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YouTube: यूट्यूब पर वीडियो बनाने वालों ने किया GDP में 6,800 करोड़ रुपये का योगदान

Business: यूट्यूब क्रिएटर्स ने वर्ष 2021 में भारतीय इकॉनमी में 6800 करोड़ रुपये का योगदान किया है। गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब ने कहा है कि उसके क्रिएटर्स का फैलता दायरा भारतीय बाजार के लिए काफी आर्थिक मूल्य पैदा कर रहा है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Deepak Kumar
Published on: 3 March 2022 4:28 PM IST
YouTube creators contributed 6800 crore rupees to Indian economy in 2021
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यूट्यूब पर वीडियो बनाने वालों ने किया GDP में 6,800 करोड़ रुपये का योगदान। (Photo- Social Media) 

You Tube creators: यूट्यूब (You Tube) पर वीडियो बनाने वाले क्रिएटर्स न सिर्फ अपने हुनर का प्रदर्शन करते हैं बल्कि पैसा कमाने का भी एक रास्ता अख्तियार करते हैं। इन क्रिएटर्स को कतई छोटा नहीं समझना चाहिए क्योंकि ये देश की जीडीपी (GDP) में अच्छा खासा योगदान करते हैं। इन्हीं क्रिएटर्स ने भारतीय इकॉनमी (Indian Economy) में वर्ष 2021 में 6800 करोड़ रुपये का योगदान किया है। यानी यूट्यूब पर वीडियो डालना भी किसी उद्यम और उद्योग से कम नहीं है।

देश की जीडीपी में 6,800 करोड़ रुपये का योगदान

गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब (You tube) ने कहा है कि उसके क्रिएटर्स का फैलता दायरा भारतीय बाजार (Indian Market) के लिए काफी आर्थिक मूल्य पैदा कर रहा है और देश की जीडीपी (GDP) में 6,800 करोड़ रुपये का योगदान देता है। 2020 में यूट्यूब (You Tube) ने 6.83 लाख पूर्णकालिक नौकरियों के बराबर का रोजगार और आमदनी सृजित की है। भारत में एक लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स वाले यूट्यूब चैनलों की संख्या अब 40,000 हो गई है। ये 45 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। अब अधिक से अधिक भारतीय निर्माता यूट्यूब पर अपने लिए अवसर और ऑडियंस ढूंढ रहे हैं जिससे अक्सर नई नई अन्य संभावनाएं उत्पन्न हो जाती हैं।

देश में यूट्यूब के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव का किया आंकलन

ये जानकारी दी गयी है ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स (oxford economics) की एक नई रिपोर्ट में जिसने देश में यूट्यूब के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव का आंकलन किया है। यूट्यूब पार्टनरशिप (youtube partnership) के क्षेत्रीय निदेशक अजय विद्यासागर (Regional Director Ajay Vidyasagar) ने कहा है कि देश में क्रिएटर इकॉनमी में आर्थिक विकास, रोजगार सृजन और यहां तक कि सांस्कृतिक प्रभाव को प्रभावित करने वाली सॉफ्ट-पावर के रूप में उभरने की क्षमता है।

यूट्यूब मंच का पेशेवर लक्ष्यों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा: उद्यमी

यूट्यूब (Youtube) पर क्रिएटर्स को पैसा कमाने के अवसरों के अलावा राजस्व के वैश्विक आधार प्राप्त करने, अपनी पहुंच को आगे बढ़ाने और ब्रांड साझेदारी और लाइव प्रदर्शन आदि के माध्यम से कई अन्य राजस्व धाराओं का पता लगाने में मदद मिलती है। भारत में 80 प्रतिशत से अधिक क्रिएटर्स उद्यमियों ने कहा है कि यूट्यूब मंच का उनके पेशेवर लक्ष्यों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। 2019 की तुलना में यूट्यूब से एक लाख रुपये से ज्यादा कमाने वाले चैनलों की संख्या में 2020 में 60 फीसदी बढ़ोतरी हुई है।

ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स (oxford economics) के सीईओ एड्रियन कूपर (CEO Adrian Cooper) के अनुसार, यूट्यूब (Youtube) भारतीय क्रिएटर्स के व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करने के मामले में महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव डालता है। यूट्यूब से जुड़े लगभग 92 प्रतिशत छोटे और मध्यम व्यवसायों ने कहा है कि ये मंच उन्हें दुनिया भर में नए ग्राहकों तक पहुंचने में मदद करता है।

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Deepak Kumar

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