×

Wheat Variety Profit: गेहूं की यह किस्में किसानों को बना देती हैं रईस, मिलता है 89 क्विंटल तक उत्पादन, जानिए इनके नाम

Wheat Variety Profit: पैदावार अधिक होने से होता है कि फसल तैयार करने में करीब-करीब मेहनत और लागत उतनी ही लगती है। अगर कम उत्पादन वाली किस्म की बुआई करेंगे तो खेतों से पैदावार कम होगी, तो कमाई भी कम ही होगी।

Viren Singh
Published on: 11 Nov 2023 9:45 AM IST (Updated on: 11 Nov 2023 9:45 AM IST)
Wheat Variety
X

Wheat Variety (सोशल मीडिया)  

Wheat Variety: देश भर में धान फसल की कटाई कई जगहों हो चुकी या फिर चल रही है। जिन जगहों पर कटाई हो चुकी है, वहां गेंहू की बुवाई के लिए खेतों में छिपाई जारी है। यानी खेतों को गेहूं की फसल लगाने के लिए तैयार किया जा रहा है। वहीं, जिन जगहों पर कटाई चल रही है, जल्दी वहां भी गेहूं के लिए खेतों में छिपाई शुरू हो जाएगी। गेहूं महंगी फसल होती है और इसकी खेती देश भर के लगभग सभी राज्यों की जाती है। अगर आप किसान हैं और गेहूं की खेती के लिए फसल बोने की तैयार कर रहे हैं तो हमेशा ध्यान दें कि खेतों में उन किस्मों के गेहूं की बुआई करनी चाहिए कितना उत्पादन अधिक हो।

गेहूं की ये टॉप किस्में फसल

पैदावार अधिक होने से होता है कि फसल तैयार करने में करीब-करीब मेहनत और लागत उतनी ही लगती है। अगर कम उत्पादन वाली किस्म की बुआई करेंगे तो खेतों से पैदावार कम होगी, तो कमाई भी कम ही होगी। अगर गेहूं की उत्तम किस्मों वाली फसलों की बुआई करोगे तो अधिक पैदावार होगी, जिससे लाभ अधिक होगा। बाजार में आज कल गेहूं की अधिक पैदावार करने वाली किस्में मौजूद हैं, लेकिन किसानों को जानकारी के अभाव में वह बार बार एक ही किस्म की बुआई कर रहा है, जिससे उसको गेहूं की लागत तक नहीं मिल रही और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इन किस्मों से होता है अधिक पैदावार

भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान करनाल के निदेशक का कहना है कि बाजार में गेहूं की 5 नई किस्म डीबीडब्ल्यू-370, 371, 372, 316 व डीबीडब्ल्यू 55 मौजूद हैं। इनको लाइसेंसिंग के लिए बाजार में उतारा दिया गया है। यह किस्में जलवायु के लिए अनुकूल हैं। गेहूं बुआई करने वाले खेतीहर 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज ले सकते हैं। तो आइये डालते हैं इन किस्मों पर एक नजर।

डीबीडब्ल्यू- 370 किस्म

गेहूं की डीबीडब्ल्यू-370 अधिक उत्पादन देने वाली किस्म है। इस किस्म की उत्पादन क्षमता 86.9 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है। वहीं इसकी औसत उपज 74.9 क्विंटल तक प्राप्त होती है। यह फसल 151 दिन तैयार हो जाती है।

डीबीडब्ल्यू- 371 किस्म

गेहूं की डीबीडब्ल्यू- 371 सिंचित क्षेत्रों में गेहूं की अगेती बुवाई के लिए सबसे अधिक किस्म है। इसके किसान अधिकतम 87.1 क्विंटल तक उपज प्राप्त कर सकते हैं, जबकि इसकी औसत उपज 75.1 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है। इस किस्म को हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान जिसमें कोटा व उदयपुर को छोड़कर शेष जिलों में इसे उगाया जा सकता है। वहीं उत्तर प्रदेश में झांसी मंडल को छोड़कर इसकी खेती की जा सकती है। यह किस्म 150 दिन में पककर तैयार हो जाती है।

डीबीडब्ल्यू- 372 किस्म

गेहूं की डीबीडब्ल्यू- 372 किस्म की उत्पादन क्षमता 84.9 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है। इसकी औसत उपज 75.3 क्विंटल प्रति हैक्टेयर प्राप्त होती है। यह किस्म 151 दिन में पककर तैयार हो जाती है।

Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

Next Story