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नक्सलियों ने ली बीजापुर हमले की जिम्मेदारी, कब्जे में है एक जवान
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बीते शनिवार को हुए नक्सली हमले को लेकर नक्सलियों ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है।
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बीते शनिवार को हुए नक्सली हमले को लेकर अब नक्सलियों ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने प्रेस नोट जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। साथ ही जारी बयान में इस बात की भी पुष्टि की गई है कि उनके कब्जे में ही लापता सीआरपीएफ जवान हैं।
CRPF जवान के कब्जे में होने की पुष्टि की
लापता सीआरपीएफ जवान के कब्जे में होने की पुष्टि करते हुए नक्सलियों ने कहा है कि अगर सरकार मध्यस्थों का ऐलान करें तो वो जवान को उन्हें सौंप देंगे। इसके साथ ही माओवादी ने हमले में चार नक्सलियों के मारे जाने की भी पुष्टि की है। यही नहीं, नक्सलियों ने हमले में शहीद जवानों के परिवारों के प्रति खेद जताया है। नक्सलियों की दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प द्वारा यह प्रेस नोट जारी किया गया है।
लूटे हुए हथियारों की जारी की तस्वीर
आपको बता दें कि इस हमले में नक्सलियों द्वारा 14 हथियार और दो हजार से अधिक कारतूस लूटे गए हैं। प्रेस नोट के साथ नक्सलियों ने लूटे हुए हथियारों की तस्वीर भी जारी की है। वहीं, शीर्ष सुरक्षाबलों के सूत्रों ने बताया है कि नक्सलियों ने जो बयान जारी किया है वो सही पाया गया है। अब नक्सलियों की ओर से मध्यस्थ नियुक्त करने के प्रस्ताव पर चर्चा की जा रही है। जिस पर जल्द ही आखिरी फैसला किया जाएगा।
एनकाउंटर के बाद से लापता हैं राकेश्वर
बताया जा रहा है कि जम्मू के रहने वाले 35 वर्षीय जवान राकेश्वर सिंह मनहास नक्सलियों के कब्जे में कैद है। राकेश्वर की पत्नी मीनू मनहास ने सरकार से उन्हें छुड़ाने की अपील की है। गौरतलब है कि बीते शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के साथ एनकाउंटर में सुरक्षाबल के 22 जवान शहीद हो गए थे। जबकि दर्जनों सैनिक घायल हुए हैं। वहीं, एक जवान राकेश्वर सिंह एनकाउंटर के बाद से लापता थे, जो कि नक्सलियों के कब्जे में हैं।