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Sanjay Sherpuriya: ...जब वेटर की नौकरी करने वाले शेरपुरिया ने होटल मालिक की लड़की को ही फंसा लिया, अब खुल रहे कई राज
Sanjay Sherpuriya: पुलिस कस्टडी रिमांड के दूसरे दिन जालसाज शेरपुरिया ने एसटीएफ को अपनी 25 साल पुरानी कहानी बताई। उसने बताया कि कैसे होटल के वेटर से वह करोड़पति बन गया। शेरपुरिया होटल में वेटर की नौकरी करता था जहां मालिक की बेटी कंचन चिलानी से उसका नैन-मटक्का हो गया। कुछ दिनों बाद दोनों ने शादी कर ली। इस दौरान वह होटल के वेटर से सीधा मैनेजर बन गया। इसके बाद उसने पलटकर नहीं देखा।
Sanjay Sherpuriya: 'ऐसा कोई सगा नहीं, जिसको मैंने ठगा नहीं'... ये लाइनें महाठग संजय राय शेरपुरिया पर सटीक बैठती हैं। बीते दिनों जिसे यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। उसकी कहानी पूरी तरह फिल्मी है। शुरुआत में स्कूल फीस तक भरने के पैसे उसके पास नहीं थे। इसके लिए वह सप्ताह में दो दिन कूड़ा बेचता था। 1998 में उसने गुजरात के गांधीनगर स्थित एक होटल में वेटर की नौकरी की। यहीं से उसकी किस्मत ने पलटी खाई वह थोड़े समय बाद ही करोड़ों में खेलने लगा।
जालसाज शेरपुरिया पुलिस रिमांड पर है। रिमांड के दूसरे दिन गुरुवार को उसने एसटीएफ को अपनी 25 साल पुरानी कहानी बताई। उसने बताया कि कैसे होटल के वेटर से वह करोड़पति बन गया। शेरपुरिया होटल में वेटर की नौकरी करता था जहां मालिक की बेटी कंचन चिलानी से उसका नैन-मटक्का हो गया। कुछ दिनों बाद दोनों ने शादी कर ली। इस दौरान वह होटल के वेटर से सीधा मैनेजर बन गया। इसके बाद उसने पलटकर नहीं देखा।
शेरपुरिया ने बताया कि साल 2001 में उसने पेट्रो केमिकल का काम शुरू किया। इससे उसे लाखों की कमाई हुई। व्यापार चल पड़ा तो आयात-निर्यात का भी काम शुरू कर दिया। इससे उसे करोड़ों की कमाई हुई। अब उसका नाम गुजरात के बड़े व्यापारियों में शुमार किया जाने लगा। बड़े लोगों से उसके संपर्क भी बन गये। अथाह पैसे आने लगे तो उसने जालसाजी शुरू कर दी। यहां तक कि अपने गृहजनपद गाजीपुर के बेरोजगार युवाओं को भी नहीं बख्शा। सरकारी नौकरी और अनुदान दिलाने के नाम पर उसने करीब 25 हजार युवाओं से ठगी की।
शुरुआत से मोटी रकम कमाना चाहता था
शेरपुरिया शुरू से ही मोटी रकम कमाना चाहता था। शेरपुरिया ने सबसे पहले देना बैंक से 90 हजार रुपए का लोन लिया था। कुछ समय बाद उसने एसबीआई से 349 करोड़ 12 लाख रुपये का लोन लिया। लेकिन उसे अदा नहीं किया। नतीजन, बैंक को उसे डिफाल्टर घोषित करना पड़ा।
छह दिन की पुलिस रिमांड पर है
संजय राय शेरपुरिया छह दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर है। पुलिस ने विशेष सीजेएम को अर्जी देकर 10 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की मांग की थी। 03 मई की सुबह 10 बजे से 09 मई की शाम चार बजे तक वह पुलिस की रिमांड पर है। इस दौरान पुलिस जहां उससे कई राज उगलवा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि कई सफेदपोशों के नाम भी सामने आएंगे।
ईडी को मिले अहम सुबूत
02 मई को ईडी दिल्ली मुख्यालय की टीमों ने शेरपुरिया के दिल्ली, बनारस, गाजीपुर और लखनऊ के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी को उसके दिल्ली ऑफिस से लाखों रुपए नकद, संपत्तियों के दस्तावेज, एफडीआर, तमाम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, पैसों के लेनदेन वाली कई डायरियां आदि बरामद की गई थीं।