Chandauli Crime News: अवैध रूप से ई-टिकट बेचने वाले दो गिरफ्तार, रेलवे पुलिस ने भेजा जेल

चंदौली जनपद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्सन रेलवे पुलिस ने अवैध e-ticket का कारोबार करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

Ashvini Mishra
Published on: 29 Aug 2021 1:37 PM GMT
Two arrested for selling e-tickets illegally, railway police sent to jail
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चंदौली: अवैध e-ticket का कारोबार करने वाले दो गिरफ्तार

Chandauli Crime News: चंदौली जनपद के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्सन रेलवे पुलिस फोर्स ई टिकट के अवैध खरीद बिक्री की सूचना के आधार पर मवई खुर्द इस्लामपुर चंदौली निवासी मो शहीम से पूछताछ हेतु रेसूब पोस्ट डीडीयू पर बुलाया गया। जिसने स्वीकार किया कि वह काली महाल स्थित जन सेवा केंद्र की दुकान में काम करता है और वह वहीं पर अवैध e-ticket का कारोबार करता है।

मोहम्मद शमीम के निशान देहि पर उप निरीक्षक/अमरजीत दास साथ प्रधान आरक्षी योगेंद्र बहादुर सिंह, आरक्षी अच्छे लाल यादव सभी रे.सु.ब./पोस्ट/डीडीयु तथा अपराध आसूचना शाखा/डीडीयु के स.उ.नि./ मो. असलम खान, प्रधान आरक्षी/ पवन कुमार, आरक्षी/ दुर्गेश आनंद, काली महाल, चंदौली स्थित ग्राहक सेवा केंद्र में पहुंचे तथा उक्त स्थान पर दबिश दिए गया तो दुकान पर उसके मालिक इश्तियाक अहमद उम्र 42 पुत्र रमजान मिस्की, निवासी-मवई खुर्द ,इस्लामपुर, थाना- अलीनगर, जिला-चंदौली मौजूद मिले।

ग्राहक सेवा केंद्र पर होती थी धांधली

पूछताछ में दुकान मालिक ने बताया कि मैं ग्राहक सेवा केंद्र (सीएससी) चलाता हूं तथा विद्यार्थियों का फॉर्म, पैन कार्ड, विधवा पेंशन व रेल टिकट निकालने का काम करता हूं । इनके दुकान पर स्थित कंप्यूटर को चेक करने पर 28 अदद e-ticket(past) personal user id पर कटा हुआ पाया गया। जिसका कुल मूल्य - 34266 रुपया पाया गया तथा काउंटर से नगद 370 रुपया बरामद हुआ।

उपरोक्त पकड़े गए व्यक्तियों ने पूछने पर बताया कि मैं अपना पर्सनल 03 आईआरसीटीसी यूजर आईडी बनाकर ई- टिकट निकालता हूं तथा अधिक दाम पर बेच देता हूं।रेलवे के ई टिकट बनाने में प्रयुक्त एक कंप्यूटर सेट,एक रेडमी का मोबाइल तथा एक प्रिंटर को जप्त कर पकड़े गए दोनो अभियुक्तों को उनके जूर्म से अवगत कराकर रेलवे सुरक्षा बल/पोस्ट/ डीडीयू पर लाया गया। उक्त अभियुक्त के विरुद्ध रेलवे सुरक्षा बल/पोस्ट/ डीडीयू पर धारा अंतर्गत 143 रेल अधिनियम के तहत मामला पंजीकृत कर जेल भेज दिया गया।

Shashi kant gautam

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