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Alert : सावधान सक्रिय हैं खालिस्तान समर्थक उग्रवादी फैला रहे जहर
आस्ट्रेलिया से लैंडलाइन के जरिये +61863884506 नंबर से मोबाइल पर एक रिकार्डेड काल आई। 18 जुलाई को गुरुद्वारों के माध्यम से खालिस्तान के समर्थन में जनमत संग्रह की बात कही गई।
Alert : लखनऊः आपके फोन पर आने वाली प्रत्येक काल को लेकर सतर्क रहें। यदि वह काल किसी अज्ञात नंबर से है तो और भी सतर्क रहिये। आज आस्ट्रेलिया (Australia) से लैंडलाइन के जरिये +61863884506 नंबर से मोबाइल पर एक रिकार्डेड काल (Recorded Call) आई जिसमें पहले एक महिला और फिर एक पुरुष की आवाज सुनाई दी। जिसमें 18 जुलाई को गुरुद्वारों के माध्यम से खालिस्तान (Khalistan) के समर्थन में जनमत संग्रह कराने की बात कही गई। यह माहौल खराब करने की एक नई साजिश है। जिसमें विवादित आडियो डालकर माहौल खराब करने का मंसूबा साफ झलक रहा है। सिख फार जस्टिस की ओर से भेजे गए आडियो में पंजाब को आजाद करने की बात कही जा रही है। यह मैसेज गुरपतवंत सिंह पनू की ओर से भेजे जाने की बात कही गई है जिसे आतंकवादी घोषित किया जा चुका है।
किसान आंदोलन के पीछे खड़ा होने के बाद सिख फॉर जस्टिस (SFJ) एक बार फिर देश का माहौल खराब करने की साजिश में जुट गया है। आडियो (Audio) में इंटरनेट मीडिया (Internet Media) के माध्यम से खालिस्तान के साथ ही अब पंजाब को आजाद करने की मांग की जा रही है।
ऑडियो में एक महिला भड़काऊ बयान दे रही है। उसका कहना है कि '18 जुलाई 2021 से यूपी और उत्तराखंड के गुरुद्वारों में पंजाब की आजादी के लिए खालिस्तान की वोटर रजिस्ट्रेशन शुरू हो रही है। आप लोग परिवार के साथ खालिस्तान के लिए वोटर रजिस्ट्रेशन में हिस्सा लें और पंजाब की आजादी के लिए अपना हिस्सा डालें'। इसके बाद एक पुरुष भी इस बात को दोहराता है कि अंत में वह कहता है कि यह संदेश गुरपतवंत सिंह पनू की ओर से है।
इससे पहले भी किसान आंदोलन के समय सिख फॉर जस्टिस की ओर से कई विवादित ऑडियो व वीडियो लोगों को भेजे गए थे। इस दिशा में खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ एसटीएफ की टीम भी लगाई गई थी। अलग-अलग वेबसाइट से आपत्तिजनक आडियो व वीडियो हटाए गए थे।
केंद्र सरकार 10 जुलाई, 2019 को खालिस्तान समर्थक संगठन दि सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) को इसकी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित कर चुकी है। खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस संगठन अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन जैसे देशों में बैठकर चलाया जाता है। साल की शुरुआत में सिख फॉर जस्टिस संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं को फंड मुहैया कराने का काम करने वाले विदेश में बैठे संगठन के कई सक्रिय सदस्यों के नाम सामने आए थे जिनमें गुरपतवंत सिंह पनू, हरमीत सिंह, परमजीत सिंह पम्मा के नाम शामिल थे।