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Amethi Crime News : विजिलेंस टीम ने डीपीआरओ श्रेया मिश्रा को रिश्वत लेते हुए किया गिरफ्तार
Amethi Crime News :विजिलेंस टीम ने जिला पंचायत अधिकारी श्रेया मिश्रा को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।
Amethi Crime News : गुरुवार को विजिलेंस टीम (Vigilance Team) ने अमेठी में जिला पंचायत अधिकारी श्रेया मिश्रा (District Panchayat Officer Shreya Mishra) को 30 हजार रुपये की रिश्वत (bribe) लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजिलेंस टीम उन्हें अपने साथ लेकर अमेठी शहर स्थित होटल इंटरनेशनल में पूछताछ करने के लिए लेकर चली गई। जहां लगभग तीन घंटे से अधिक समय तक कड़ी पूछ तांछ हुई। उसके बाद वहां से लगभग 6 बजे पुनः टीम उनको साथ लेकर उनके गौरीगंज स्थित सरकारी आवास पर लेकर सघन चेकिंग किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विजिलेंस की टीम बुधवार शाम करीब 5:00 बजे होटल इंटरनेशनल एंड रेस्टोरेंट्स पहुंच गई थी। जिसकी भनक किसी को नहीं लग पाई। कार्यवाही इतने गोपनीय तरीके से की गई की मामले की जानकारी जिलाधिकारी तक को नहीं थी।
एक दिन पूर्व ही आ गई थी विजलेंस टीम
गुरुवार सुबह करीब 11:00 बजे दो गाड़ियों से टीम गौरीगंज की ओर रवाना हो गई। विकास भवन में स्थित डीपीआरओ आफिस में लगभग 12 बजे टीम नियोजित कार्यक्रम के तहत पहुंच गई। टीम में कुल 12 से 13 सदस्य मौजूद थे। गौरीगंज पुलिस टीम को विजिलेंस की टीम ने पहले सूचना दे दी थी। गौरीगंज पुलिस टीम में कोतवाली के गौतम और ममता रावत मौजूद हैं। जिला स्तरीय अधिकारी की गिरफ्तारी से प्रसाशनिक अमले में हड़कंप मच गया है।
क्या है मामला
मामला एक सफाई कर्मचारी के भुगतान से जुड़ा हुआ है। सफाई कर्मचारी के एरियर वा रुके हुए वेतन भुगतान को लेकर रिश्वत मांगने का आरोप जिला पंचायत राज अधिकारी के ऊपर लगा है। सफाई कर्मचारी से रिश्वत लिए बगैर भुगतान न करने का दबाव बनाया जा रहा था। थक हार कर सफाई कर्म चारी ने मामले की शिकायत विजलेंस कार्यालय में किया था जिसके परिप्रेक्ष्य में आज उपरोक्त कार्यवाही हुई।
रिश्वत लेने का इसके पहले भी लगा है आरोप
संग्रामपुर विकासखंड क्षेत्र में तैनात सहायक विकास अधिकारी की असामयिक मौत के मामले में मृतक की पत्नी सुमन देवी ने पुलिस अधीक्षक महोदय से शिकायत कर के जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा और उनके पिता के ऊपर 100000 रिश्वत मांगने का आरोप इसके पूर्व भी लगा चुकी हैं। पीड़िता का आरोप था कि जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में उनके पिता परसराम मिश्रा के देखरेख में शिकायतों का निस्तारण होता है जिस पर जिला पंचायत राज अधिकारी कि मुख सहमति रहती है उसने पत्र में लिखा था कि पैसा ना देने पर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होगी जिसकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
बताना मुनासिब होगा कि यह तो एक बानगी के तौर पर है जनपद में विकास विभाग में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी की लंबी फेहरिस्त है मामले की जाट शासन स्तर पर कराई जाए तो ऐसे तमाम मामले सामने आएंगे सबसे ज्यादा संग्रामपुर और अमेठी विकास खंड कार्यालयों में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के आलम आए दिन सुनाई देते हैं 1 दशक से अधिक समय से जमीन बाबू द्वारा और प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा कार्यालय के सरकारी कार्य निपटाए जा रहे हैं। उपरोक्त मामले में गौरी गंज थाने में संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किए जाने की कार्यवाही की जा रही है।