 शहरों में 200 से अधिक आउटलेट हैं और 100 करोड़ की संचयी बिक्री का दावा करता है।
वाहदम चाय
वाहदम टीज़ को बाला सारदा ने 2015 में लॉन्च किया था। कंपनी भारत की सबसे बड़ी डिजिटल रूप से देशी, वैश्विक वेलनेस ब्रांड है और दुनिया भर के उपभोक्ताओं के लिए देश की बेहतरीन चाय और सुपरफूड लेकर आई है।
बाला शारदा का पालन-पोषण नई दिल्ली में हुआ और उन्होंने बिजनेस स्टडीज में स्नातक की डिग्री हासिल की। उनके पिता का जन्म और पालन-पोषण भारत के एक शहर दार्जिलिंग में हुआ था, जो अपनी उच्च गुणवत्ता वाली चाय के लिए प्रसिद्ध था। शारदा का चाय में 85 साल से अधिक का पास्ट था।
उन्होंने महसूस किया कि चाय के उच्च उत्पादन के बावजूद, भारत कच्चे माल के थोक निर्यात पर निर्भर था। यहाँ कमी थी एक देशी ब्रांड की जो इन प्रीमियम चायों को वैश्विक स्तर पर ले जा सके। शारदा ने इसे एक अवसर के रूप में लिया और भारत का सबसे बड़ा हर्बल चाय ब्रांड वाहदम टीज़ बनाया।