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अंजलि पाटिल ने कहा: सोच-समझ कर करती हैं फिल्मों का चुनाव

नई फिल्म 'न्यूटन' के आस्कर में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि को लेकर उत्साहित राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री अंजलि पाटील का कहना है कि उनका जीवन सिनेमा से बाहर का है और वह फिल्मों को काफी सोच-समझ कर चुनती हैं, क्योंकि अभिनय उनका जीवन नहीं है।

priyankajoshi
Published on: 24 Sep 2017 10:50 AM GMT
अंजलि पाटिल ने कहा: सोच-समझ कर करती हैं फिल्मों का चुनाव
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मुंबई : नई फिल्म 'न्यूटन' के आस्कर में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि को लेकर उत्साहित राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री अंजलि पाटिल का कहना है कि उनका जीवन सिनेमा से बाहर का है और वह फिल्मों को काफी सोच-समझ कर चुनती हैं, क्योंकि अभिनय उनका जीवन नहीं है।

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अंजलि पाटिल ने आईएएनएस से कहा, 'मुझे खुशी है कि हमारी कड़ी मेहनत को लोगों ने पहचाना। 'न्यूटन' की पूरी टीम इस महान सम्मान की हकदार है। इस तरह के किसी विशाल मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना सोने पर सुहागा होने जैसा है।' लेकिन चकाचौंध और रेड कार्पेट और पुरस्कार समारोहों के ग्लैमर से दूर अंजलि कहती हैं कि वह जिस तरह की जिंदगी जी रही हैं, वह अपने आप में अलग है।

फिल्म माध्यम पसंद है

अंजलि ने कहा, 'यह समझने में मुझे थोड़ा समय लगा कि अभिनय मेरी जिंदगी नहीं है। यह मेरे जीवन का सिर्फ एक हिस्सा है। मेरे जीवन में यात्रा, पढ़ना, खाना पकाना, नए दोस्त बनाना और नए कौशल सीखना, चाहे वह कोई भाषा हो या मार्शल आर्ट और हर संभव तरीके से खुद को अभिव्यक्त करना शामिल हैं।' उन्होंने कहा, 'अभिनय एक काम है और मुझे अच्छा मेहनताना मिलता है। यह मेरे बिल, किराए के भुगतान में मदद करता है। मैं फिल्में इसलिए करती हूं, क्योंकि मुझे फिल्म माध्यम पसंद है।'

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2012 से की शुरुआत

अंजलि ने साल 2012 'दिल्ली इन अ डे' के साथ अभिनय की शुरुआत की थी। उसी साल वह समीक्षकों द्वारा प्रशंसित श्रीलंका की फिल्म 'विद यू विदाउट यू' में नजर आई थीं। बॉलीवुड में उन्हें बड़ा मौका प्रकाश झा की फिल्म चक्रव्यूह में मिला था। वर्ष 2013 में वह पुरस्कार विजेता तेलुगू फिल्म 'ना बंगारू थल्ली' में दिखाई दी थीं।

आश्चर्यजनक तरीके से मिली फिल्में

उन्होंने कहा, 'मैं किसी फिल्म या किरदार की तलाश नहीं करती हूं। अधिकांश फिल्में मुझे आश्चर्यजनक तरीके से मिलती हैं। 'दिल्ली इन अ डे' के लिए प्रशांत (नायर) ने ऑडिशन रखा और मैं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में निर्देशन की छात्रा थी और कभी नहीं सोचा था कि ऑडिशन का हिस्सा बनूंगी। लेकिन उन्होंने मुझे आमंत्रित किया और मैं गई और मुझे यह भूमिका मिल गई।

नहीं कर सकती एक ही तरह के काम

अंजलि ने बताया कि वह ज्यादा लंबे समय तक एक ही तरह का काम नहीं कर सकतीं। 'न्यूटन' में काम के अनुभव को उन्होंने अद्भुत बताया। उन्होंने कहा, 'हम जंगलों में गए और असली आदिवासी लोगों के साथ काम किया। यह अद्भुत अनुभव था। एक महीने के लिए हम बाकी की दुनिया से कट गए थे।'

वह राजकुमार राव और पंकज त्रिपाठी जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों के साथ काम कर खुश थीं। वह रजनीकांत की आगामी फिल्म 'काला' और राकेश ओमप्रकाश मेहरा की 'मेरे प्यारे प्राइम मिनिस्टर' में दिखाई देंगी।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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