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बागपतः बदमाशों ने तीन लोगों की ली जान, सुरक्षा में तैनात दो जवानों की भी हत्या
लाशों को ले जाते पुलिसकर्मी
बागपतः सोमवारको बागपत के दोघट थाना इलाके का गांगनौली गांव गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। बदमाशों ने एक घर पर धावा बोला और वहां रहने वाले तीन लोगों की जान ले ली। वे इतने बेखौफ थे कि परिवार की सुरक्षा के लिए तैनात दो जवानों की भी हत्या कर दी। इसके बाद सभी हथियार लहराते हुए भाग निकले। पुलिस के आला अफसरों के मुताबिक रंजिश की वजह से हत्या की गई है।
बदमाशों ने पहले क्या किया?
हथियारों से लैस आधा दर्जन से ज्यादा बदमाश गांगनौली गांव में सविता के घर पहुंचे। उन्होंने वहां गोलीबारी शुरू कर दी। परिवार की सुरक्षा में तैनात पुलिस और पीएसी के जवानों ने उनका मुकाबला किया। बदमाशों ने पीएसी के एचसीपी राकेश कुमार, पीएसी जवान प्रताप और एक पुलिसकर्मी विजय कुमार पर गोलियां बरसाईं। इससे राकेश और विजय की मौत हो गई, जबकि प्रताप गंभीर रूप से घायल हो गया।
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इन दोनों की भी हत्या कर दी गई
फिर क्या हुआ?
इसके बाद बदमाश घर में घुसे और सविता और उसकी बेटी प्रीति की हत्या कर दी। सविता के पिता मांगेराम आए हुए थे। उन्हें भी मार दिया। गोलियों की आवाजें और चीख-पुकार सुनकर गांव के लोग दहशत में आ गए। जब बदमाश घटना के बाद फरार हुए तो लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हुआ।
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पीड़ित परिवार की महिलाएं शव के साथ
क्यों है रंजिश?
बताया जा रहा है कि सविता और गांगनौली के एक लाख के इनामी बदमाश प्रमोद के बीच रंजिश है। साल 2013 में प्रमोद ने सविता के बेटे परीक्षित की हत्या कर दी थी। इस मामले में सविता के परिवार के लोग गवाह थे। एक साल पहले प्रमोद की भी हत्या हो गई थी। सविता के परिवार को एहतियात के तौर पर सुरक्षा दी गई थी। उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी भी मिलती थी।
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गांव में तैनात पुलिस
क्या कर रही है पुलिस?
आला अफसर गांव पहुंचे और बड़ी तादाद में पुलिस और पीएसी बुलाई गई। बागपत की एसपी पूनम ने बताया कि पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए पांच टीमें बनाई हैं। एसटीएफ को भी लगाया गया है। हत्या में प्रमोद के भाई प्रवीण गांगनौली का नाम सामने आ रहा है।
मौके पर मौजूद भीड़