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योगी जी! आपके शहर में शोहदों के आतंक से कई दिन बंद रहा ये कॉलेज, पुलिस के आश्वासन पर खुला ताला
गोरखपुर: शोहदों की छेड़खानी और मारपीट की घटना के बाद बंद हुआ कॉलेज सोमवार को खुल गया है। स्कूल प्रबंधन और छात्र-छात्राएं छेड़खानी की घटना को स्वीकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि छेड़खानी और मारपीट की घटना हुई थी। जिस कारण कॉलेज प्रबंधन ने गेट पर कालेज बंद करने का नोटिस चस्पा कर दिया था।
छात्रा से सरेआम हुई थी छेड़खानी
सुनील कुमार धर दुबे, उप प्रबंधक, पं. जवाहर लाल नेहरू इंटर कालेज ने बताया कि गोरखपुर के सहजनवां इलाके के तिलौरा में पंडित जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज छेड़खानी की घटना के बाद इसे बंद कर दिया गया था। कालेज प्रबंधन ने आरोप लगाया था कि 7 तारीख को हुई छेड़खानी की घटना के बाद कॉलेज के दो कर्मचारियों के साथ भी नीरज यादव और गजेंद्र यादव नाम के दो युवकों द्वारा मारपीट की थी। जिसके बाद कालेज को बंद करने का नोटिस चस्पा कर दिया गया था। जिस छात्रा के साथ सड़क पर अभद्रता की गई थी, उसने भी मीडिया के सामने छेड़खानी की बात को कबूला था। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कल ही नीरज यादव ने सफाई देकर कहा था कि उसे फंसाया गया है। उसने किसी भी छात्रा के साथ छेड़खानी नहीं की थी। बल्कि मारपीट की घटना में उसे बलि का बकरा बनाया गया।
जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने भी आपसी विवाद और मारपीट की ही बात स्वीकार की थी। कालेज प्रबंधन की ओर दी गई तहरीर में भी छेड़खानी की घटना का जिक्र नहीं किया गया था। लेकिन, जिला और पुलिस प्रशासन के आश्वासन के बाद आज कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज खोल दिया। पहले की तरह ही छात्र-छात्राएं आज कॉलेज में पढ़ने के लिए आए कक्षाएं भी चलीं। पंडित जवाहरलाल नेहरू इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा ममता, नेहा, पूजा और सुचिता ने बताया कि आज वह लोग आज कालेज आए हैं और उन्हें अच्छा लग रहा है। उन्होंने बताया कि छेड़खानी की घटना के बाद कॉलेज प्रबंधन ने स्कूल को बंद कर दिया था। वहीं एक छात्र विपिन भी कहा कि इस तरह की घटना हुई थी। जिस कारण कॉलेज को स्कूल बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दहशत के कारण बंद किया था कालेज
कॉलेज के उप प्रबंधक सुनील कुमार धर दुबे और शिक्षक अनिल कुमार धर दुबे ने सिलसिलेवार घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छेड़खानी और मारपीट की घटना नीरज यादव और उसके साथियों द्वारा अंजाम दी गई थी। उनके कॉलेज के दो कर्मचारियों को भी मारा पीटा गया। दहशत के कारण कॉलेज बंद करने का निर्णय लेना पड़ा और उन लोगों के आतंक से कॉलेज बंद करने का नोटिस गेट पर चस्पा कर दिया। जिला प्रशासन और पुलिस के आश्वासन के बाद आज फिर कॉलेज को खोल दिया गया है और उम्मीद है कि आगे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी. कोई घटना होती है तो शासन प्रशासन जिम्मेदार होगा।
प्रशासन और पुलिस के आश्वासन के बाद आज विद्यालय को खोल दिया गया है। सभी छात्र-छात्राएं शांतिपूर्ण माहौल में क्लास भी कर रहे हैं। लेकिन, वे इस बात को साफ-साफ बता भी रहे हैं कि उनके साथ छेड़खानी और मारपीट की घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में प्रशासन को ये सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने पाए।