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UP Election Results 2022: चुनाव परिणाम के बाद संजीव बालियान ने ली टिकैत की मौज, कहा- 'कोको को हऊ खा गया'
UP Election Results 2022: चुनाव के दौरान राकेश टिकैत ने कहा था, 'बीजेपी वालों की बहुत सी वोटें 'कोको' ले गई। अब बालियान ने उसी का दिया जवाब।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले देश में किसान आंदोलन का खूब जोर रहा। मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को 'काला कानून' बताकर खूब राजनीति हुई। लेकिन, अब जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार दूसरी बार प्रचंड के साथ सत्ता में वापसी की है, तो केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने राकेश टिकैत को उन्हीं के अंदाज में करारा जवाब दिया है।
मोदी सरकार में मंत्री संजीव बालियान ने चुनाव परिणाम आने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत पर तंज भरे लहजे में पूछा, 'कोको को हऊ खा गया।' बता दें, विधानसभा चुनाव के दौरान राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, कि 'बीजेपी की बहुत सी वोटों को 'कोको' ले गई'। अब जब चुनाव नतीजे बीजेपी के मनमाफिक आई है तो बालियान ने 'कोको' के बहाने राकेश टिकैत की मौज ले ली।
'हम लगातार सत्ता में हैं'
केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान बोले, 'यूपी में भारतीय जनता पार्टी की सरकार 5 वर्षों से है। केंद्र में भी हम आठ साल से हैं। एक बार फिर प्रदेश की जनता ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्वीकारा। जनता ने सीएम योगी के काम पर भरोसा जताते हुए, एक बार फिर बहुमत से कहीं ज्यादा सीटें दी है। बीजेपी को वोट किया।' उन्होंने कहा, 'प्रदेश में हम एक बार फिर सरकार बनाने जा रहे है। इससे अच्छी बात क्या हो सकती है।'
'सबसे बड़ा धन्यवाद हऊ को'
संजीव बालियान ने तंज भरे लहजे में कहा, 'उत्तर प्रदेश में कोको बीजेपी का वोट लेने आई थी, उसे हऊ खा गया।' बालियान आगे कहते हैं, 'जब देश में किसान आंदोलन चल रहा था, तब एक तरह का माहौल बनाकर गांवों में खाई पैदा की गई। इसके बाद चुनाव में गठबंधन नेताओं ने 'घी में आग डालने का काम किया पश्चिम से लेकर पूरब तक हर गांव में पार्टियां खड़ी की गई। लोगों के भीतर दुश्मनी पैदा की गई। तब मेरी गुजारिश थी, मैंने कहा था, समाज को तोड़ने का काम न करो। जिसका जहां मन हो वहां वोट डालो। जनता ने हमारी बातों पर भरोसा किया। परिणाम सबके सामने है।' उन्होंने कहा, 'सबसे बड़ा धन्यवाद हऊ को, जिसने कोको को खा लिया।'
कहां से आया 'हऊ'?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान जब मतदान चल रहा था तब 'कोको' शब्द का खूब प्रयोग किया गया। आपको बता दें ,कि राकेश टिकैत ने इस शब्द का इस्तेमाल कर बीजेपी पर निशाना साधा था। टिकैत जब मतदान के लिए पहुंचे थे, तब उन्होंने कहा था, 'मैंने अपने मत का इस्तेमाल किया। लेकिन यहां बीजेपी वालों की बहुत सी वोटों को 'कोको' ले जाती देखी गई।टिकैत के इतना कहते ही पास खड़े लोग हंस पड़े थे। बाद में 'कोको' सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा था।'
क्या है कोको?
अब आपके मन में सहज सवाल उठना लाजमी है कि आखिर ये कोको है क्या? तो आपको बता दें, कि बाज पक्षी की एक छोटी नस्ल को कोको कहते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अक्सर बच्चों को बहलाने, फुसलाने के लिए इसका जिक्र किया जाता है। इसे ऐसे भी समझा जा सकता है कि 'मान लीजिए, आप किसी बच्चे के साथ खेल रहे हों और वह आपके पास से कोई ऐसी चीज मांग लेता है जिसे किसी वजह से आप नहीं देना चाहते हैं। तब आप आसमान की ओर इशारा कर कहते हैं, कि देखो उस चीज को कोको ले गई। इसपर बच्चा आसमान की तरफ देखेगा। अब आपके पास समय होगा कि उस चीज को छुपा लें।