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पुलिस का स्वच्छ यूपी अभियान! मार गिराया इनामी तो परिजनों ने लगाया आरोप

Rishi
Published on: 4 Oct 2017 7:14 PM IST
पुलिस का स्वच्छ यूपी अभियान! मार गिराया इनामी तो परिजनों ने लगाया आरोप
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नोएडा। ग्रेटर नोएडा में मंगलवार देर रात पुलिस व बदमाशों के बीच हुए मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी सुमित गुर्जर की मौत हो गई थी। सुमित के परिजनों ने एनकाउंटर को फर्जी करार दिया। साथ ही बताया कि पुलिस ने बागपत के एक कस्बे से सुमित को 30 सितंबर को पकड़ा था।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने सुमित पर फर्जी मुकदमे लगाए। उसके खिलाफ अभी तक किसी भी थाने में 151 तक का मामला दर्ज नहीं है। ऐसे में एनकाउंटर फर्जी है। जिसको लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को दिल्ली नोएडा कालिंदी कुंज मार्ग को जाम कर दिया। परिजनों ने एनकाउंटर की निष्पक्ष जांच के लिए जिला अधिकारी, आईजी, मुख्यमंत्री को पत्र लिखिकर शिकायत की है।

दो घंटे लगाया जाम

सुमित को सीने में गोली लगी थी। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि सुमित के खिलाफ रंगदारी समेत हत्या व कई अन्य मुकदमे कई कोतवाली में दर्ज है। यही नहीं उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित था। यह बात परिजनों को हजम नहीं हो रही। परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव कालिंदी कुंज रास्ते पर रखकर जाम लगा दिया। करीब दो घंटे तक वह प्रशासन व पुलिस के विरूद्ध नारेबाजी करते रहे।

मौके पर पहुंची कई थानों की पुलिस

तनाव की स्थिति को देखते हुए शहर के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। जिन्होंने परिजनों को समझाने की कोशिश की। लेकिन कोई भी बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। हालांकि काफी समझाने के बाद परिजनों ने शव का दाह संस्कार किया।

क्या था मामला

पुलिस के मुताबिक सुमित उसी गिरोह का मुख्य सदस्य था। जिसने हाल ही में दो लोगों की हत्या कर 10 लाख की लूट की थी। इस गिरोह के साथ पहले एक काउंटर हो चुका था। जिसमे दो गिरफ्तारी हो चुकी थी। जबकि यह दूसरा एकाउंटर था। जिसमें सुमित को गोली लगी। और उसकी मौत हो गई। वहीं एक दरोगा के पेट में गोली लगी थी। जिनका इलाज चल रहा है।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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