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Deepawali 2024 : इस दीपावली पर 30 अरब से ज्यादा की होगी रत्नों और ज्वेलरी की बिक्री
Deepawali 2024 : महंगाई एक तरफ और दीपावली एक तरफ। बहुत से लोगों के लिए दीपावली दिल खोल कर खरीदारी करने का अवसर होता है।
Deepawali 2024 : महंगाई एक तरफ और दीपावली एक तरफ। बहुत से लोगों के लिए दीपावली दिल खोल कर खरीदारी करने का अवसर होता है। इसी से जान लीजिये कि इस साल जवाहरातों और ज्वेलरी की बढ़ती कीमतों के बावजूद धनतेरस और दीपावली पर डिमांड मजबूत ही रहने का अनुमान है और इस पर्व पर घरेलू बाजार में बिक्री 30,000 करोड़ रुपये को पार कर सकती है।
दरअसल लोगों को कहीं और पैसा लगाने के बजे सोने-चांदी और जवाहरातों में इन्वेस्टमेंट कहीं ज्यादा भरोसेमंद लग रहा है। भले ही चांदी एक लाख रुपये किलो से ज्यादा की हो गयी है लेकिन सोने की अपेक्षा में कम कीमत के चलते यह लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही है। चांदी 40 प्रतिशत से अधिक रिटर्न के साथ टॉप परफ़ॉर्मर के रूप में उभरी है, इसके बाद सोना 23 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है, जो शेयर बाजार के बेंचमार्क रिटर्न से काफी अधिक है।
कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस दिवाली पर देश भर में बिक्री में पिछले साल की तुलना में 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि होगी। एक्सपर्ट्स के अनुसार, वैश्विक अनिश्चितताओं और हालातों के चलते सोना चमक रहा है, जबकि चांदी एक किफायती विकल्प के रूप में काफी लोकप्रिय हो रही है। इस वर्ष हीरे से सोने की ओर डिमांड गयी है क्योंकि प्रयोगशाला में उगाए गए हीरे की लोकप्रियता ने प्राकृतिक हीरे की मांग को प्रभावित किया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस धनतेरस और दीपावली के मौसम में बिक्री 30,000 करोड़ रुपये को पार करने की उम्मीद है। सेनको गोल्ड लिमिटेड के एमडी और सीईओ सुवनकर सेन ने कहा कि मूल्य के हिसाब से सोने की बिक्री में 10 से 12 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कम 9 कैरेट शुद्धता और हल्के सोने के आभूषण आने से मांग बढ़ी है।
कोलकाता में स्वर्ण शिल्प बचाओ समिति के मुताबिक इस साल का कारोबार बेहतर रहने की उम्मीद है, क्योंकि ऊंची कीमतों से उपभोक्ताओं को विश्वास है कि सोने का मूल्य चमकता रहेगा। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड का अनुमान है कि औद्योगिक मांग और सुरक्षित निवेश के कारण 12 से 15 महीनों में एमसीएक्स पर चांदी 1,25,000 रुपये तक पहुंच सकती है।