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Walmart को बड़ा झटका, चुकाएगा भारत सरकार को 83 अरब रुपये का कर
Walmart PhonePe: वॉलमार्ट को कर का भुगतान फोनपे के मुख्यालय को भारत में स्थानांनारित होने की वजह से उसके बढ़े मूल्यांकन की वजह से देना पड़ा रहा है। वॉलमार्ट के पास फोनपे की सबसे अधिक हिस्सेदारी है।
Walmart PhonePe: वॉलमार्ट को भारत में बड़ा झटका मिला है। वॉलमार्ट को यह झटका डिजिटल भुगतान कंपनी फोनपे का मुख्यालय सिंगापुर से भारत में शिफ्ट करने पर लगा है। दरअसल, वॉलमार्ट ने फोनपे का मुख्यालय हाल ही में सिंगापुर से भारत शिफ्ट किया है, जिसकी वजह से अब कंपनी को 1 अरब डॉलर यानी 83 अरब रुपये का कर चुकाना होगा। हालांकि वॉलमार्ट ने बुधवार को देर रात बकाया कर को लेकर एक बयान दिया। इस बयान में कंपनी ने कहा कि उसने बकाया कर सरकार को पहले ही चुका दिया है।
इस वहज से देना पड़ा रहा कर
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक, वॉलमार्ट इंक को यह भुगतान फोनपे के मुख्यालय को भारत में स्थानांनारित होने की वजह से उसके बढ़े मूल्यांकन की वजह से देना पड़ रहा है। आपको बता दें कि वॉलमार्ट के पास फोनपे की सबसे अधिक हिस्सेदारी है। कंपनी के पास यह हिस्सेदारी फ्लिपकार्ट को खरीदने के बाद आई है। हाल ही में फोनपे से फ्लिपकार्ट अलग हुई है।
वॉलमार्ट का कहना कर चुका भुगतान
वहीं, वॉलमार्ट इंक (WMT.N) ने बुधवार देर रात पुष्टि की कि उसने भारत सरकार को डिजिटल भुगतान कंपनी PhonePe के बकाया कर 1 बिलियन डॉलर का भुगतान पहले ही कर दिया है। इस मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि फोनपे प्री मनी मूल्यांकन के आधार पर जनरल अटलांटिक, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और अन्य निवेशकों के माध्यम से 12 अरब डॉलर की पूंजी जुटा रही है,जिसके चलते यह भारी शुल्क चुकाना पड़ रहा है। फिनटेक फर्म का अंतिम मूल्य दिसंबर 2020 में लगभग 5.5 बिलियन डॉलर था।
वॉलमार्ट ने 2018 में हासिल की हिस्सेदारी
वॉलमार्ट ने 2018 में भारतीय ईकॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट में एक नियंत्रित हिस्सेदारी खरीदी, जिससे उसे PhonePe का स्वामित्व मिल गया। फ्लिफकार्ट ने 2016 में फोनपे को खरीदा था। वॉलमार्ट ने कहा कि पिछले महीने उसने फोनपे को फ्लिपकार्ट से अलग करने का काम पूरा कर लिया है। वह दोनों कंपनियों में बहुसंख्यक हितधारक बनी रहेगी।
कंपनी उठा रही यह तीन कदम
मिली जानकारी के मुताबिक, PhonePe वर्तमान में तीन महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। यदि इसे भारतीय शेयर बाजार में सार्वजनिक पेशकश के लिए खुद को सूचीबद्ध करना है तो यह आवश्यक है। इनमें भारत में स्थानांतरित होना, फ्लिपकार्ट से अलग इकाई के रूप में खुद को तराशना, और उच्च मूल्यांकन पर धन जुटाना शामिल है।