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VGGS-2024: गुजरात में बरसा धन...अडानी करेगा 2 लाख करोड़ का निवेश, जानिए अन्य ग्रुप ने क्या दिया राज्य को?
VGGS-2024: मारुति सुजुकी इंडिया गुजरात में अपनी दूसरी विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए ₹35,000 करोड़ का निवेश करेगी। संयंत्र की स्थापित उत्पादन क्षमता 10 लाख यूनिट प्रति वर्ष होगी।
VGGS-2024: गुजरात की राजधानी गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में आयोजित हो रहे वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में बुधवार को अरबपति कारोबारी एवं अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अंडानी ने भाग लिया। समिट को संबोधित करते हुए गौतम अडानी ने वाइब्रेंट गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असाधारण दृष्टिकोण की एक आश्चर्यजनक अभिव्यक्ति है। अगले पांच वर्षों में गुजरात में हमारा अडानी समूह 2 लाख करोड़ से अधिक का निवेश करने जा रहा है, जिससे राज्य की आर्थिक प्रगाति तो होगी ही, साथ रोजगार के नए द्वार भी खोलेंगे।
अडानी बोले- समिट ने देश भर में जगाई अलख
गौतम अडानी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट ने देऱ भर में आर्थिक जगत के क्षेत्र में एक अलख जगाई है। आंदोलन के रूप में हमारे सभी राज्य भारत के औद्योगिक परिदृश्य को मौलिक रूप से फिर से तैयार करने के लिए प्रतिस्पर्धा और सहयोग करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। अडानी ने कहा कि हम आत्मनिर्भर भारत के लिए हरित आपूर्ति श्रृंखला का विस्तार कर रहे हैं और सबसे बड़ा एकीकृत, नवीकरणीय ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र बना रहे हैं। अगले पांच वर्षों में, अडानी समूह 2 लाख करोड़ से अधिक का निवेश गुजरात में करने जा रहा है।
गुजरात में सुजुकी इतना करेगी निवेश
सुजुकी मोटर्स के अध्यक्ष तोशीहिरो सुजुकी ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में आमंत्रित किए जाने पर अपना सम्मान व्यक्त किया और पिछले दशक में भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार की उल्लेखनीय वृद्धि की सराहना की। प्रधान मंत्री मोदी के मजबूत नेतृत्व और अटूट समर्थन को स्वीकार करते हुए सुजुकी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत ने अब विश्व स्तर पर तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल बाजार के रूप में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया है। तोशीहिरो सुजुकी ने कहा कि सुजुकी ग्रुप गुजरात में सुजुकी मोटर के लिए चौथी उत्पादन लाइन शुरू करेगा और इसमें ग्रुप 3200 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष ने आगे कहा कि मारुति सुजुकी इंडिया गुजरात में अपनी दूसरी विनिर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए ₹35,000 करोड़ का निवेश करेगी। संयंत्र की स्थापित उत्पादन क्षमता 10 लाख यूनिट प्रति वर्ष होगी। परिणामस्वरूप गुजरात में कंपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता दो मिलियन यूनिट होगी, जिसमें एक पुराना और एक नया संयंत्र शामिल हैं।
गीगा फैक्ट्री का निर्माण
टाटा एंड संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने समिट में भाग लेते हुए कहा कि आर्थिक विकास के प्रभाव के परिणामस्वरूप जबरदस्त सामाजिक विकास भी हुआ है। गुजरात ने स्पष्ट रूप से खुद को भविष्य के प्रवेश द्वार के रूप में स्थापित किया है। टाटा समूह के लिए गुजरात एक बहुत ही विशेष स्थान रखता है। हाल ही में, हमने गुजरात में अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताएं की हैं। यह टाटा के सभी इलेक्ट्रिक वाहनों की प्रौद्योगिकी का घर बन रहा है। हमने अतिरिक्त क्षमता के साथ साणंद में पदचिह्न का विस्तार किया ताकि, हम इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांगों को पूरा कर सकें। टाटा साणंद में 20 गीगावॉट लिथियम-आयन बैटरी के लिए एक विशाल गीगा फैक्ट्री की परियोजना का निर्माण आगामी कुछ महीनों में शुरू करने जा रहा है।
लक्ष्मी मित्तल की बातें
आर्सेलरमित्तल के अध्यक्ष लक्ष्मी मित्तल ने विचारों, कल्पना और प्रक्रिया निरंतरता में निहित इस आयोजन की संस्थागत संरचना की सराहना की। पिछले साल सितंबर में अपनी यात्रा पर विचार करते हुए मित्तल ने शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी विषय 'एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य' पर अंतर्दृष्टि साझा की और भविष्यवाणी की कि यह वैश्विक मंच पर भारत के गौरव को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा। मित्तल ने कहा कि मैं पिछले साल सितंबर में वाइब्रेंट गुजरात के लिए यहां आया था। तब पीएम मोदी ने हमें बताया था कि कैसे इस मेगा-वैश्विक कार्यक्रम ने विचारों, कल्पना और प्रक्रिया की निरंतरता के आधार पर संरचना को संस्थागत बनाया है।
माइक्रोन ने खुलेगा मेमोरी असेंबली और परीक्षण सुविधा केंद्र
माइक्रोन टेक्नोलॉजी के सीईओ संजय मेहरोत्रा ने कहा कि भारत को सेमीकंडक्टर्स के लिए वैश्विक केंद्र बनाने का पीएम मोदी का दृष्टिकोण भविष्य के लिए एक बड़ा आर्थिक चालक होगा क्योंकि भारत तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। सेमीकंडक्टर में भारत के लिए आगे एक जबरदस्त अवसर है। मेहरोत्रा ने कहा कि सेमीकंडक्टर शक्ति के रूप में भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। आज, मुझे माइक्रोन का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है, जो दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियों में से एक है और मेमोरी और स्टोरेज में अग्रणी है। माइक्रोन मेमोरी में एक अग्रणी पावरहाउस है। मुझे गर्व है कि जून में हमने एक विश्व स्तरीय मेमोरी असेंबली और परीक्षण सुविधा केंद्र बनाने जा रहे हैं। जिसकी घोषणा गुजरात से कर रहे हैं और यह भारत में अपनी तरह का पहला होगा।