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Who is Mafia: आखिर कौन होते हैं माफिया, क्या सभी गुंडे Mafia होते हैं? जानें- पूरी डिटेल

Who is Mafia:'माफिया' का मतलब ऐसे संगठित अपराधियों से होता है जो योजना बनाकर वारदातों को अंजाम देते हैं। जैसे- धमकी देकर रुपयों की उगाही करना, बंदूक के दम पर लोगों से अपनी बात मनवाना, धमकाना, हत्या, ड्रग्स सप्लाई और तस्करी जैसे आपराधिक काम करते हैं।

Hariom Dwivedi
Published on: 19 April 2023 11:14 AM GMT (Updated on: 19 April 2023 6:28 AM GMT)

Who is Mafia: उत्तर प्रदेश में इन दिनों एक ही शब्द सबसे अधिक चर्चा में है और वह है माफिया। खासकर अतीक अहमद और अशरफ की मौत बाद यह सुर्खियों में है। इन दोनों को माफिया कहा गया। लेकिन सभी क्रिमिनल माफिया होते हैं या फिर कुछ खास अपराधियों को ही माफिया कहा जाता है? आइये जानते हैं इस माफिया शब्द क्या है मतलब? और कहां से आया है यह शब्द?

इन दिनों देश भर में माफिया को लेकर जो हंगामा मचा हुआ है, यह शब्द विदेशी है। माफिया इटैलियन शब्द है और वहीं पर सबसे पहले इस शब्द का इस्तेमाल हुआ था। इसके मुताबिक, कभी भी किसी एक गुंडे या एक व्यक्ति को माफिया नहीं कहा जाता है। माफिया एक प्रकार का अपराधिक संगठन होता है, जिसमें कई गुंडे सदस्य होते हैं। इसका एक लीडर (माफिया) होता है जो उनसे संबंधित लोगों को इस ग्रुप में शामिल करता है। इस ग्रुप के लोग कई तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल होते हैं।

क्या करता है माफिया?

दूसरे शब्दों में कहें तो 'माफिया' का मतलब ऐसे संगठित अपराधियों से होता है जो योजना बनाकर वारदातों को अंजाम देते हैं। जैसे- धमकी देकर रुपयों की उगाही करना, बंदूक के दम पर लोगों से अपनी बात मनवाना, धमकाना, हत्या, ड्रग्स सप्लाई और तस्करी जैसे आपराधिक काम करते हैं। माफिया दो गुटों के बीच समझौते कराने का काम भी करवाता है। इसके अलावा ये लोग कई तरह के व्यवसायों में भी निवेश करते हैं।

माफिया का इतिहास

माफिया शब्द इटली से आया था। यहां अपराधियों ने संगठित अपराध को अंजाम दिया। संगठन बनाया जिसमें अपराधियों को अलग-अलग पदों पर रखा। सबसे ऊपर के क्रिमिनल को माफिया कहा गया। अब अलग-अलग देशों में इन्हें अलग-अलग नाम से जाना जाता है। जापान में माफिया को 'यकुजा', चीन में 'त्रियाद', रूस में 'ब्रटवुर्स्ट', मेक्सिको व नाईजीरिया में 'एफवाई गैंग' व 'एफवाईजी' और दक्षिण अमेरिका में माफिया को 'ड्रग कार्टेल' के नाम से जाना जाता है। वहीं, कई दक्षिण अफ्रीकी देशों में ऐसे संगठनों को 'गैंग', 'द यार्डी' व 'ट्राईडेंट' जैसे नामों से जाना जाता है।

यूपी में भरे पड़े हैं माफिया

उत्तर प्रदेश पुलिस आधा सैकड़ा से अधिक माफियाओं की लिस्ट तैयार कर रही है, जिस पर सीएम योगी की मुहर लगना बाकी है। स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, यूपी पुलिस ने शराब माफिया, पशु तस्कर, वन माफिया, खनन माफिया, शिक्षा माफिया आदि को चिह्नित कर इस बार 50 शासन द्वारा व 11 पुलिस मुख्यालय स्तर पर माफियाओं की सूची बनाई है। इनके गैंग को खत्म करने से लेकर उनकी 500 करोड़ की संपत्ति जब्त करने का लक्ष्य भी रखा गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस सूची में नाम और बढ़ाए जा सकते हैं। माफियाओं की इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम अतीक अहमद था, मौत के बाद अब वह खुद-ब-खुद सूची से बाहर हो गया है। माफियाओं की नई लिस्ट में भदोही की ज्ञानपुर सीट से चार बार विधायक रहे बाहुबली विजय मिश्रा, सहारनपुर निवासी बसपा के पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल उर्फ बाला के अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुनील राठी, बदन सिंह उर्फ बद्दो व अंबेडकरनगर के अजय सिपाही समेत अन्य कुख्यातों को शामिल किया गया है।

ये हैं यूपी के प्रमुख माफिया

सुधाकर सिंह (प्रतापगढ़), गुड्डू सिंह (कुंडा), गब्बर सिंह (बहराइच), उधम सिंह (मेरठ), योगेश भदौड़ा (मेरठ), बदन सिंह बद्दो (वेस्ट यूपी), अजित चौधरी अक्कू (मुरादाबाद), धर्मेंद्र किरठल (बागपत), सुनील राठी (बागपत), अभिषेक सिंह उर्फ हनी जहर (वाराणसी), निहाल उर्फ बच्चा पासी (प्रयागराज), राजन तिवारी (गोरखपुर), सुधीर कुमार सिंह (गोरखपुर), विनोद उपाध्याय (गोरखपुर), रिजवान जहीर (बलरामपुर), अनुपम दुबे (फर्रुखाबाद), हाजी इकबाल (सहारनपुर), बच्चू यादव (लखनऊ), जुगनू वालिया (लखनऊ), लल्लू यादव (लखनऊ) हैं। इसके अलावा इस लिस्ट में मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, सलीम, सोहराब, रुस्तम, बब्लू श्रीवास्तव, लउमेश राय, कुंटू सिंह, सुभाष ठाकुर, संजीव माहेश्वरी जीवा, मुनीर आदि शामिल हैं।

Hariom Dwivedi

Hariom Dwivedi

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