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Parliament Session 2024: नीट मामले पर संसद में भारी हंगामा, सदन सोमवार तक के लिए स्थगित
Parliament Session: राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीट मसले पर सरकार का किया बचाव, बोले-जब तक मामले की पूरी जांच नहीं हो जाती, तब तक किसी पर जिम्मेदारी थोपी नहीं जा सकती।
Parliament Session 2024: संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार से राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। लोकसभा में चर्चा के पहले ही विपक्ष ने नीट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद निचले सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा में भी नीट मामले पर हंगामा हुआ।विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में नीट का मुद्दा उठाया और विपक्षी सांसदों के साथ मिलकर इस मामले पर चर्चा की मांग की। स्पीकर ओम बिरला ने आग्रह किया कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की जाए। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, हम विपक्ष और सरकार की ओर से भारत के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते थे कि हम इस मुद्दे को जरूरी मानते हैं। इसलिए, हमने सोचा कि छात्रों के सम्मान के लिए हम आज नीट पर चर्चा करेंगे। वहीं राज्यसभा में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) से जुड़ी कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर मोदी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का बचाव करते हुए कहा कि जब तक इस मामले की पूरी जांच नहीं हो जाती, तब तक किसी पर जिम्मेदारी थोपी नहीं जा सकती।
लोकसभा में कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों की नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितता पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामे के कारण सदन की बैठक शुक्रवार को एक बार के स्थगन के बाद सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी थी, लेकिन जैसे ही सदन की कार्यवाही बारह बजे शुरू हुई तो विपक्षी सांसदों ने नीट पर चर्चा को लेकर फिर से हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने सदन को सोमवार सुबह तक स्थगित कर दिया।
जिम्मेदारी से भाग रहे हैं केंद्रीय मंत्री
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि देश में लगातार हो रहे पेपर लीक से युवाओं का भविष्य खराब हो गया है। हरियाणा में सबसे ज्यादा पेपर लीक के मामले देखने को मिले हैं। उन्होंने कहा, नीट परीक्षा में पेपर लीक हुआ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। हम इस पर चर्चा लेकर आए थे और जब सदन में यह मुद्दा उठाया गया तो माइक बंद कर दिया गया। अगर विपक्ष के नेता का माइक बंद कर दिया जाता है तो दूसरे विपक्षी सांसदों में गुस्सा पैदा होगा और सदन में भी यही हुआ, हम मांग करते हैं कि इस मुद्दे पर चर्चा हो।
उप सभापति ने मेरा अपमान किया-खरगे
वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने पर कहा, मैंने सदन में 10 मिनट तक हाथ ऊपर करके रखा लेकिन चेयरमैन ने मेरी तरफ नहीं देखा। उन्होंने जानबूझकर मुझे नजरअंदाज करके मेरा अपमान किया। उनका ध्यान खींचने के लिए मैं अंदर(वेल में) गया।
मैं दुखी हूं, स्तब्ध हूं-धनखड़
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज भारतीय संसद के इतिहास में ऐसा कलंकित दिन है कि विपक्ष के नेता खुद वेल में आ गए हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मैं दुखी हूं, स्तब्ध हूं। भारतीय संसदीय परंपरा इस हद तक खराब हो जाएगी कि विपक्ष के नेता वेल में आएंगे, उपनेता वेल में आएंगे।
देवेगौड़ा ने सरकार का किया बचाव
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) से जुड़ी कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर मोदी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों का बचाव करते हुए कहा कि जब तक इस मामले की पूरी जांच नहीं हो जाती, तब तक किसी पर जिम्मेदारी थोपी नहीं जा सकती। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जांच पूरी नहीं हुई है और दो-तीन राज्यों में कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसी का पक्ष नहीं ले रहा। जहां तक नीट परीक्षा की बात है तो जो हुआ है वह गलत हुआ है। लेकिन अभी आप जिम्मेदारी तय नहीं कर सकते हैं। सरकार ने सही फैसला लिया है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, संबंधित मंत्री जिम्मेदारी नहीं ले सकते और आप अनावश्यक रूप से सरकार की छवि को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। मैं सहमत नहीं हूं।