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गैंगरेप पीड़ित किशोरी को 5 घंटे थाने में बैठा नहीं लिखा मुकदमा
शाहजहांपुर : योगी पुलिस का एक और कारनामा सामने आया है। यहां एक हाई स्कूल की नाबालिग गैंगरेप पीड़िता को पुलिस ने पांच घंटे थाने में बैठाए रखा। उसके बावजूद पुलिस ने पीड़िता की एक न सुनी और उसे थाने से भगा दिया। जब मामला आलाधिकारियों के सामने आया तब जाकर मुकदमा दर्ज हो सका।
आरोप है कि पीड़िता जब कोचिंग से अपनी बहन के साथ घर लौट रही थी, तभी तीन युवकों ने दोनों किशोरियों को साईकिल से खींचकर खेत मे ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया। इतना ही युवकों ने नाबालिग का वीडियो भी बनाया। जब पीड़िता शिकायत करने थाने गई, पुलिस ने पांच घंटा थाने में बैठाकर उसको भगा दिया। मामला कोतवाली सिंधौली क्षेत्र का है।
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मामला जब चर्चा में आया तो आलाधिकारियों की पहल पर स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता ने बताया कि बीते सोमवार शाम को ट्यूशन पढ़ घर लौट रही थी। तभी उसके घर से आधा किलोमीटर दूर साईकिल की चैन उतर गई। तभी गांव के रहने वाले रंजीत, गुरूजंद सिंह और अमन सिंह बाईक से वहां पर आ गए। उसमें से एक ने कहा कि साईकिल की चैन सही कर दें। इसके बाद तीनों मुझे और मेरी बहन को खेत मे खींच ले गए। उसके बाद तीनों ने उसकी बहन के साथ मारपीट की और मेरे कपड़े उतार दिए। उसके बाद मेरे साथ गैंगरेप किया। इतना ही नहीं उन्होंने वीडियो क्लिप भी बनाई और धमकी दी कि अगर घर पर बताया तो जान से मार देंगे। वीडियो क्लिप भी वायरल कर देंगे।
वहीं पीङिता के चाचा ने बताया कि रात में ही अपनी भतीजी को लेकर थाने आए थे। गेट पर बैठे थाने के मुंशी ने हमसे घटना के बारे मे पूछा और तहरीर लिखने को कहा। जब मुंशी ने तहरीर लिखी तो उसने मेरी एक न सुनी और अपने मनमाफिक तहरीर लिखकर दे दी। मुंशी ने उसमें सिर्फ छेङछाङ का ही जिक्र किया था। उसके बाद उसने तहरीर बदलने की बात कही तो मुंशी ने तहरीर फाङकर फेंक दी। उसने कहा तुमसे तहरीर लिखाने के पैसे नही लिए इसलिए जो हम लिखेंगे वही होगा। मुंशी ने कहा कि मेरा कागज ओर तहरीर भी हमने लिखी इसलिए हमने उसे फाङ दी।
उसके बाद रात मे ही पुलिस ने पीङिता को थाने से भगा दिया। उसके बाद आज सुबह से पीङिता अपने परिजनों के साथ करीब 11 बजे थाने आई और तहरीर पुलिस को दी। लेकिन पुलिस ने तहरीर तो रख ली लेकिन कार्यवाई कोई नहीं की और न ही मेडिकल के लिए भेजा। पांच घंटे तक पीङिता थाने मे बैठी रही। उसके बाद जब मीडियाकर्मी थाने आए और आलाधिकारियों को मामले से अवगत कराया तब थाने के एसएसआई एमए खलील ने पीङिता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।