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AKTU में लगा कीऑस्क, VC बोले- अब नहीं भटकना होगा साइबर कैफे की तलाश में
लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि (एकेटीयू) में गुरुवार (7 सितंबर) को कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कीऑस्क का लोकार्पण किया। कीऑस्क को स्टूडेंट सेल के नजदीक लगाया गया है। विवि के समस्त कार्यों के डिजिटलीकरण के उपरांत विवि के कुलपति प्रो. पाठक ने विवि में आने वाले छात्र-छात्राओं को सुविधा प्रदान करने के लिए कीऑस्क की जैसी सुविधा विवि परिसर में उपलब्ध करवाई है।
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विवि में रोज अनेक ऐसे छात्र-छात्राएं आते हैं जिनके पास स्मार्ट फ़ोन नहीं है। कई ऐसे छात्र-छात्राएं भी आते हैं जिनके पास स्मार्ट फ़ोन होता है पर इंटरनेट की सुविधा नहीं होती है। ऐसे छात्राओं को विवि की डिजिटल सेवाओं से जोड़ने के लिए कीऑस्क मशीन लगाई गयी है।
अब नहीं भटकना होगा साइबर कैफे की तलाश में
इस मशीन के जरिए छात्र-छात्राएं 'वन व्यू' से रिजल्ट देख सकते हैं, ग्रावियांस ट्रैक कर सकते हैं, डिग्री, मार्कशीट और माइग्रेशन पंजीयन के उपरांत ट्रेकिंग आईडी के जरिए स्थिति जान सकते हैं। अक्सर देखा गया है कि यदि किसी छात्र या छात्रा को विवि आने के उपरांत अपने परीक्षा परिणाम या ग्रावियांस से संबंधित कोई जानकारी बतानी होती थी, तो उसे विवि के आस-पास के क्षेत्र में साइबर कैफे की तलाश में भटकना पड़ता है। छात्र-छात्राओं को रही परेशानी को ध्यान में रखते हुए कीऑस्क मशीन लगवाई गयी है। कीऑस्क एक टच-स्क्रीन कंप्यूटर है, जिसमें इंटरनेट के माध्यम से एप्लीकेशन्स को रन करने की सुविधा होती है।
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छात्र हित सर्वोपरि
विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा, कि छात्र हित विवि के लिए सर्वोपरि है। वर्तमान में जितना अनिवार्य कार्यों का डिजिटलीकरण है उतना ही आवश्यक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों तक लोगों की आसान पहुंच वाली सुविधाओं का भी विकास करना है। कीऑस्क की स्थापना इसमें एक कदम मात्र है। यह सुविधा पूर्णतः निःशुल्क प्रदान की जा रही है।
कीऑस्क के लोकार्पण के दौरान विवि के कुलसचिव ओपी राय, वित्त अधिकारी भानू प्रताप सिंह, विवि के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे|
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