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छत्तीसगढ़ में आक्रामक रणनीति,आतंकियों की तर्ज पर ढेर किए जाएंगे नक्सली
नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को तीव्रता से जारी रखते अब निर्णायक अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों पर बड़े नक्सली हमले के बाद अब नक्सली कमांडरों के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाई जाएगी। सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के बड़े आतंकी कमांडरों की तरह नक्सली नक्सल कमांडरों की सूची तैयार करके उन्हें ढेर करने की रणनीति पर अमल किया जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्पष्ट कर दिया है कि बीजापुर में नक्सली हमले में जान गंवाने वाले जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को तीव्रता से जारी रखते अब निर्णायक अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
नक्सली कमांडरों की सूची तैयार
जानकार सूत्रों का कहना है कि बीजापुर हमले में 22 जवानों की शहादत के बाद अब सुरक्षाबलों के तेवर और कड़े होंगे। सरकार ने अब नक्सलियों के खिलाफ रुख और कड़ा करने का फैसला कर लिया है। बंदूक न छोड़ने वाले नक्सली कमांडरों के खिलाफ अब और कड़ा तेवर अपनाया जाएगा। सुरक्षाबलों ने इस बाबत रणनीति पर काम शुरू कर दिया है और शीर्ष नक्सली कमांडरों की एक सूची आपस में साझा की है।
सूची में सबसे ऊपर कमांडर हिडमा का नाम
बीजापुर की नक्सली हमले को अंजाम देने में नक्सली कमांडर हिडमा का नाम सामने आया है। नक्सली कमांडरों का काम तमाम करने में अब जम्मू-कश्मीर के आतंकी कमांडरों को ढेर करने करने की रणनीति की तरह काम किया जाएगा।
सुरक्षाबलों के निशाने पर सबसे पहले नक्सली कमांडर हिडमा ही है। बीजापुर की घटना का बदला लेने के लिए सुरक्षा बलों की सूची में सबसे ऊपर हिडमा का ही नाम है और सुरक्षा बल जल्द से जल्द उसका काम तमाम करना चाहते हैं।
बड़े अभियान का खाका तैयार
सूत्रों का कहना है कि बीजापुर की घटना के बाद नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेड़ने का खाका तैयार किया गया है। सुरक्षाबलों की विभिन्न इकाइयों के बीच समन्वय स्थापित करके एक बड़ा ऑपरेशन चलाने की तैयारी है। इसकी कमान केंद्रीय सुरक्षा बलों के हाथ में होगी। नक्सलियों के खिलाफ इस बड़े अभियान में स्थानीय बलों और विशेष दस्तों को भी शामिल किया जाएगा।
खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने की तैयारी
नक्सलियों के बारे में सटीक जानकारी जुटाने के लिए खुफिया तंत्र को भी मजबूत बनाने की तैयारी है। नक्सली गतिविधियों की सटीक जानकारी हासिल करने के लिए एनटीआरओ की मदद भी ली जाएगी।
इसके साथ ही नक्सल रोधी अभियान के लिए ह्यूमन इंटेलिजेंस और टेक्निकल इंटेलिजेंस दोनों का सहारा लेकर सटीक जानकारी जुटाने की योजना तैयार की गई है। नक्सलियों की सटीक लोकेशन की जानकारी जुटाने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद लेने पर भी विचार किया जा रहा है।
निर्णायक अंजाम तक पहुंचेगा अभियान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और अब नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ी जाएगी। शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद गृह मंत्री ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ हमने पहले से ही अभियान छेड़ रखा है और अब बीजापुर की घटना ने इस लड़ाई को दो कदम और आगे बढ़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ बैठक में फैसला किया गया है कि हम इस लड़ाई को तनिक भी कमजोर नहीं होने देंगे और अब इसे निर्णायक अंजाम तक पहुंचाकर ही दम लेंगे।
जवान के अपहरण के दावों की जांच
इस बीच सुरक्षा एजेंसियां नक्सलियों के इस दावे की जांच पड़ताल में जुटी हैं कि उन्होंने एक कोबरा कमांडो का अपहरण कर लिया है। इस बाबत एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि हम अभी तक 210वीं कोबरा बटालियन के कमांडो राकेश्वर सिंह मिन्हास का पता नहीं लगा सके हैं।
नक्सलियों ने कमांडो के अपहरण का दावा किया है और हम उनके दावे की जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं। दूसरी ओर नक्सलियों ने एक पत्रकार को व्हाट्सएप कॉल के जरिए बताया है कि लापता जवान उनके कब्जे में है।
राहुल बोले-अभियान की तैयारी में चूक
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान की तैयारी सही तरीके से नहीं की गई। उन्होंने कहा कि अभियान के क्रियान्वयन में चूक के चलते ही हमारे जवानों को शहादत देनी पड़ी।
उन्होंने इस बाबत सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह के एक बयान का भी हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान की योजना बेहद खराब ढंग से बनाई गई और यही कारण है कि नक्सली अपनी साजिश में कामयाब हो गए।