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जीएसटी में छूट देने के लिए घूस लेने देने वालों को कोर्ट ने दिया CBI की कस्टडी रिमांड में 

Rishi
Published on: 5 Feb 2018 9:04 PM IST
जीएसटी में छूट देने के लिए घूस लेने देने वालों को कोर्ट ने दिया CBI की कस्टडी रिमांड में 
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लखनऊ : सीबीआई के विशेष जज एमपी चौधरी ने सेंट्रल एक्साईज में छुट देने के एवज में हवाला के जरिए रिश्वत लेने के मामले में निरुद्ध जीएसटी एण्ड सेंट्रल एक्साईज, कानपुर के सुपरिटेंडेंट अजय कुमार श्रीवास्तव, राजीव सिंह चंदेल व आफिस के एक स्टाफ सौरभ पांडेय का 10 दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर किया है। उन्होंने इस मामले में निरुद्ध मेसर्स शिशु सोप एण्ड केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मनीष शर्मा व उसके कर्मचारी सुरेश कुमार सिंह तथा बिचैलिया अमित अवस्थी को भी 10 दिन के लिए सीबीआई की कस्टडी में सौंपने का आदेश दिया है।

इन सभी अभियुक्तों की कस्टडी रिमांड की अवधि छःह फरवरी की सुबह 10 बजे से शुरु होकर 16 फरवरी की सुबह 10 बजे खत्म होगी। उन्होंने यह आदेश सीबीआई के इंसपेक्टर व इस मामले के विवेचक अर्जुन कुमार मौर्य की अर्जी को मंजूर करते हुए दिया है। सोमवार को इस अर्जी पर सुनवाई के दौरान यह सभी अभियुक्त जेल से अदालत में हाजिर थे।

विवेचक का कहना था कि इस मामले में जीएसटी एण्ड सेंट्रल एक्साईज, कानपुर के कमिश्नर संसार चंद व दो अन्य अभियुक्तों को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है। उसके द्वारा सह अभियुक्तो की मदद से रिश्वत की वसूली का एक रैकेट चलाया जा रहा था। वो यह वसूली एक्साईज के तहत अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले विभिन्न प्रकार के शासकीय कार्यो को करने या उससे अलग रहकर संबधित व्यक्ति या फर्म को लाभ पहुंचाने के एवज में करता था। रिश्वत की रकम को हवाला के जरिए दिल्ली निवासी अमन जैन व चंद्र प्रकाश उर्फ मोनू को भेजी जाती थी। जहां से यह रकम संसार चंद की पत्नी अविनाश कौर को उसके दिल्ली स्थित आवास पर सौंप दी जाती थी।

विवेचक का कहना था कि अभियुक्तों द्वारा एक बड़े षडयंत्र के जरिए किया गया यह संगठित अपराध है। जिसका खुलासा करने, उनसे पूछताछ करने व उनका एक दूसरे से आमना सामना कराने के लिए इनका पुलिस कस्टडी रिमांड आवश्यक है। चूकि विवेचना प्रारम्भिक अवस्था में है। लिहाजा विस्तृत पूछताछ के लिए अभियुक्तों को 10 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड में दिया जाए।

यह है मामला

दो फरवरी, 2018 को सीबीआई ने इस मामले में जीएसटी व सेंट्रल एक्साईज, कानपुर के कमिश्नर संसार चंद समेत 10 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें संसार की पत्नी अविनाश कौर का नाम भी शामिल है। एफआईआर के मुताबिक कानपुर के तमाम उद्योगपति सेंट्रल एक्साईज से छूट पाने के लिए घुस देते थे। इनमें रिमझिम व सर पान मसाला आदि कंपनीज के कर्ताधर्ताओं का नाम सामने आया है। रिश्वत की रकम हवाला के जरिए किश्तों मे लिया जाता था। साथ ही टीवी, फ्रिज व मंहगे सामान आदि भी लिए जाते थे। संसार चंद की पत्नी अविनाश कौर के अलावा अजय व राजीव भी दिल्ली के हवाला कारोबारी अमन जैन व चंद्र प्रकाश के जरिए यह घुस लेते थे।

संसार चंद द्वारा अपने विभागीय अधिकारियों व एक प्राइवेट व्यक्ति अमित अवस्थी के जरिए मेसर्स शिशु सोप एण्ड केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर मनीष शर्मा पर दबाव बनाया गया कि वो फरवरी, 2018 से अपै्रल, 2018 तक की अवधि के लिए डेढ़ लाख रिश्वत के रुप में दे। जीएसटी एण्ड सेंट्रल एक्साईज की नोटिस से परेशान मनीष शर्मा ने अजय कुमार श्रीवास्तव व अमित अवस्थी को बताया कि वह डेढ़ लाख देने को तैयार है।

सीबीआई ने इस जानकारी पर मनीष शर्मा के कर्मचारी सुरेश कुमार सिंह के जरिए संसार चंद के पीए सौरभ पांडेय को डेढ़ लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया। पूछताछ में सौरभ व सुरेश ने इस साजिश में अपने साथ कई अन्य लोगों का नाम बताया। मुल्जिमों के आफिस व घर पर तलाशी में कई आपत्तिजनक वस्तुए बरामद हुई।

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गवाही ने लिए हाजिर न होने पर कोर्ट ने दरोगा पर लगाया अर्थदंड

सीबीआई के विशेष जज सुनील कुमार यादव ने एक आपराधिक मामले में गवाही के लिए हाजिर नहीं होने वाले एसआई राजीव यादव को पांच सौ रुपए के अर्थदंड से दंडित किया है। साथ ही इस आशय की प्रतिकूल प्रविष्टि उसकी चरित्र पंजिका में भी दर्ज करने का आदेश दिया है। उन्होंने लखनऊ के एसएसपी को निर्देश दिया है कि वह इस आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराकर अदालत को भी अवगत कराएं।

थाना नगराम से संबधित हत्या के इस मामले में एसआई राजीव यादव की गवाही होनी है। लेकिन पिछले कई तारीखों से वह गवाही के लिए अदालत में हाजिर नहीं हो रहे हैं। जबकि उन पर समन भी तामील है। बावजूद इसके न तो वह अदालत में हाजिर हो रहें हैं और न ही उनका कोई जवाब आ रहा है। विशेष जज का कहना था कि ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें भारतीय कानून व्यवस्था में कोई आस्था नहीं है। वह जानबूझकर अदालत के आदेश की अवहेलना कर रहा है।

वर्ष 2013 से लंबित इस मामले का एक अभियुक्त मनोज न्यायिक हिरासत में जेल में जबकि दूसरा हरिशंकर जमानत पर रिहा है।



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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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