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कोरोना से बचाएगा ये खास चावल, वैज्ञानिकों ने किया तैयार, जानें खासियत

छत्तीसगढ़ के कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने चावल की एक ऐसी किस्म तैयार की है जो आपको कोरोना से बचाने में मदद करेगा

Ashiki
Published on: 3 April 2021 3:18 AM GMT
special variety of rice
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सांकेतिक फोटो 

रायपुर: छत्तीसगढ़ के कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने चावल की एक ऐसी किस्म तैयार की है जो आपको ना केवल कोरोना से बचाने में मदद करेगा, बल्कि अगर आप वायरस से संक्रमित हो गए तो इसके बाद आपको ढेर सारी जिंक, मल्टी विटामिन्स और प्रोटीन की दवाईयां नहीं लेनी पड़ेंगी। आपकी थाली में परोसा गया यह चावल इन सब दवाइयों की पूर्ति कर देगा।

कोरोना से लड़ने के लिए प्रभावकारी

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यहां तैयार की गई है जिंको राइस एमएस, छत्तीसगढ़ जिंक राइस वन ना केवल कोरोना से बचाएगी, बल्कि शरीर में जरूरी जिंक, मल्टी विटामिन्स और प्रोटीन की कमी को भी पूरा करेगी।

चावल की खास वैरायटी को तैयार करने वाली टीम के प्रमुख और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ गिरीश चंदेल के मुताबिक यह चावल कोरोना के मर्ज की प्रमुख दवाई के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसे खाने से प्रतिरोधक क्षमता को इतनी बढ़ जाएगी कि लोग संक्रमित होने से बच जाएंगे। सिर्फ इतना ही नहीं अगर कोई वायरस की चपेट में आया भी है तो भी कम से कम प्रभावित होगा।

उनका दावा है कि विश्वविद्यालय ने करीब 20 साल तक रिसर्च करके धान की चार वैरायटी तैयार की थी, जिसमें जिंक,मल्टी विटामिन और प्रोटीन हो। अब कोरोना आने के बाद इसमें एक साल जुटकर काम किया गया, जिसके बाद ये वैरायटी तैयार की गई। इसे खासतौर पर कोरोना के अनुसार तैयार किया गया है, इसमें जिंक प्रचुर मात्रा में है, मल्टी विटामिन हैं। सिर्फ चावल ही चावल से बनी कोई भी चीज- चावल या नाश्ते की प्लेट में परोसा गया गर्मागर्म पोहा या चिवड़ा सब इसकी पूर्ति कर देगा।

एक लाख क्विंटल बीज बांटने का लक्ष्य

वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि हम करीब 60 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। एक लाख क्विंटल बीज बांटने का हमने लक्ष्य रखा है। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग गांवों में किसानों को 100 से 200 क्विंटल बीज बांटा है। इसके लिए बिल एंड मिलिंडा फाऊंडेशन भी वैज्ञानिकों का सहयोग कर रहा है।

डॉक्टरों ने की तारीफ

इस शोध को डॉक्टरों ने एक बड़ी उपलब्धि बताई है। उन्होंने कहा- आप अलग से जिंक और मल्टी विटामिन तब लेते हैं जब आपके भोजन में यह नहीं होता। यदि आपकी थाली में ही यह मिल जाएगा तो फिर अलग से दवाईयों की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिंक और मल्टी विटामिन के साथ अन्य तत्वों की जो मात्रा इसमें बताई जा रही है। वह वाकई कोरोना से लड़ने के लिए प्रभावकारी होगा। जिंक कई बीमारियों से लड़ने के लिए बेहद जरूरी तत्व है।

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