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WPI Inflation: थोक महंगाई 21 महीने के निचले स्तर पर, नवंबर में रही 5.85 फीसदी पर
WPI Inflation: सालाना आधार पर, WPI मुद्रास्फीति नवंबर 2021 में 14.87 प्रतिशत से कम होकर 2022 नवंबर में 5.58 फीसदी पर आ गई है।
WPI Inflation: देश में थोक मूल्य मुद्रास्फीति के मामले में तगड़ी राहत मिली है। नवंबर में देश की थोक मूल्य मुद्रास्फीति (डब्ल्यूपीआई) में जोरदार गिरावट आई है और यह 5.85 फीसदी पर आ गई है, जोकि WPI मुद्रास्फीति का 21 महीने का निचला स्तर है। वहीं, सालाना आधार पर, WPI मुद्रास्फीति नवंबर 2021 में 14.87 प्रतिशत से कम होकर 2022 नवंबर में 5.58 फीसदी पर पहुंच गई है। अक्टूबर महीनें में देश की WPI मुद्रास्फीति 8.39 फीसदी पर थी। इससे पहले देश को रिटेल मूल्य मुद्रास्फीति से राहत मिली थी। नवंबर महीने में रिटेल रिटेल मुद्रास्फीति में गिरावट आई थी।
मंत्रालय ने जारी किये आंकड़ें
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि थोक महंगाई दर में आई गिरावट की वजह खाद्य पदार्थों, बुनियादी धातुओं, कपड़ा, रसायन और रासायनिक उत्पादों और कागज और कागज उत्पादों की कीमतों में कमी आना है। WPI खाद्य मुद्रास्फीति अक्टूबर में 6.48 प्रतिशत थी जो घटकर नवंबर में 2.17 प्रतिशत हो गई। फूड इंडेक्स महीने दर महीने में 1.08 फीसदी लुढ़का है।
इन वस्तुओं के घटे दाम
मंलायल के मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की महंगाई नवंबर में घटकर 3.59 फीसदी दर्ज हुई है। इससे पहले यह अक्टूबर महीने 4.42% पर था। ईंधन और बिजली नवंबर महीने में 17.35 फीसदी पर दर्ज हुआ है,जबकि अक्टूबर में यह 23.17 फीसदी पर था। फूड महंगाई घटकर 2.17 फीसदी पर पहुंच गई। इससे पहले अक्टूबर में यह 6.48 फीसदी पर था। सब्जी महंगाई दर नवंबर में घटकर -20.1 फीसदी हो गई है। आलू महंगाई दर नवंबर में -49.79 फीसदी पर आ गई। इसके अलावा नवंबर महीने में अंडे, मीट और मछली की महंगाई 2.27 फीसदी हो गई है,जबकि इससे पहले अक्टूबर में यह 3.63 फीसदी पर थी। प्याज की महंगाई नवंबर में घटकर -30.02 फीसदी पर पहुंचा गया है। वहीं, ईंधन और पावर इंडेक्स, जैसी चीजों में नवंबर महीनें में महंगाई दर 17.35 फीसदी रही है,जबकि इससे पहले अक्टूबर महीने में यह 23.17 फीसदी पर थी।
नवंबर में इतनी रही खुदरा महंगाई
इससे पहले नवंबर महीने की खुदरा मूल्य मुद्रास्फीति के आंकड़ें जारी हुए थे। नवंबर माह में खुदरा महंगाई लोगों को राहत मिली। यह घटकर 5.88 फीसदी पर आ गई,जोकि 11 महीने का निचला स्तर है। नवंबर महीने में गिरावट से देश की खुदरा महंगाई लगातार आरबीआई के तय सीमा लगातार 6 फीसदी के ऊपर चल रही है। अक्टूबर में सीपीआई 6.77 फीसदी रिकॉर्ड की गई थी तो यह सितंबर में 7.41 फीसदी पर थी।