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Modi Cabinet: मोदी समेत सात पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हैं इस केंद्र सरकार में
Modi Cabinet: मोदी सरकार के तीसरी कैबिनेट में छह राज्यों में मुख्यमंत्री रहे नेताओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है, इसमें से कई नेता पहली बार मोदी कैबिनेट का हिस्सा बने हैं
Modi Cabinet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनकर जहां एक तरफ पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की बरबरी कर इतिहास बनाया है। वहीं पहली बार किसी ऐसी सरकार का गठन किया है जिसकी सरकार इतने पूर्व मुखमंत्री शामिल हैं। यह भी अपने आप में एक नया इतिहास बन गया है। आजादी के बाद देश में जितनी भी केंद्र में सरकारों का गठन हुआ ऐसा कभी नहीं हुआ कि इतने पूर्व मुख्यमंत्री कैबिनेट में शामिल रहे हों, खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
मोदी कैबिनेट में छह ऐसे नेता भी शामिल हैं जो अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्री रहे हैं। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे राजनाथ सिंह, हरियाणा से मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे एच.डी.कुमारस्वामी, बिहार के मुख्यमंत्री रहे जीतनराम मांझी और असम के मुख्यमंत्री रहे सर्वानन्द सोनोवाल शामिल हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वयं भी गुजरात के लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहे हैं और वे पिछले दो बार से देश के प्रधानमंत्री रहे हैं।मोदी सरकार के तीसरी कैबिनेट में छह राज्यों में मुख्यमंत्री रहे कद्ïदावर नेताओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है। इसमें से कई नेता पहली बार मोदी कैबिनेट का हिस्सा बने हैं और दो नेता पहले से मोदी कैबिनेट का हिस्सा रहे हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से जीतकर संसद पहुंचनेवाले राजनाथ सिंह मोदी कैबिनेट के सबसे वरिष्ठï मंत्री हैं। प्रधानमंत्री के बाद दूसरे नम्बर पर उन्होंने आज मोदी-3 कैबिनेट में शपथ ली। वे चौथी बार संसद पहुंचे हैं। मोदी की दोनों कैबिनेट में राजनाथ सिंह कैबिनेट मंत्री रहे।
पहली बार वे गृह मंत्री और दूसरी बार उन्हें रक्षा जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय मिला। राजनाथ सिंह राजनीतिक कौशल में माहिर और सांगठनिक क्षमता के धनी हैं और अबकी तीसरी बार भी वे मोदी कैबिनेट का हिस्सा बने है। राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ व कभी अटल जी के संसदीय क्षेत्र रहे लखनऊ से इस बार हैट्रिक लगायी हैं। राजनाथ सिंह एक बार गाजियाबाद से भी सांसद रहे हैं। राजनाथ सिंह तत्कालीन अटल सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे हैं। इसके बाद वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है। राजनाथ सिंह का लम्बा राजनीतिक इतिहास रहा है, उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार ने मंत्री, मुख्यमंत्री और संगठन दोनों मे काम करने का अनुभव है। राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और बाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।मध्य प्रदेश के लगभग दो दशक तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान को मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया है। वे छह बार सांसद रहे।
पहली बार 1991 में सांसद चुने गये। इसके बाद 1996, 1998, 1999, 2004 तथा इस बार 2024 में सांसद चुने गये। शिवराज सिंह विदिशा से सांसद रहे हैं जहां से कभी देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी भी सांसद रहे हैं। इसके साथ ही वे चार बार मध्य प्रदेश के सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे। वे पहली बार केन्द्र में मोदी कैबिनेट का हिस्सा भी बने हैं। पिछले वर्ष हुए विधानसभा के चुनावों में उनके स्थान पर आला कमान ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया था तब वहां की जनता खासी दु:खी हुयी थी कि जनादेश तो शिवराज सिंह चौहान के ही नाम पर मिला है। उस समय से ही यह कयास लगाये जा रहे थे कि शिवराज सिंह को केन्द्र की राजनीति में लाया जायेगा। शिवराज सिंह भारतीय जनता युवा मोर्चे के राष्टï्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा के पुत्र एच.डी. कुमार स्वामी कर्नाटक में मुख्यमंत्री रहे हैं। वे कभी कांग्रेस तो कभी भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से राज्य के मुख्यमंत्री बने। एच.डी.कुमारस्वामी तीसरी बार लोकसभा का चुनाव जीते हैं। वे जब एनडीए का हिस्सा बने थे तभी यह तय हो गया था कि उनके दल को मोदी सरकार में प्रतिनधित्व मिलेगा। एच.डी.कुमार स्वामी पहली बार केन्द्र में मंत्री बने हैं।
हरियाणा के नौ वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर खट्टïर को भी इस बार मोदी कैबिनेट जगह मिली है। मनोहरलाल खट्ïटर पहली बार चुनकर लोकसभा पहुंचे है। आला कमान ने मनोहरलाल खट्ïटर को भी मुख्यमंत्री के पद से हटा दिया था और उनके स्थान पर नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया था। तब ऐसा माना जा रहा था कि श्री खट्ïटर को राज्य की राजनीति की जगह केन्द्र की राजनीति में उतारा जायेगा और हुआ भी वही। उन्हें पहली बार लोकसभा के चुनाव चुनाव में उतारा गया और वे ना सिर्फ चुनाव जीते बल्कि केन्द्र की मोदी-3 कैबिनेट में मंत्री भी बनाया गया।
इसी तरह बिहार के मुख्यमंत्री रहे जीतनराम मांझी भी पहली ही बार लोकसभा का चुनाव लड़े। वे बिहार की गया सीट से सांसद चुने गये और मोदी कैबिनेट में शामिल हुए।मांझी, नीतीश सरकार में मंत्री भी रहे हैं। एनडीए का हिस्सा और अपनी पार्टी के एकमात्र सांसद होने के चलते उन्हें कैबिनेट में शामिल किया गया है।
इसी तरह असम के मुख्यमंत्री रहे सर्वानंद सोनोवाल भी को मोदी सरकार का हिस्सा बने हैं। हालांकि वे दूसरी बार मंत्री बने हैं। सर्वानन्द सोनोवाल लोकसभा के लिए तीसरी बार चुने गये हैं और वे मोदी की पिछली कैबिनेट में भी कैबिनेट मंत्री रहे हैं।