TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Chhatisgarh: जबर्दस्त मुठभेड़, मारी गईं दो नक्सली महिला कमांडर, हथियार भी मिले

Chhatisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा में सुरक्षा बलों औऱ जंगल में छिपे नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 2 महिला नक्सली मारी गईं।

Krishna Chaudhary
Published on: 15 March 2022 5:50 PM IST
Chhatisgarh: Two women Naxalites killed in encounter with security forces, arms recovered
X

छत्तीसगढ़: सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो महिला नक्सली मारे गए: Photo - Social Media

Raipur: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित जिले दंतेवाड़ा (Naxal affected district Dantewada) से सुरक्षा बलों औऱ जंगल में छिपे नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की घटना सामने आयी है। जानकारी के अनुसार, राज्य पुलिस (state police) और केंद्रीय सुरक्षा बलों (central security forces) के संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान दोनों पक्षों में जबरदस्त मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान 2 महिला नक्सली मारे गए। पुलिस ने मौके से दो रायफल और एक देशी हथियार बरमद किया है। इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंची है।

बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज (Bastar Inspector General of Police P Sundarraj) ने सुरक्षा बलों के ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया कि 15 मार्च को संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान दंतेवाड़ा में कटेकल्याण थाना क्षेत्र के अंतर्गत नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच जोरदार मुठभेड़ शुरू हो गई।

विशेष इनपुट मिलने पर हुई कार्रवाई

बता दें कि ये जगह राजधानी रायपुर से करीब 400 किमी की दूरी पर स्थित है। उन्होंने बताया कि दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों की सीमा से लगे जियाकोरथा, गोरली, मुथेली और दानिकोर्था गांवों के जंगलों में माओवादियों के स्थानीय संगठन दस्ते और कटेकल्याण क्षेत्र समिति के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी के बारे में विशेष इनपुट मिले थे।

स्पेशल इनपुट पर एक्शऩ लेते हुए सीआरपीएफ की 230 वीं बटालियन और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीआरपीएफ) से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) से संबंधित कर्मियों का एक संयुक्त दल सुकमा औऱ दंतेवाड़ा के क्षेत्र में भेजा गया। आईजी बस्तर ने बताया कि दिन के साढ़े 11 बजे दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ रूकने के बाद सुरक्षाबलों के वहां पर दो महिला नक्सलियों की लाश और हथियार मिले। जिनमे 12 बोर की दो राइफल और एक देशी हथियार शामिल है। मृतकों में से एक की पहचान पेडरस एलओएस कमांडर मंजुला और दूसरे की पहचान सुरक्षा दल के सदस्य गंगी पुनेम के रूप में हुई है।

मावोवादियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष चलता रहता है

बता दें कि नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में मावोवादियों और सुरक्षा बलों के बीच खूनी संघर्ष जारी रहता है। बीते सोमवार को ही नारायणपुर जिले में नक्सली विस्फोटों की अलग-अलग घटनाओं में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के एक अधिकारी की मौत हो गई और दो जवान घायल हो गए।



\
Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story