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आखिरकार कुर्सी बचाने में कामयाब हुए मुख्यमंत्री बघेल, राहुल को दिया छत्तीसगढ़ आने का न्योता

Chhattisgarh Congress Crisis : छत्तीसगढ़ में कई दिनों से मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। राज्य के वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंह देव नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Shivani
Published on: 28 Aug 2021 5:39 AM GMT
Chhattisgarh Congress Crisis
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सीएम भूपेश बघेल (Photo Social Media)

Chhattisgarh Congress Crisis: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस में कई दिनों से चल रही खींचतान के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे हैं। जानकारों का कहना है कि लंबी चर्चा के बाद आखिरकार वे हाईकमान को मनाने में कामयाब रहे हैं। शुक्रवार को दिन भर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर जबर्दस्त गहमागहमी रही और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने समर्थक विधायकों के जरिए अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की। राहुल गांधी के साथ भूपेश बघेल की बैठक के दौरान कुछ देर के लिए प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं और कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी ने बघेल की तरफदारी करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाए रखने की बात कही।

राहुल गांधी के साथ करीब साढ़े तीन घंटे तक चली बैठक के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व के साथ राज्य की विकास योजनाओं और विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई है। राज्य की विकास योजनाओं को देखने के लिए मैंने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ यात्रा का आमंत्रण दिया है जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इससे साफ है कि बघेल को अब कुछ समय के लिए अभयदान मिल गया है।

बैठक में प्रियंका ने की बघेल की वकालत

छत्तीसगढ़ में कई दिनों से मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। राज्य के वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंह देव नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं जबकि हाल के दिनों में हाईकमान के बुलावे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी दिल्ली का दो बार दौरा किया है। शुक्रवार को राहुल गांधी के आवास पर चली लंबी बैठक के दौरान कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। हालांकि प्रियंका कुछ देर बाद ही बैठक से बाहर निकल गईं मगर जानकार सूत्रों का कहना है कि उन्होंने भूपेश बघेल को ही मुख्यमंत्री के रूप में बनाए रखने की वकालत की।


दूसरी ओर राहुल गांधी राज्य के नेतृत्व के बदलाव के पक्ष में दिख रहे थे। हालांकि बैठक के बाद कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि बैठक के दौरान नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। सिर्फ राज्य की विकास योजनाओं पर की चर्चा की गई। पीएल पुनिया की ओर से भले ही ऐसा बयान दिया गया हो मगर सच्चाई यह है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर ही असली पेंच फंसा हुआ है जो पार्टी हाईकमान के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है।

राहुल ने स्वीकार किया बघेल का न्योता

राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बघेल ने भी कहा कि बैठक के दौरान राज्य के विकास पर लंबी चर्चा हुई है और मैंने राहुल गांधी को छत्तीसगढ़ यात्रा का निमंत्रण दिया है जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। बघेल ने कहा कि राहुल संभवत: अगले हफ्ते छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचेंगे। आगे भी मुख्यमंत्री बने रहने के सवाल पर बघेल ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि मैंने तो मुख्यमंत्री के रूप में ही उन्हें छत्तीसगढ़ यात्रा का निमंत्रण दिया है। ढाई- ढाई साल के फार्मूले की चर्चा पर उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई बात ही नहीं हुई थी। बघेल के साथ पीएल पुनिया ने भी नेतृत्व परिवर्तन के संबंध में कोई बातचीत न होने की बात दोहराई।


बघेल के समर्थन में हुई नारेबाजी

राहुल गांधी के साथ लंबी बैठक के बाद बघेल कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे जहां काफी संख्या में छत्तीसगढ़ के मंत्री और विधायक मौजूद थे। मुख्यमंत्री बघेल ने यहां उपस्थित नेताओं को राहुल गांधी के साथ हुई बातचीत की पूरी जानकारी दी। कांग्रेस मुख्यालय में बघेल के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी की गई जिसके बाद विधायक अपने होटलों और छत्तीसगढ़ भवन की ओर लौट गए। जानकारों का कहना है कि आज सभी मंत्री और विधायक रायपुर लौट जाएंगे। वैसे राहुल से मुलाकात से पहले भी बघेल ने 55 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए अपनी सरकार के सुरक्षित होने की बात कही थी।

सिंह देव ने जताई थी कप्तान बनने की इच्छा

दूसरी और बघेल खेमे से नाराज वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंह देव भी दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं। सोमवार को सिंह देव और भूपेश बघेल की राहुल गांधी के साथ बैठक हुई थी मगर उसके बाद बघेल रायपुर लौट गए थे। हाईकमान के बुलावे पर वे एक बार फिर शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। सिंह देव पिछले कई दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और उन्होंने गुरुवार को बयान दिया था कि टीम में शामिल हर खिलाड़ी कप्तान बनने की इच्छा रखता है और इसमें कुछ भी बुराई नहीं है।


अपने इस बयान के जरिए उन्होंने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी भी पेश कर दी थी। हालांकि उनका भी कहना है कि पार्टी में ढाई-ढाई साल के किसी फार्मूले पर कोई चर्चा नहीं हुई थी मगर कांग्रेस के गलियारों में बघेल का ढाई साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद ही नेतृत्व परिवर्तन की मांग तेज हो गई थी। अब कहा जा रहा है कि बघेल आलाकमान को मनाने में कामयाब हो गए हैं। छत्तीसगढ़ के सभी कांग्रेसी नेताओं के आज रायपुर लौट जाने की उम्मीद है। पार्टी कार्यकर्ताओं को रायपुर एयरपोर्ट पर किसी भी प्रकार का शक्ति प्रदर्शन न करने का संदेश दिया गया है।

Shivani

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