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योगी साहेब ! दबंग बिल्डर ने फॉरेस्ट रेंजर को ही घेरा, मुश्किल से बची जान

Rishi
Published on: 25 Dec 2017 11:24 AM GMT
योगी साहेब ! दबंग बिल्डर ने फॉरेस्ट रेंजर को ही घेरा, मुश्किल से बची जान
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मुरादाबाद : एक तरफ प्रदेश सरकार बिल्डरों पर लगाम लगाने के दावे कर रही है। वहीं दूसरी और बिल्डर हैं कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। ताजा मामला यूपी के मुरादाबाद का है। जहां बिल्डर द्वारा अवैध रूप से पीपल का पेड़ काटे जाने की सूचना पर जब फारेस्ट रेंजर अपनी टीम के साथ पहुंचे तो बिल्डर के गुर्गों ने उन्हें ही घेर लिया। मौके की नजाकत को भांपते हुए फारेस्ट रेंजर ने वहां से हटने में ही अपनी भलाई समझी।

जनपद मुरादाबाद के एक दबंग बिल्डर ने डीएफओ की टीम का उस समय घेर लिया, जब टीम हाइवे पर काटे जा रहे पीपल के पेड़ों की सूचना के बाद मौके पर पहुँची। बिल्डर ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर टीम को घेर लिया। बड़ी मुश्किल से फॉरेस्ट रेंजर अपनी जान बचा कर भागे।

मुरादाबाद-दिल्ली हाइवे और सर्किट हाउस के नजदीक बन रही 11 ऑर्चिड हाउसिंग सोसाइटी के बाहर हाइवे 24 पर लगे पीपल के पेड़ों को सोसाइटी के मालिक दुवारा कटवाया जा रहा था। क्योंकि कुछ फ्लेट्स के मेन गेट हाइवे पर अवैध ढंग से खोले जा रहे हैं। जिनके सामने सरकारी पीपल के पेड़ आ जाने के कारण बिल्डर ने क़ानून को ठेंगा दिखाते हुए दिन दहाड़े ही पेड़ कटवाने शुरू कर दिए। जिसकी सूचना मिलने पर मुरादाबाद वन विभाग के रेंजर भी अपनी टीम के साथ पहुँच गए। मौके पर पीपल का पेड़ कटा पाए जाने पर जब सोसाइटी के मालिक अनिल तोमर को बुलवाया गया। दबंग बिल्डर तोमर ने आते ही अपने 5-6 गुर्गो के साथ मिलकर पूरी टीम को घेर लिया।

हंगामा होते देख रेंजर ने बड़ी मुश्किल से अपने आप को बचाते हुए, मौके से हटना ही उचित समझा। डीएफओ टीम ने सोसाइटी के परिसर से कटे पीपल के पेड़ भी बरामद कर लिए। बाद में बिल्डर अपनी सफाई देते नजर आए।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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