×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

शर्मनाक: लहूलुहान रेप पीड़ित बच्ची को लेकर पिता करता रहा मिन्नतें, दिल्ली के 5 अस्पताल एक-दूसरे पर टरकाते रहे

दिल्ली में लहूलुहान रेप पीड़ित बच्ची को लेकर बच्ची को लेकर उसका पिता दिल्ली के पांच नामी अस्पतालों में गया, लेकिन किसी ने भर्ती नहीं किया। अंत में डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बच्ची को भर्ती कराया गया। जहां 36 घंटे बाद भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

aman
Report amanPublished By Deepak Kumar
Published on: 24 Oct 2021 9:31 AM IST
Budaun news
X

बदायूं में दलित लड़की से रेप। (Social Media)

New Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ती रेप की घटनाएं शर्म का विषय है। खुद को 'दिलवालों का शहर' बताने वाली दिल्ली में एक बार फिर इंसानियत शर्मसार हुई है। दरअसल, रणजीत नगर इलाके में एक युवक ने छह साल की बच्ची को बंधक बनाकर उसके साथ रेप किया। इतना ही नहीं, विरोध करने पर आरोपी ने बच्ची को बुरी तरह पीटा भी। लेकिन दर्द से छटपटाती बच्ची की पीड़ा यहीं खत्म नहीं हुई। उस मासूम को लेकर एक बेबस पिता दिल्ली के पांच नामी अस्पतालों के बीच करीब 15 किमी चक्कर काटता रहा। लेकिन इलाज की बजाय उसे सभी दूसरे अस्पतालों जाने के लिए टरकाते रहे।

बच्ची के पिता ने सरदार पटेल अस्पताल से लेडी हार्डिंग, फिर कलावती, फिर से लेडी हार्डिंग दौड़ाते रहे। एक लाचार पिता खून से लथपथ अपनी मासूम बच्ची को लेकर दिल्ली के एक हिस्से से दूसरे हिस्से के अस्पतालों के बीच एंबुलेंस लेकर भटकता रहा। अंत में, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उस पिता ने अपनी बेटी को भर्ती कराया। फिलहाल, बच्ची आईसीयू में भर्ती है। 36 घंटे बाद भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

क्या है मामला

मीडिया ने शनिवार को जब बच्ची की सेहत से जुड़ा पूछा, तो पिता रो पड़े। सिसकियों के बीच उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे उसकी पत्नी ने उसे घटना की जानकारी दी। वह भागकर घर पहुंचा। तब तक घर के बाहर लोगों की भीड़ इकठ्ठा हो गई थी। किसी ने इस घटना के बारे में पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दे दी थी। एंबुलेंस के मौके पर पहुंचते ही वह बच्ची को लेकर अस्पताल की तरफ भागा। करीब 11 बजे वह सरदार पटेल अस्पताल पहुंचा, तो कहा गया कि यहां बच्ची का इलाज संभव नहीं है, लेडी हार्डिंग अस्पताल जाना पड़ेगा।

इस दौरान मजबूर पिता अस्पताल के स्टाफ से मिन्नतें करता रहा। लेकिन किसी का कलेजा नहीं पसीजा। किसी ने उसकी एक न सुनी। हारकर करीब एक बार फिर लेडी हार्डिंग अस्पताल पहुंचा, जहां से उसे कलावती अस्पताल जाने की सलाह दी गई। कलावती अस्पताल में कहा गया कि यह मामला दूसरे इलाके का है। उसे फिर वापस लेडी हार्डिंग जाने को कहा गया। इस बीच बच्ची दर्द से बेहाल रही। फिर, बेटी को लेकर पिता वापस लेडी हार्डिंग अस्पताल गया। जहां से उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। दोपहर करीब 1:30 बजे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में बच्ची को भर्ती कराया जा सका। वहां, डॉक्टरों ने पहले बच्ची का प्राथमिक इलाज किया। फिर, शाम छह बजे ऑपरेशन के बाद आईसीयू में भेज दिया। बच्ची की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।

बच्ची का पिता चलाता है रिक्शा

बच्ची के पिता ने बताया कि वो माल ढोने वाला रिक्शा चलाता है। जबकि, उसकी मां घरों में साफ-सफाई का काम करती है। बच्ची की एक छोटी बहन भी है। पिता ने बताया कि शुक्रवार सुबह उसकी बेटी गुरुद्वारे में लंगर के लिए गई थी। लंगर के बाद उसने उसे घर पहुंचा दिया था। लेकिन बच्ची दोबारा चली गई। वापस लौटने पर वह खून से लथपथ थी। पूछताछ में मां को बताया कि रास्ते में तकरीबन 20-25 साल का एक युवक उसे किताब देने का लालच देकर अपने साथ एक कमरे में ले गया। जहां उसके साथ गलत काम किया। युवक के वहां से जाने के बाद बच्ची किसी तरह अपने घर पहुंची।

आरोपी की फुटेज सीसीटीवी में कैद

राम मनोहर लोहिया अस्पताल ने पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने घटना वाले इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। एक कैमरे में आरोपी बच्ची को साथ ले जाते दिख रहा है। हालांकि, उसने मास्क लगा रखा था।

बेटे की मौत के उबरा भी नहीं था परिवार

बच्ची का परिवार लगातार सदमा झेल रहा है। उसके पिता ने बताया कि पिछले साल ही दिल में छेद होने की वजह से उसने अपने सात साल के बेटे को खोया है। बेटे का इलाज जीबी पंत अस्पताल में चल रहा था। ऑपरेशन के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। और अब ये घटना। वह पूरी तरह टूट चुका है।

दिल्ली महिला आयोग का पुलिस को नोटिस

घटना की जानकारी मिलते ही दिल्ली महिला आयोग ने मामले का संज्ञान लिया। आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करते हुए तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। साथ ही, दर्ज प्राथमिकी का ब्योरा भी मांगा है। इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि वह घटना से काफी दुखी हैं। यह बड़ी चिंता और शर्म की बात है कि हमें छोटे बच्चों के साथ बार-बार होने वाले यौन हमले के ऐसे मामलों से गुजरना पड़ रहा है। यह पूरी तरह व्यवस्था की विफलता है।

गुस्साए लोगों का प्रदर्शन

घटना के करीब डेढ़ दिन बीत जाने के बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाने से स्थानीय लोगों में उबाल है। पुलिस को इस मामले में अब तक कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगे हैं। शनिवार देर शाम आरोपी की गिरफ्तारी न होने से गुस्साए लोगों और परिजनों ने स्थानीय थाना के बाहर प्रदर्शन किया।



\
Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story