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Jhansi: नदी की कोख को उजाड़ने में लगी दर्जनों मशीनें, राजस्व को हो रही लाखों की हानि

Jhansi Latest News: समीपवर्ती सलेमापुर एरच बालू घाट पर भारी-भरकम मशीनें नदी की कोख को उजाड़ने में लगी है।

B.K Kushwaha
Published on: 19 Jun 2022 3:21 PM GMT
Jhansi News In Hindi
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नदी में अवैध खनन।

Jhansi: समीपवर्ती सलेमापुर एरच बालू घाट (Salemapur Erich Sand Ghat) पर बालू खोद कर भारी-भरकम मशीनें नदी की कोख को उजाड़ने में लगी है। तय सीमा को लांघ कर सलेमापुर से बालू माफियाओं (sand mafia In salemapur) ने धमधौली कनेछा डिकौली तक अवैध खनन कर रखा है।

हालत यह है कि जब कोई विभाग से संबंधित टीम आती है तो आनन-फानन में बालू घाट बंद हो जाता है। मशीनें गायब कर दी जाती हैं, आखिर किसकी सह पर अवैध खनन हो रहा है। यह भी एक सवालिया निशान है क्योंकि जो घाट की तय सीमा है उसे लांघ कर एकड़ो में नदी की बालू को खोदकर उठा लिया गया है। पूरी तरह से दादागिरी और गुंडई के बल पर अवैध खनन का कारोबार फल-फूल रहा है। बिना रॉयल्टी के हो रहे अवैध खनन से लाखों रुपए का शासन को चूना लगाया जा रहा है।


बरसात में मनमाने रेटों पर बेची जाएगी बालू

इसी तरह हाईवे किनारे लाखों ट्रक बालू का डंप लगाया गया है जिससे बरसात में मनमाने रेटों पर बालू बेची जाएगी। सबसे अहम सवाल यह है कि खनिज विभाग (Mineral Department) इस पर मौन क्यों हैं किसकी सह पर यह करोड़ों की बालू का अवैध खनन हो रहा है। आखिर पर्दे के पीछे कौन है? हालत यह है कि बड़ी बड़ी मशीनें दर्जनों की संख्या में अवैध खनन करने में लगी हुई है। स्पष्ट तौर पर देखा जाए तो पूरी दबंगई के साथ अवैध रूप से प्रशासनिक अमले को ठेंगा दिखाकर राजस्व की करोड़ों रुपये की चोरी उक्त अवैध खनन से हो रही है यदि बालू माफिया इसी तरह सक्रिय बने रहे तो बालू के दाम आसमान छूने लगेंगे और आम आदमी का मकान बनाने का सपना धरा का धरा रह जाएगा। क्योंकि आगामी 30 तारीख से बालू की उठान नदी से बंद हो जाएगी। इसलिए राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट वाली कहानी चरितार्थ हो रही है।

सभी घाटों से हो रहे अवैध खनन से बालू माफिया मालामाल

अब देखना यह है कि इस पर प्रशासनिक अमला क्या कदम उठाता है क्योंकि सलेमापुर डिकौली परेछा सभी घाटों से हो रहे अवैध खनन से जहां बालू माफिया मालामाल हो रहे हैं। वहीं, शासन को करोड़ों रुपये की राजस्व की हानि रोजाना हो रही है, यदि शासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो बालू माफियाओं के हौसले तो बुलंद होंगे ही लेकिन यह स्पष्ट हो जाएगा कि कहीं ना कहीं खनिज विभाग (Mineral Department) का कोई विभीषण भी बालू माफियाओं के साथ है। इसी तरह मऊरानीपुर के नारायण घाट (Narayan Ghat of Mauranipur) पर खुलेआम तरीके से बालू का खनन किया जा रहा है।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

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