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Chhattisgarh Election 2023: चाचा-भतीजे की लड़ाई में अब अमित जोगी की एंट्री, सीएम भूपेश बघेल के पाटन क्षेत्र में रोचक हुई जंग

Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही पाटन की सियासी जंग में अब जूनियर योगी की भी एंट्री हो गई है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 30 Oct 2023 5:57 PM IST (Updated on: 30 Oct 2023 6:00 PM IST)
Now Amit Jogis entry in the fight between uncle and nephew, the battle becomes interesting in CM Bhupesh Baghels Patan area
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सीएम भूपेश बघेल-अमित जोगी- विजय बघेल: Photo- Social Media

Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही पाटन की सियासी जंग में अब जूनियर योगी की भी एंट्री हो गई है। इस विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ भाजपा ने दुर्ग के सांसद विजय बघेल को चुनावी अखाड़े में उतारा है। विजय बघेल भूपेश बघेल के भतीजे हैं और चाचा-भतीजे की इस लड़ाई में अब छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी भी कूद पड़े हैं।

छत्तीसगढ़ में आज नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन अमित जोगी ने पाटन विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया है। अमित जोगी के इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कई दिनों से सस्पेंस बना हुआ था मगर अब यह सस्पेंस खत्म हो गया है। पाटन में भाजपा और कांग्रेस में कड़े मुकाबले के बीच अब अमित जोगी की एंट्री से त्रिकोणात्मक संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई हैं।

अमित जोगी का भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष का ऐलान

छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार भी पार्टी ने राज्य में पूरी ताकत लगा रखी है। पाटन विधानसभा सीट पर नामांकन दाखिल करने के बाद अमित जोगी ने कहा कि राज्य में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए ही मैंने पाटन सीट पर नामांकन पत्र दाखिल किया है।

मीडिया से बातचीत के दौरान अमित जोगी ने कहा कि उनकी लड़ाई छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पिछले 23 वर्षों के दौरान पहली बार पाटन में सही मायने में चुनाव होगा। अभी तक तो चाचा-भतीजे के बीच परिवारवाद के नाम पर सेटिंग चल रही थी। अब मैं क्षेत्र की जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए चुनावी मैदान में उतरा हूं।

पाटन के लोगों से की गई वादा खिलाफी

अमित जोगी ने कहा कि पाटन के लोगों से बड़े-बड़े वादे किए गए मगर उन वादों को पूरा करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। मैं भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए पाटन आया हूं। उन्होंने कहा कि मैंने 100 रुपये के स्टैंप पेपर पर दस्तखत करके शपथपत्र दिया है कि मेरी सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ में नेता नहीं बल्कि बेटे की सरकार बनेगी। मैं राज्य के लोगों की भलाई के लिए 10 बड़े कदम उठाऊंगा जिससे राज्य के लोगों की गरीबी खत्म करने में मदद मिलेगी।

अमित जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के पुत्र हैं। अजीत जोगी पहले कांग्रेस में थे मगर बाद में उन्होंने कांग्रेस से अपने रास्ते अलग कर लिए थे और छत्तीसगढ़ में नई क्षेत्रीय पार्टी का गठन किया था। अमित जोगी भी पहले अपने पिता की तरह कांग्रेस के नेता थे। वे अपने पिता की तरह मरवाही विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक भी रह चुके हैं। 2020 में अजीत जोगी का निधन हो गया था और उसके बाद से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की कमान अमित जोगी ने ही संभाल रखी है।

पाटन विधानसभा क्षेत्र में रोमांचक मुकाबला

दुर्ग जिले की पाटन विधानसभा सीट पर बीजेपी ने सबसे पहले सांसद विजय बघेल को प्रत्याशी बनाया था। भाजपा की ओर से उठाए गए इस कदम को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि विजय बघेल रिश्ते में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे लगते हैं।

बाद में कांग्रेस की ओर से जारी सूची में भूपेश बघेल को ही इस सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है। अब जेजेसीजे की तरफ से अमित जोगी चुनाव मैदान में आ गए हैं। इस कारण पाटन विधानसभा क्षेत्र में काफी रोमांचक मुकाबला होने की संभावना है।

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी: Photo- Social Media

जोगी परिवार के तीन सदस्य चुनावी अखाड़े में कूदे

इस बार कोई विधानसभा चुनाव में जोगी परिवार के तीन सदस्य चुनावी अखाड़े में उतरे हैं।अमित जोगी की मां रेणु जोगी अपनी पारंपरिक सीट कोंटा से एक बार फिर किस्मत आजमा रही हैं जबकि उनकी पत्नी ऋचा जोगी दूसरी बार अकलतरा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरी हैं।

जोगी की पार्टी की ओर से जारी की गई सूची में अमित जोगी का नाम न होने के कारण उन्हें लेकर सस्पेंस बना हुआ था मगर अब जोगी के नामांकन करने के साथ ही यह सस्पेंस खत्म हो गया है। छत्तीसगढ़ की सियासत में जोगी परिवार की मजबूत पकड़ मानी जाती रही है और अब यह देखने वाली बात होगी कि जोगी का परिवार अपनी ताकत दिखाने में कहां तक कामयाब हो पाता है।

Shashi kant gautam

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