TRENDING TAGS :
कड़ी मेहनत के बाद हासिल होता है यह मुकाम
संगीता ने अपने सफर के बारे में बताया कि वो मध्य प्रदेश के शिवपुरी शहर की रहने वाली हैं| उन्होंने बताया की वो दुर्गापूजा में होने वाले नाटकों में भाग लेती थी, एक दिन कुछ लोगों ने मेरी माँ से धारावाहिकों में अभिनय कराने की बात कही| फिर मैं अपनी माँ के साथ मुंबई आई, ऑडिटसन दिया और पहला ब्रेक मिला|
लखनऊ: फिल्म इंडस्ट्री की चका-चौंध किसे नहीं पसंद, हर इंसान यहां कुछ न कुछ करना चाहता हैं और अच्छा मुकाम हासिल करना चाहता है| जो भी यहां आता है सेलिब्रिटी बनना चाहता है लेकिन बहुत कम ही ऐसे होते हैं जो कुछ हासिल करते हैं| इस चमचमाती दुनिया के पीछे एक अलग ही दुनिया होती है यह बहुत कम लोग जानते हैं और लोग सोचते हैं यहां पर काम करना बहुत आसान है, लेकिन सुबह से लेकर रात तक कड़ी मेहनत करने के बाद ही कुछ नया हासिल होता है|
ये भी देखें:सीरियल से जुदा है इस एक्ट्रेस का रियल अंदाज, क्या पहचान पाएंगे इन्हें आप
संगीता घोष ने 10 साल की उम्र से ही टीवी की दुनिया में अपना कदम जमाया हुआ है| उन्हें छोटे पर्दे पर काम करते हुए 25 साल हो गए हैं| लोगों को उनका अभिनय करना काफी पसंद है|
संगीता ने अपने सफर के बारे में बताया कि वो मध्य प्रदेश के शिवपुरी शहर की रहने वाली हैं| उन्होंने बताया की वो दुर्गापूजा में होने वाले नाटकों में भाग लेती थी, एक दिन कुछ लोगों ने मेरी माँ से धारावाहिकों में अभिनय कराने की बात कही| फिर मैं अपनी माँ के साथ मुंबई आई, ऑडिटसन दिया और पहला ब्रेक मिला|
ये भी देखें :हस्तरेखा:ऐसे लोग जीते है समृद्ध जीवन, होते हैं अथाह संपत्ति के मालिक
उन्होंने यह भी बताया कि एक बार पर्दे पर आ जाने से उनका निजी जीवन उनका नहीं रह जाता है| वह कहती है कि चाहकर भी कई बार हम अपनों के साथ नहीं रह पाते| बचपन में प्रसिद्धि मिलना बहुत आकर्षक होता है| लेकिन कई लोग पीछे छूट जाते हैं|
राजीव निगम पूरी दुनिया में अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए जानने वाले चर्चित कलाकारों में से एक हैं| वर्तमान समय में कॉमेडियन की सामाजिक भूमिका पर राजीव ने बताया कि टीवी पर प्रसारित होने वाले कॉमेडी शो में राजनीतिक टिप्पणियों के लिए ज्यादा गुंजाइश न होने के कारण सोश्ल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी प्रस्तुतियाँ दे रहे हैं|
उनके हास्य-व्यंग्य से पूरी दुनिया में मौजूद हिन्दी श्रोता उन्हें काफी पसंद भी करते हैं| राजीव, जॉनी लीवर को अपना रोल मौडल मानते हैं| उन्होंने यह भी बताया कि लखनऊ के लोगों में काफी अच्छे से मजाक समझने और मजाक करने की क्षमता देखने को मिलती है|
ये भी देखें :मेट्रो चारबाग से मुंशीपुलिया तक संचालन के लिए तैयार, प्रबंध निदेशक ने लिया जायजा
अभिनेता पारस अरोड़ा ने भी बताया कि वेब सिरीज़ आने की वजह से टीवी का दौर कभी खत्म नहीं होगा| यहां पर सेंसर बोर्ड का कोई दबाव नहीं होता है| यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म हैं, जहां आप 250 देशों में अपनी अदाकारी दिखा सकते हैं| इसके माध्यम से ही हम हॉलीवुड को कंपीट कर सकते हैं| पारस, पान सिंह तोमर, कैप्टन नवाब जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं| फिलहाल पारस अभी सब टीवी के शो बावले-उतावले सिरियल में शिवानी बडोनी के साथ नजर आ रहे हैं|