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Meerut Crime News: मेरठ में बढ़ता साइबर क्राइम, आधार कार्ड के नंबर से बुजुर्ग के खाते से 3.69 लाख उड़ाए
ताजा घटना में बदमाशों का शिकार बने मोदीपुरम पुरानी कॉलोनी निवासी करीब ६५ वर्षीय सुभाष ने पुलिस को बताया कि उसके खाते से दो दिनों पूर्व किसी ने 3.69 लाख रुपये उड़ा दिए।
Meerut Crime News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) जनपद में भी साइबर क्राइम (cyber crime ki ghatna) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। साइबर क्राइम का ताजा शिकार मोदी रबड़ पुरानी कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति हुआ है जिसके खाते से आधार कार्ड नम्बर का प्रयोग कर बदमाशों ने साढ़े तीन लाख से ज्यादा की रकम उड़ा दी। मोबाइल पर मैसेज आने पर पीड़ित को मामले की जानकारी हुई। बता दें कि कुछ ही दिन पहले ओएलएक्स एप के जरिये ठगों ने सेना में मेजर को निशाना बनाया था।
ताजा घटना में बदमाशों का शिकार बने मोदीपुरम पुरानी कॉलोनी निवासी करीब 65 वर्षीय सुभाष ने पुलिस को बताया कि उसके खाते से दो दिनों पूर्व किसी ने 3.69 लाख रुपये उड़ा दिए। मोबाइल पर मैसेज आने के बाद मामले की जानकारी हुई। कस्टमर केयर पर बात की तो पता चला कि उसके आधार कार्ड नम्बर का प्रयोग पैसे निकालने में किया गया है। पीड़ित ने बीती १९ तारीख को पेंशन के लिए जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दुकानदार को आधार नंबर दिया था।
इसके बाद से पैसे निकलने शुरू हो गए। 22 नंवबर को थाने में जाकर तहरीर भी दी थी, परंतु पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 23 तारीख की सुबह 6 बजे फिर से पैसे निकाले गए। पीड़ित ने पल्लवपुरम थाने पहुंचकर दोबारा मामले की जानकारी दी। पुलिस ने साइबर सेल को मामले से अवगत करा दिया है। थाना प्रभारी अवनीश कुमार ने बताया कि साइबर सेल से धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि इस घटना से कुछ ही दिन पहले सदर बाजार थाना क्षेत्र के सोमनाथ एन्क्लेव निवासी चितरंजन गर्ग जो कि सेना में मेजर को बदमाशों ने अपना शिकार बनाया था। लेकिन मेजर इस मामले में सौभाग्यशाली रहे कि सूचना मिलने के बाद साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए रुपयों को ठग के खाते में जाने से बचा लिया। दरअसल, चितरंजन गर्ग ने घटना से कुछ दिन पहले ओएलएक्स पर घर का फर्नीचर बेचने के लिए विज्ञापन डाला था। जिसके बाद उनके पास ठग का फोन आया और सामान खरीदने के बारे में बातचीत की। सौदा तय होने पर आरोपित ने उनको बार कोड भेजा, जिसे स्कैन करते ही उनके खाते से 30 हजार रुपये कट गए। उन्होंने तुरंत ही इसकी जानकारी साइबर सेल को दी। साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए रुपयों को ठग के खाते में जाने से बचा लिया।