TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Machail Yatra Cancelled: इस बार भी नहीं होगी मचैल यात्रा, कोविड के कारण लिया गया फैसला

Machail Yatra Cancelled:

Network
Newstrack NetworkBy Satyabha
Published on: 17 July 2021 9:19 PM IST (Updated on: 26 Aug 2022 12:56 PM IST)
machail yatra
X

मचैल माता का मंदिर फोटो-सोशल मीडिया

Machail Yatra Cancelled: देश पर कोरोना महामारी के कई वेरिएंट का खौफ मंडरा रहा है। जिसे लेकर पहले ही अमरनाथ यात्रा को रद्द किया गया। इसी बीच दूसरी सबसे प्रसिद्ध मचैल यात्रा (Machail Yatra) को भी रद्द कर दिया गया। जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) प्रशासन की ओर से किश्तवाड़ जिला उपायुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। महामारी के कारण पिछले वर्ष काफी कम श्रद्धालु दरबार में माथा टेकने पहुंचे थे। तब माता की छड़ी मुबारक आई थी। हालांकि उसमें अधिक लोगों को शामिल नहीं होने दिया गया था।

माता मचैल का मंदिर फोटो-सोशल मीडिया

मचैल गांव जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में पड़ता है। यह गांव माता चंडी के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इस पवित्र स्थान को मचैल वाली माता के नाम से भी जाना जाता है। किश्तवाड़ जिला मुख्यालय से करीब 95 किलोमीटर दूर पाडर इलाके में हरे-भरे वृक्षों से घिरे पर्वत व नदी-नालों के बीच मचैल गांव बसा है।

मां चंडी पिंडी के रूप में विराजमान

मचैला में माता चंडी कब प्रकट हुईं अब तक इसकी कोई जानकारी नहीं सामने आई है। इस मंदिर के बाहरी भाग में पौराणिक देवी देवताओं की लकड़ी की बनी हुई कई पटिकाएं हैं। मंदिर के भीतर गर्भग्रह में मां चंडी एक पिंडी के रूप में विराजमान हैं। इस पिंडी के साथ ही चांदी की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस मूर्ति को बहुत समय पहले लद्दाख के बौद्ध मतावलंबी भोंटों ने मंदिर में चढ़ाया था। इसलिए इस मूर्ति को भोट मूर्ति भी कहते हैं। इन मूर्तियों पर कई प्रकार के आभूषण सजे हैं।



\
Satyabha

Satyabha

Next Story