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अपने नाम पर समर्पित अवार्ड से बेहद खुश हैं अनुपम खेर
मुंबई: अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि वह इस बात से बेहद खुश हैं कि पुणे अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव (पीआईएलएफ) ने उन्हें समर्पित एक पुरस्कार शुरू किया है। अभिनेता ने उम्मीद जताते हुए कहा, "इस पुरस्कार से प्रतिभाशाली लेखकों को बढ़ावा मिलेगा, जिनकी आवाज शायद दबी रह जाती।"
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पीआईएलएफ ने 'बेस्ट डेब्यू इंग्लिश नॉवेल' के लिए अनुपम खेर पुरस्कार शुरू किया है। यह पुरस्कार प्रशस्तिपत्र और एक लाख नकद पुरस्कार के रूप में होगा।
अनुपम ने अपने बयान में कहा, "हर कोई सपना देखता है..किसी को जल्दी ही सफलता मिल जाती है, जबकि अन्य लोगों को लंबा सफर तय करना पड़ता है। एक पुरस्कार शुरू करने के मेरे प्रयास का मकसद उन प्रतिभाशाली लेखकों को बढ़ावा देना है, जिनकी आवाजें शायद दबी रही जातीं।"
अनुपम खेर पुरस्कार के पहले संस्करण में 2016 में प्रकाशित अंग्रेजी उपन्यासों की समीक्षा की जाएगी और फिर विजेता को पुरस्कृत किया जाएगा। जूरी में शामिल विशेषज्ञों आर.राज राव, रवि सुब्रमण्यम और सलिल देसाई ने पुरस्कार के लिए प्राप्त मूल प्रविष्टियों को सूचीबद्ध किया है।
ढेर सारी प्रविष्टियों के बीच अनुपम और पीआईएलएफ समिति ने संयुक्त रूप से शीर्ष पांच प्रविष्टियों में तुषार ऋषि की 'द पेशेंट पेशेंट', तनुज सोलंकी की 'निऑन नून', कल्याणरमण दुर्गादास की 'सॉन्ग ऑफ कावेरी', सुधांशु बिसेन की 'अ थाउजेंड टाइम्स ओवर' और सुतपा बसु की 'डैंगल' को नामित किया है।
अनुपम यहां शुक्रवार को यशदा प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित एक सत्र में पुरस्कार भेंट करेंगे।