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Mirzapur: सामान्य परिवार के विवेक तिवारी ने लहराया परचम, UPSC में हासिल की 164वीं रैंक

UPSC Result 2021: मिर्जापुर जिले का नाम रोशन करने वाले विवेक तिवारी ने UPSC की परीक्षा में 164 वीं रैंक हासिल किया। उन्होंने दिन रात मेहनत व लगन कर 18 घंटे पढ़ाई कर आज इस मुकाम पर पहुंचे।

Brijendra Dubey
Published on: 1 Jun 2022 2:51 PM GMT
यूपीएससी परीक्षा परिणाम आने के बाद अपने परिजनों के साथ विवेक तिवारी
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यूपीएससी परीक्षा परिणाम आने के बाद अपने परिजनों के साथ विवेक तिवारी (फोटों न्यूज ट्रैक नेटवर्क)

Mirzapur News: मिर्जापुर (Mirzapur) जिले का नाम रोशन करने वाले विवेक तिवारी (Vivak Tiwari) ने यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में 164 वीं रैंक हासिल किया। उन्होंने दिन रात मेहनत व लगन कर 18 घंटे पढ़ाई कर आज इस मुकाम पर पहुंचे। विवेक तिवारी (vivak tiwari) एक सामान्य परिवार से आते है, इनके पिता का रईस मिल व्यवसाई है। यूपीएससी परीक्षा में 164 वीं रैंक हासिल करने के बाद जब वह अपने घर पहुंचे तो उनका घर पर जोरदार स्वागत हुआ। घर में खुशी का माहौल है।

यूपी के मिर्जापुर जिले के मुहकुचवा स्थित राइस मिल के व्यवसाई शंभूनाथ तिवारी उर्फ नन्हे तिवारी के पुत्र विवेक तिवारी यूपीएससी की परीक्षा में 164 वीं रैक हासिल करके आज अपने घर पहुंचे, घर में बधाई देने वालों का ताता लगा है। नन्हे तिवारी के छोटे पुत्र विवेक तिवारी (28) अपने कड़ी मेहनत और लगन से यूपीएससी की परीक्षा पास कर अपने घर परिवार और जिले का नाम रोशन कर दिया।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद गेट की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 72 रही, उसके बाद आईईएस की परीक्षा में 37 रैक हासिल करने के बाद नौकरी में कार्यरत है। विवेक तिवारी शुरू से ही पढ़ने लिखने में होशियार रहे। विवेक तिवारी ने कहा वह अपने साथ के सहयोगियों की पढ़ाई देख कर उनके मन में भी यूपीएससी की परीक्षा पास करने का जुनून तैयार हो गया।

पहली बार में परीक्षा पास न कर पाने के बाद एक जुनून के साथ उन्होंने दो साल जमकर कड़ी मेहनत किया। आखिरकार विवेक तिवारी ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर जिले और परिवार का नाम रोशन कर दिया। परिवार और दोस्तो में खुशी का माहौल है, उनके दोस्त उनसे गले मिलकर आंखो में खुशी के आंसू लेकर उन्हें बधाई देने पहुंचे।

बचपन के मित्र अंकित सिंह ने विवेक तिवारी को पढ़ाई के दौरान मोटिवेट किया, उनकी परीक्षा की तैयारी के दौरान उत्पन्न हुई परेशानियों में साथ खड़े रहे। जिसकी वजह से विवेक तिवारी अपने लक्ष्य को भेद पाने में सफल रहे।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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