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BSC स्टूडेंट किडनैपिंग केस: 6 महीने बाद आया नया मोड़, CBCID करेगी जांच

tiwarishalini
Published on: 27 Feb 2018 9:50 AM GMT
BSC स्टूडेंट किडनैपिंग केस: 6 महीने बाद आया नया मोड़, CBCID करेगी जांच
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सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में करीब 6 महीने पहले हुए बीएससी स्टूडेंट की किडनैपिंग केस में अब एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल, सरकार के हस्तक्षेप के बाद इलाहाबाद सीबीसीआईडी की टीम ने इस केस में अपनी दिलचस्पी दिखाई है। बता दें कि, पुलिस उक्त केस में पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। अब सीबीसीआईडी इंस्पेक्टर मसरूर अहमद ने सीजेएम कोर्ट में केस डायरी आदि कागज़ात मुहैया कराने और आरोपी का बयान लेने के लिये कोर्ट में एप्लीकेशन दी है, जिसे सीजेएम सपना शुक्ला ने स्वीकृत भी कर लिया है।

23 अगस्त 2017 को प्रकाश में आया था मामला-

ज्ञात हो कि, कोतवाली नगर के गोलाघाट इलाके में 23 अगस्त 2017 (बुधवार) को देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में निवेदिता सिंह (21) लापता हो गई थी। वो यहां ज़िले के जाने-माने संस्थान केएनआई के कृषि संकाय में बीएससी थर्ड ईयर की स्टूडेंट थी और शहर के गोमतीनगर इलाके में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी।

सुराग में पुलिस को मिला एक मोबाइल और लेटर-

इस केस में पुलिस को छानबीन में गोलाघाट पुल पर छात्रा का मोबाइल फोन मिला था। मोबाइल फोन से मिली जानकारी के मुताबिक, छात्रा ने रात भर गौरव सिंह से फोन पर बात की थी, लापता होने से पहले छात्रा द्वारा लिखे एक नोट के मुताबिक गौरव सिंह नाम का छात्र बार-बार फोन करके निवेदिता को ब्लैकमेल कर रहा था। छात्रा के फोन में मिले बैंक के मैसेज से पता चला है कि उसने गौरव सिंह के अकाउंट में कई बार पैसे डाले थे। गौरव सिंह के पास छात्रा की कुछ ऐसी तस्वीरें थी जिसके आधार पर वह उसे बार बार ब्लैकमेल कर धन उगाही कर रहा था। परिवारजनों ने इस मामले में 24 अगस्त को गौरव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

इंवेस्टीगेशन से संतुष्ट नहीं परिजन, सरकार से लगाई थी गुहार-

केस की इंवेस्टीगेशन कर रहे एसआई निर्भय सिंह ने गौरव सिंह के खिलाफ कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की है। लेकिन लम्बे टाइम तक चली इंवेस्टीगेशन के बाद भी पुलिस लापता स्टूडेंट की बरामदगी नहीं कर सकी। एसआई निर्भय सिंह की इंवेस्टीगेशन से संतुष्ट न होकर निवेदिता के परिजनों ने वर्तमान भाजपा सरकार से अन्य किसी जांच शाखा से प्रकरण की जांच कराने की मांग की थी। जिसमें गौरव सिंह के अलावा उसके दोस्त प्रिंस, अविनाश, शिवा तथा पीयूष पांडेय पर भी ब्लैकमेल कर पैसा वसूलने का आरोप लगाया गया है। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को बचाते हुए अकेले गौरव को ही जेल भेजने की कार्यवाही की है।

गहराई से जांचकर लगाया जाएगा सच्चाई का पता-

परिजनों की डिमांड पर सरकार ने केस की जांच का आदेश सीबीसीआईडी शाखा इलाहाबाद को दिया है। इंवेस्टीगेशन कर रहे सीबीसीआईडी इंस्पेक्टर मसरूर अहमद ने सीजेएम कोर्ट में एप्लीकेशन देकर कोर्ट इंवेस्टीगेशन और कागज़ात उपलब्ध कराने एवं जेल में बंद आरोपी गौरव सिंह का बयान लेने के लिए अनुमति मांगी।

सीजेएम सपना शुक्ला ने एप्लीकेशन को एक्सेप्ट कर लिया है। इंस्पेक्टर मसरूर अहमद ने बताया कि गहराई से जांचकर मामले में सच्चाई का पता लगाया जाएगा और जो भी इस मामले में दोषी होंगे उनके खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।

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tiwarishalini

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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